RAST (Radioallergosorbent Test): To check the severity of allergy.
RAST (Radioallergosorbent Test): एलर्जी की गंभीरता की जांच के लिए।
RAST (Radioallergosorbent Test): एलर्जी की गंभीरता की जांच के लिए
यह टेस्ट क्यों किया जाता है?
RAST टेस्ट शरीर में एलर्जी पैदा करने वाले एंटीबॉडी (IgE) की मात्रा को मापने के लिए किया जाता है। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए उपयोगी है जिनमें फूड एलर्जी, पराग एलर्जी, धूल एलर्जी, जानवरों के फर से एलर्जी या दवा एलर्जी हो सकती है।
अगर किसी को एलर्जी के लक्षण दिखाई देते हैं लेकिन यह स्पष्ट नहीं होता कि किस चीज से एलर्जी हो रही है, तो RAST टेस्ट डॉक्टर को यह निर्धारित करने में मदद करता है कि कौन-कौन से एलर्जेन (एलर्जी पैदा करने वाले तत्व) शरीर में प्रतिक्रिया कर रहे हैं और उनकी गंभीरता कितनी है।
इस टेस्ट से कौन-कौन सी बीमारियों का पता चलता है?
RAST टेस्ट मुख्य रूप से एलर्जी संबंधी बीमारियों की पहचान करने के लिए किया जाता है, जिनमें शामिल हैं:
- फूड एलर्जी (Food Allergy) – मूंगफली, दूध, अंडा, मछली, गेहूं आदि।
- पराग एलर्जी (Pollen Allergy) – पेड़, घास, और फूलों के पराग से होने वाली एलर्जी।
- धूल और फफूंदी एलर्जी (Dust & Mold Allergy) – घर की धूल, धूल कण, कवक आदि।
- पालतू जानवरों की एलर्जी (Pet Allergy) – कुत्ते, बिल्ली, घोड़े, खरगोश आदि।
- कीट एलर्जी (Insect Allergy) – मधुमक्खी, ततैया, चींटी आदि के डंक से एलर्जी।
- दवा एलर्जी (Drug Allergy) – पेनिसिलिन, एंटीबायोटिक्स आदि से एलर्जी।
- लेटेक्स एलर्जी (Latex Allergy) – रबर उत्पादों से एलर्जी।
- एलर्जिक राइनाइटिस (Allergic Rhinitis) – छींक आना, नाक बंद होना, गले में खराश।
- एटोपिक डर्मेटाइटिस (Atopic Dermatitis – Eczema) – त्वचा पर चकत्ते और खुजली।
- अस्थमा (Asthma) – सांस फूलना, घरघराहट, सीने में जकड़न।
यह टेस्ट कैसे किया जाता है?
- ब्लड सैंपल लिया जाता है
- डॉक्टर एक सिरिंज के जरिए रक्त का नमूना (Blood Sample) लेते हैं।
- यह नमूना एक लैब में विश्लेषण के लिए भेजा जाता है।
- ब्लड सैंपल में एलर्जी एंटीबॉडी (IgE) की जांच
- रक्त को एलर्जेन-कोटेड पेपर डिस्क या अन्य रेडियोएक्टिव सब्सट्रेट के संपर्क में रखा जाता है।
- यदि मरीज को किसी विशेष एलर्जी से प्रतिक्रिया होती है, तो उस एलर्जेन के संपर्क में आते ही IgE एंटीबॉडी प्रतिक्रिया देने लगती हैं।
- रेडियोइम्यूनोएसे (Radioimmunoassay) प्रक्रिया
- एलर्जेन से प्रतिक्रिया करने वाले IgE एंटीबॉडी की रेडियोएक्टिव गतिविधि मापी जाती है।
- जितनी अधिक IgE मात्रा होगी, उतनी अधिक एलर्जी की गंभीरता होगी।
- टेस्ट रिजल्ट तैयार किया जाता है
- लैब डेटा के आधार पर डॉक्टर मरीज की एलर्जी प्रोफाइल तैयार करते हैं।
इस टेस्ट को करने के लिए कौन सी मशीनों का उपयोग किया जाता है?
