Red Cell Distribution Width

Red Cell Distribution Width (RDW)

Red Cell Distribution Width (RDW) क्या होता है?

Red Cell Distribution Width (RDW) एक पैरामीटर है जो यह दर्शाता है कि किसी व्यक्ति की लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells – RBCs) का आकार (size) और आकार में विविधता (variation) कितनी है।

  • अगर सभी RBCs एक समान आकार के होते हैं, तो RDW सामान्य होता है।
  • अगर कुछ RBCs बहुत छोटे और कुछ बहुत बड़े होते हैं, तो RDW बढ़ा हुआ माना जाता है।
  • इसे प्रतिशत (%) में मापा जाता है और इसका सामान्य रेंज 11.5% से 14.5% होता है।

यह टेस्ट एनीमिया (Anemia) के प्रकार और गंभीरता का पता लगाने में मदद करता है, विशेष रूप से यह देखने में कि क्या RBCs का आकार असमान (Anisocytosis) है


CBC में RDW की जांच कैसे की जाती है?

1. रक्त सैंपल लेना

  • मरीज की नस (Vein) से 2-3 मिलीलीटर रक्त लिया जाता है और इसे EDTA युक्त टेस्ट ट्यूब में इकट्ठा किया जाता है ताकि रक्त का थक्का न बने।

2. मशीन द्वारा जांच (Automated Hematology Analyzer Method)

  • RDW की गणना एक स्वचालित हेमेटोलॉजी एनालाइजर (Automated Hematology Analyzer) द्वारा की जाती है।
  • यह मशीन RBCs के आकार की विविधता को मापती है और इसे प्रतिशत (%) में दर्शाती है।
  • RDW को दो प्रकारों में मापा जाता है:
    • RDW-CV (Coefficient of Variation) – RBCs के आकार में परिवर्तन का प्रतिशत।
    • RDW-SD (Standard Deviation) – औसत आकार से भिन्नता का मूल्य।

3. माइक्रोस्कोप द्वारा जांच (Peripheral Blood Smear – PBS)

  • यदि RDW असामान्य होता है, तो ब्लड स्मीयर बनाकर RBCs के आकार और विविधता को माइक्रोस्कोप से देखा जाता है।
  • Anisocytosis (असमान RBCs) की पहचान की जाती है।

RDW टेस्ट क्यों किया जाता है?

यह टेस्ट मुख्य रूप से एनीमिया (Anemia) और अन्य रक्त विकारों के निदान में किया जाता है।

  • यह पता लगाने में मदद करता है कि एनीमिया आयरन की कमी से है, विटामिन B12 की कमी से है, या थैलेसीमिया से है।
  • किसी अन्य रक्त विकार (Hemoglobinopathies, Bone Marrow Disorders) का पता लगाने के लिए।

RDW टेस्ट से कौन-कौन सी बीमारियों का पता चलता है?

1. जब RDW बढ़ा हुआ होता है (>14.5%)

  • Iron Deficiency Anemia – जब शरीर में आयरन की कमी हो और असमान RBCs बनने लगें।
  • Vitamin B12 / Folate Deficiency Anemia – जब शरीर में इन विटामिन्स की कमी होती है, जिससे बड़े और असमान RBCs बनते हैं।
  • Hemolytic Anemia – जब RBCs जल्दी टूट जाते हैं और नए RBCs बनने लगते हैं, जिससे आकार भिन्नता बढ़ जाती है।
  • Sickle Cell Disease – अनुवांशिक रोग जिसमें RBCs का आकार बदल जाता है।
  • Chronic Liver Disease – लिवर की बीमारियों में RBCs का उत्पादन असामान्य हो सकता है।

2. जब RDW सामान्य होता है (11.5% – 14.5%)

  • यदि हीमोग्लोबिन कम है लेकिन RDW सामान्य है, तो यह एनीमिया ऑफ क्रॉनिक डिजीज (Anemia of Chronic Disease – ACD) हो सकता है।
  • यह थैलेसीमिया (Thalassemia) में भी सामान्य रह सकता है।

3. जब RDW कम होता है (<11.5%)

  • बहुत कम मामलों में देखा जाता है और आमतौर पर इसका कोई विशेष क्लीनिकल महत्व नहीं होता।

RDW टेस्ट करने के लिए उपयोग की जाने वाली मशीनें

  1. Automated Hematology Analyzer – जो RBCs के आकार और विविधता को मापता है।
  2. Microscope – Peripheral Blood Smear की जांच के लिए।

RDW टेस्ट करने के लिए आवश्यक रसायन (Reagents)

  1. EDTA (Ethylenediaminetetraacetic Acid) – रक्त को जमने से बचाने के लिए।
  2. Leishman’s Stain या Wright’s Stain – ब्लड स्मीयर के लिए।
  3. Hemoglobin Reagents – हीमोग्लोबिन का मापन करने के लिए।

टेस्ट रिपोर्ट को कैसे पढ़ें? (उदाहरण सहित)

उदाहरण रिपोर्ट:

  • RDW: 18% (बढ़ा हुआ)
  • हीमोग्लोबिन: 8.5 g/dL (कम)
  • MCV: 70 fL (कम)

रिपोर्ट की व्याख्या:

  • अगर RDW बढ़ा हुआ है और MCV कम है, तो यह Iron Deficiency Anemia का संकेत हो सकता है।
  • अगर RDW बढ़ा हुआ है और MCV सामान्य/अधिक है, तो यह Vitamin B12 या Folate Deficiency का संकेत हो सकता है।
  • अगर RDW सामान्य है और MCV कम है, तो यह थैलेसीमिया हो सकता है।

बीमारी का उपचार और सुझाव

1. यदि RDW बढ़ा हुआ है (Iron Deficiency Anemia या Vitamin B12 Deficiency में)

  • आयरन युक्त आहार (हरी पत्तेदार सब्जियां, बीन्स, रेड मीट, गुड़) खाएँ।
  • आयरन और फोलिक एसिड सप्लीमेंट्स लें।
  • Vitamin B12 और Folic Acid की कमी होने पर सप्लीमेंट लें।
  • डॉक्टर की सलाह से Ferritin और Vitamin B12 लेवल की जांच कराएँ।

2. यदि RDW बढ़ा हुआ है (Hemolytic Anemia में)

  • बोन मैरो की जांच कराएँ और डॉक्टर की सलाह से स्टेरॉयड या अन्य दवाएँ लें।
  • कुछ मामलों में स्प्लीन (Pleen) को हटाने की जरूरत पड़ सकती है।

3. यदि RDW सामान्य है (Thalassemia या Anemia of Chronic Disease में)

  • थैलेसीमिया होने पर नियमित ब्लड ट्रांसफ्यूजन की आवश्यकता पड़ सकती है।
  • क्रॉनिक डिजीज एनीमिया में इन्फेक्शन और सूजन को कंट्रोल करने की जरूरत होती है।

निष्कर्ष

RDW यह बताता है कि RBCs का आकार कितना समान या असमान है। यह टेस्ट एनीमिया के प्रकार (Iron Deficiency, Vitamin B12 Deficiency, Thalassemia, Hemolytic Anemia) और बोन मैरो से जुड़ी बीमारियों की पहचान करने में मदद करता है। रिपोर्ट के अनुसार सही आहार, सप्लीमेंट्स और चिकित्सा उपचार से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

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