रेड ब्लड सेल काउंट (RBC Count)
रेड ब्लड सेल काउंट (RBC Count) क्या होता है?
रेड ब्लड सेल्स (RBC) को एरिथ्रोसाइट्स (Erythrocytes) भी कहा जाता है। ये रक्त में सबसे अधिक पाई जाने वाली कोशिकाएँ होती हैं और इनका मुख्य कार्य ऑक्सीजन का परिवहन करना होता है। RBC में हीमोग्लोबिन (Hemoglobin) नामक प्रोटीन होता है, जो फेफड़ों से ऑक्सीजन लेकर पूरे शरीर में पहुँचाता है और कार्बन डाइऑक्साइड को वापस फेफड़ों तक लाकर बाहर निकालने में मदद करता है।
RBC का निर्माण बोन मैरो (Bone Marrow) में होता है और इनका जीवनकाल लगभग 120 दिन होता है। इसके बाद इन्हें प्लीहा (Spleen) और लिवर (Liver) में नष्ट कर दिया जाता है।
RBC Count की जांच कैसे की जाती है?
RBC काउंट को Complete Blood Count (CBC) या Hemogram टेस्ट के माध्यम से मापा जाता है। इसमें रक्त में मौजूद RBC की कुल संख्या प्रति माइक्रोलिटर (µL) या प्रति मिलीलीटर (mL) रक्त में बताई जाती है।
1. ब्लड सैंपल कलेक्शन
- मरीज की नस से रक्त का नमूना लिया जाता है।
- रक्त को EDTA युक्त ट्यूब में रखा जाता है ताकि यह जमने से बचा रहे।
2. ऑटोमेटेड मशीन द्वारा जांच
- हेमेटोलॉजी एनालाइजर (Hematology Analyzer) का उपयोग किया जाता है, जो रक्त में RBC की कुल संख्या को गणना करता है।
3. माइक्रोस्कोप द्वारा मैन्युअल जांच
- हैमोसाइटोमीटर (Hemocytometer) का उपयोग करके मैन्युअली RBC की गणना की जाती है।
- रक्त के नमूने को डायल्यूशन फ्लूइड (Dilution Fluid) में मिलाकर माइक्रोस्कोप के नीचे गिना जाता है।
RBC Count टेस्ट क्यों किया जाता है?
इस टेस्ट को करने के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:
- एनीमिया (Anemia) – शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी का पता लगाने के लिए।
- डिहाइड्रेशन (Dehydration) – शरीर में पानी की कमी के कारण RBC काउंट असामान्य हो सकता है।
- अतिरिक्त रक्तस्राव (Excessive Bleeding) – शरीर में कहीं भी अधिक रक्तस्राव हो रहा हो तो RBC कम हो सकते हैं।
- बोन मैरो डिसऑर्डर (Bone Marrow Disorders) – हड्डियों के मज्जा में उत्पादन की समस्या होने पर RBC काउंट प्रभावित होता है।
- क्रॉनिक डिजीज (Chronic Disease) – गुर्दे, हृदय, और लिवर की बीमारियों का पता लगाने में मदद करता है।
RBC Count टेस्ट से कौन-कौन सी बीमारियों का पता चलता है?
1. जब RBC की संख्या कम हो (Low RBC Count – एनीमिया)
- आयरन की कमी से एनीमिया (Iron Deficiency Anemia)
- विटामिन B12 और फोलिक एसिड की कमी से एनीमिया (Megaloblastic Anemia)
- क्रॉनिक किडनी डिजीज (Chronic Kidney Disease)
- अत्यधिक रक्तस्राव (Severe Blood Loss) – आंतरिक रक्तस्राव, भारी मासिक धर्म, चोट
- बोन मैरो डिसऑर्डर (Aplastic Anemia, Leukemia, Myelodysplastic Syndrome)
2. जब RBC की संख्या अधिक हो (High RBC Count – पॉलीसाइथेमिया)
- पॉलीसाइथेमिया वेरा (Polycythemia Vera) – बोन मैरो में अत्यधिक RBC का उत्पादन
- डिहाइड्रेशन (Dehydration) – शरीर में पानी की कमी के कारण
- फेफड़ों की बीमारियाँ (Chronic Lung Diseases – COPD, Emphysema)
- हृदय रोग (Congenital Heart Disease)
- उच्च ऊँचाई (High Altitude) – अधिक ऊँचाई पर कम ऑक्सीजन के कारण RBC की संख्या बढ़ जाती है।
RBC Count टेस्ट करने के लिए उपयोग की जाने वाली मशीनें
- Hematology Analyzer (Auto Analyzer Machine)
- Hemocytometer (माइक्रोस्कोप के साथ)
- Flow Cytometry
RBC Count टेस्ट करने के लिए आवश्यक रसायन (Reagents)
- EDTA (Ethylenediaminetetraacetic Acid) – रक्त को जमने से रोकने के लिए।
- Hayem’s Solution या Gower’s Solution – मैन्युअल RBC काउंटिंग के लिए।
- Dilution Fluid – रक्त को पतला करने के लिए।
रिपोर्ट को कैसे समझें और पढ़ें (उदाहरण सहित)?
उदाहरण रिपोर्ट:
- RBC Count: 3.5 मिलियन/µL (सामान्य से कम)
- हीमोग्लोबिन: 9 g/dL (कम)
- हैमाटोक्रिट (HCT): 30% (कम)
रिपोर्ट की व्याख्या:
- यदि RBC काउंट 4.7 – 6.1 मिलियन/µL (पुरुषों में) और 4.2 – 5.4 मिलियन/µL (महिलाओं में) से कम हो, तो यह एनीमिया या रक्तस्राव का संकेत हो सकता है।
- यदि RBC काउंट बहुत अधिक है, तो यह डिहाइड्रेशन, फेफड़ों की बीमारी या पॉलीसाइथेमिया वेरा का संकेत दे सकता है।
बीमारी का उपचार और सुझाव
1. यदि RBC की संख्या कम है (Low RBC Count – एनीमिया):
- आयरन से भरपूर भोजन – हरी पत्तेदार सब्जियाँ, बीन्स, रेड मीट, गुड़।
- विटामिन B12 और फोलिक एसिड का सेवन – अंडे, दूध, अनाज, हरी सब्जियाँ।
- बोन मैरो की समस्या हो तो डॉक्टर से परामर्श लें।
- ब्लड ट्रांसफ्यूजन की जरूरत हो सकती है।
2. यदि RBC की संख्या अधिक है (High RBC Count – पॉलीसाइथेमिया):
- शरीर को हाइड्रेट रखें – पर्याप्त पानी पिएँ।
- धूम्रपान छोड़ें – यह फेफड़ों को नुकसान पहुँचाकर RBC बढ़ा सकता है।
- फेफड़ों की बीमारी हो तो डॉक्टर से परामर्श लें।
- रक्त पतला करने की दवाएँ (Aspirin, Hydroxyurea) की जरूरत हो सकती है।
निष्कर्ष
RBC Count टेस्ट शरीर में ऑक्सीजन परिवहन प्रणाली और रक्त की गुणवत्ता का आकलन करने के लिए किया जाता है। इस टेस्ट के माध्यम से एनीमिया, रक्तस्राव, हृदय और फेफड़ों की बीमारियों का पता लगाया जा सकता है। यदि रिपोर्ट में असामान्यता पाई जाती है, तो डॉक्टर से परामर्श लेकर उचित उपचार करवाना चाहिए। स्वस्थ आहार, व्यायाम, और स्वच्छता बनाए रखकर RBC की संख्या संतुलित रखी जा सकती है।