- ऑटोमैटेड ब्लड एनालाइजर – रक्त में एंटीबॉडी की गणना करता है।
- रेडियोइम्यूनोएसे उपकरण (Radioimmunoassay Machine) – रेडियोधर्मी लेबलिंग के जरिए IgE की जांच करता है।
- स्पेक्ट्रोफोटोमीटर – सैंपल की रेडियोधर्मी प्रतिक्रिया को मापने के लिए।
- सेंट्रीफ्यूज मशीन – रक्त को प्लाज्मा और सीरम में अलग करने के लिए।
टेस्ट को करने के लिए कौन से रसायनों की जरूरत होती है?
- एलर्जेन-कोटेड पेपर डिस्क या टेस्ट किट
- रेडियोधर्मी लेबल वाले एंटीबॉडी (Radioactive Antibody Markers)
- बफर सॉल्यूशन (Buffer Solution)
- एनजाइम-लिंक्ड केमिकल्स (Enzyme-Linked Chemicals)
टेस्ट की रिपोर्ट को कैसे समझाया और पढ़ा जाता है?
RAST टेस्ट की रिपोर्ट को स्कोर (Score) के रूप में दिया जाता है, जो यह दर्शाता है कि किसी विशेष एलर्जेन के प्रति व्यक्ति की संवेदनशीलता कितनी है।
RAST टेस्ट स्कोर इंटरप्रिटेशन
- 0-0.35 kU/L → कोई एलर्जी नहीं (Negative)
- 0.36-0.70 kU/L → हल्की एलर्जी (Low Sensitivity)
- 0.71-3.50 kU/L → मध्यम एलर्जी (Moderate Sensitivity)
- 3.51-17.50 kU/L → उच्च एलर्जी (High Sensitivity)
- 17.51-50.00 kU/L → बहुत उच्च एलर्जी (Very High Sensitivity)
- 50.01+ kU/L → गंभीर एलर्जी (Extreme Sensitivity)
उदाहरण:
केस 1:
- 35 वर्षीय महिला जिन्हें मूंगफली खाने के बाद एलर्जी हो रही थी।
- RAST टेस्ट में मूंगफली IgE स्तर 10.5 kU/L आया (High Sensitivity)।
- डॉक्टर ने मूंगफली और इससे बनी चीजों से बचने की सलाह दी।
केस 2:
- 12 वर्षीय बच्चा, जिसे धूल के संपर्क में आने से सांस लेने में कठिनाई होती थी।
- RAST टेस्ट में धूल कणों (Dust Mites) के लिए 5.2 kU/L (Moderate Sensitivity) पाया गया।
- डॉक्टर ने धूल से बचने, मास्क पहनने और एंटी-हिस्टामिन दवा लेने की सलाह दी।
बीमारी के उपचार के बारे में सुझाव
एलर्जी से बचाव और इलाज
- एलर्जेन से बचाव (Avoidance Therapy)
- एलर्जी पैदा करने वाली चीजों से बचें (धूल, पराग, जानवरों के बाल, फूड एलर्जी आदि)।
- यदि फूड एलर्जी हो तो खाने की सामग्री की जांच करें।
- एंटी-हिस्टामिन दवाएँ (Antihistamines)
- Cetirizine, Loratadine, Fexofenadine – एलर्जी लक्षणों को कम करने के लिए।
- स्टेरॉयड थेरेपी (Steroid Therapy)
- यदि एलर्जी गंभीर हो, तो डॉक्टर Hydrocortisone, Prednisolone जैसी स्टेरॉयड दवाएँ दे सकते हैं।
- ब्रोंकोडाइलेटर्स (Bronchodilators) और इनहेलर्स
- यदि एलर्जी अस्थमा का रूप ले रही है तो Salbutamol, Montelukast इनहेलर का उपयोग किया जाता है।
- इम्यूनोथेरेपी (Allergy Shots – Immunotherapy)
- गंभीर मामलों में, एलर्जी शॉट्स के जरिए इम्यून सिस्टम को संवेदनशील बनाया जाता है।
- एपिनेफ्रीन इंजेक्शन (Epinephrine Injection – EpiPen)
- यदि व्यक्ति को एनाफिलेक्टिक शॉक (Anaphylaxis) हो जाए, तो EpiPen का तुरंत उपयोग किया जाता है।
निष्कर्ष
RAST टेस्ट एलर्जी की गंभीरता को मापने का एक प्रभावी तरीका है। यदि किसी व्यक्ति को बार-बार एलर्जी की समस्या होती है और एलर्जेन का पता नहीं चल रहा, तो यह टेस्ट डॉक्टर को सही इलाज देने में मदद करता है। सही बचाव और उपचार से एलर्जी के लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है।