TSI (Triple Sugar Iron) Test

TSI (Triple Sugar Iron) Test क्या है?

TSI (Triple Sugar Iron) Test एक बायोकैमिकल परीक्षण है, जिसे बैक्टीरिया की फेरमेंटेशन क्षमताओं और H2S (हाइड्रोजन सल्फाइड) गैस का उत्पादन करने की क्षमता का मूल्यांकन करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह टेस्ट बैक्टीरिया के कार्बोहाइड्रेट (ग्लूकोज, लैक्टोज, और सुक्रालोज) को फेरमेंट करने की क्षमता की जांच करता है और यह देखने में मदद करता है कि बैक्टीरिया H2S का उत्पादन करते हैं या नहीं। TSI टेस्ट का उपयोग मुख्य रूप से Gram-negative enteric bacteria की पहचान के लिए किया जाता है, जैसे कि Escherichia coli, Salmonella, और Shigella

TSI Test क्यों किया जाता है?

  1. Bacterial Identification:
    • यह टेस्ट बैक्टीरिया की पहचान करने के लिए किया जाता है, खासकर उन बैक्टीरिया की पहचान करने के लिए जो आंत में संक्रमण उत्पन्न करते हैं।
  2. Disease Identification:
    • यह टेस्ट बैक्टीरिया जैसे Salmonella, Shigella, और Escherichia coli के पहचान में सहायक है जो पेट की बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
    • यह आंतों में होने वाले गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संक्रमणों, डायरिया, और फूड पॉइज़निंग के निदान में मदद करता है।

TSI Test कैसे किया जाता है?

  1. Media Preparation:
    • TSI Agar एक बॉयलर मीडिया होता है जिसमें तीन शर्कराएं होती हैं: ग्लूकोज (1%), लैक्टोज (1%), और सुक्रालोज (1%)। इसके अलावा इसमें पेप्टोन और पोटेशियम हाइड्रोजन फॉस्फेट भी होते हैं।
    • TSI Agar को अरेन (slant) रूप में डाला जाता है और इसमें ऑक्सीजन की उपलब्धता के हिसाब से अलग-अलग वातावरण बनाए जाते हैं।
  2. Bacterial Inoculation:
    • इस मीडिया पर बैक्टीरिया का एक स्वाब लगाया जाता है और streaking तकनीक से इसे फैलाया जाता है।
  3. Incubation:
    • बैक्टीरिया के मीडिया में 37°C पर 24 से 48 घंटे के लिए इनक्यूबेट किया जाता है।
  4. Observation:
    • टेस्ट के दौरान बैक्टीरिया की फेरमेंटेशन क्षमताओं के आधार पर रंग परिवर्तन होते हैं।
    • इस परीक्षण में pH-indicator (Phenol red) होता है जो रंग परिवर्तन में मदद करता है।

TSI Test के लिए मशीनों और रसायनों की आवश्यकता

मशीन:

  • TSI Test को मैन्युअल रूप से किया जाता है। इसमें किसी विशेष मशीन की आवश्यकता नहीं होती है। माइक्रोस्कोप का उपयोग बैक्टीरिया की पहचान में सहायता के लिए किया जा सकता है।

रसायन:

  1. TSI Agar: इस माध्यम में तीन शर्कराएं (ग्लूकोज, लैक्टोज, और सुक्रालोज) होती हैं, और यह बैक्टीरिया की फेरमेंटेशन क्षमता को जाँचने में मदद करता है।
  2. Phenol Red: यह एक pH-indicator है जो रंग परिवर्तन के माध्यम से बैक्टीरिया की प्रतिक्रिया को दर्शाता है।
  3. Iron salts (Iron sulfate): बैक्टीरिया द्वारा H2S (हाइड्रोजन सल्फाइड) का उत्पादन करने की जांच करने के लिए।

TSI Test की रिपोर्ट कैसे पढ़ें?

TSI टेस्ट की रिपोर्ट का विश्लेषण रंग परिवर्तन और गैस उत्पादन के आधार पर किया जाता है। रिपोर्ट को समझने के लिए निम्नलिखित कारकों का ध्यान रखना होता है:

  1. A/A (Acid/Acid):
    • रंग परिवर्तन: अगर बैक्टीरिया लैक्टोज और सुकरोज दोनों को फेरमेंट करते हैं, तो अगला क्षेत्र (slant और butt) दोनों ही पीले हो जाते हैं (pH 6.8 से कम, acid reaction)।
    • संबंधित बैक्टीरिया: Escherichia coli (E. coli)
  2. K/A (Alkaline/Acid):
    • रंग परिवर्तन: अगर बैक्टीरिया सिर्फ ग्लूकोज को फेरमेंट करते हैं और लैक्टोज और सुकरोज नहीं, तो butt पीला (acidic) हो सकता है और slant लाल (alkaline) होगा।
    • संबंधित बैक्टीरिया: Salmonella (Salmonella enterica)
  3. K/K (Alkaline/Alkaline):
    • रंग परिवर्तन: यदि बैक्टीरिया ग्लूकोज को नहीं फेरमेंट करते और गैस उत्पन्न करते हैं, तो दोनों ही क्षेत्र लाल होते हैं।
    • संबंधित बैक्टीरिया: Pseudomonas aeruginosa
  4. H2S (Hydrogen Sulfide) Production:
    • यदि बैक्टीरिया H2S उत्पन्न करते हैं, तो यह black precipitate के रूप में दिखाई देता है।
    • संबंधित बैक्टीरिया: Salmonella, Proteus vulgaris
  5. Gas Production:
    • अगर बैक्टीरिया गैस उत्पन्न करते हैं, तो butt में उठाव दिखाई देगा या crack दिखेगा। यह गैस CO2 हो सकती है।

TSI Test की रिपोर्ट का उदाहरण:

  1. उदाहरण 1: Escherichia coli (E. coli)
    • रिपोर्ट: A/A, yellow slant and yellow butt, कोई H2S और गैस उत्पादन नहीं।
    • व्याख्या: E. coli ने लैक्टोज और सुक्रालोज को फेरमेंट किया है, जिससे दोनों क्षेत्रों का रंग पीला हो गया है। H2S या गैस उत्पादन नहीं हुआ है।
  2. उदाहरण 2: Salmonella enterica
    • रिपोर्ट: K/A, red slant and yellow butt, H2S और गैस उत्पादन।
    • व्याख्या: Salmonella ने केवल ग्लूकोज को फेरमेंट किया है, जिससे butt पीला हो गया है, लेकिन slant लाल (alkaline) रह गया है। इसके अलावा, H2S का उत्पादन हुआ है, जिससे black precipitate दिखाई देता है।
  3. उदाहरण 3: Pseudomonas aeruginosa
    • रिपोर्ट: K/K, red slant and red butt, कोई H2S और गैस उत्पादन नहीं।
    • व्याख्या: Pseudomonas ने ग्लूकोज को फेरमेंट नहीं किया है, और इसका परिणाम लाल रंग में था।

निष्कर्ष:

TSI Test बैक्टीरिया की पहचान और उनके फेरमेंटेशन क्षमताओं का मूल्यांकन करने के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षण है। रिपोर्ट को रंग परिवर्तन, H2S उत्पादन, और गैस उत्पादन के आधार पर पढ़ा जाता है, जो बैक्टीरिया के प्रकार और उनके द्वारा उत्पन्न यौगिकों का संकेत देते हैं।

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