Quantitative Buffy Coat (QBC) Test: A more sensitive malaria test.
Quantitative Buffy Coat (QBC) Test: अधिक संवेदनशील मलेरिया टेस्ट।
Quantitative Buffy Coat (QBC) Test: अधिक संवेदनशील मलेरिया टेस्ट
यह टेस्ट क्यों किया जाता है?
Quantitative Buffy Coat (QBC) टेस्ट मलेरिया संक्रमण का अधिक संवेदनशील और तेज़ी से निदान करने के लिए किया जाता है। यह टेस्ट पारंपरिक माइक्रोस्कोपिक Peripheral Blood Smear (PBS) और Rapid Diagnostic Test (RDT) की तुलना में बेहद सटीक और प्रभावी होता है।
QBC टेस्ट के मुख्य उद्देश्य:
- मलेरिया परजीवी (Plasmodium) की कम मात्रा में भी पहचान करना।
- Plasmodium falciparum, P. vivax, P. ovale और P. malariae जैसी सभी प्रजातियों की पहचान करना।
- रक्त में परजीवी लोड (Parasite Density) की गणना करना।
- तेज़ी से और स्वचालित तरीके से मलेरिया का निदान करना।
इस टेस्ट से कौन-कौन सी बीमारियों का पता चलता है?
- मलेरिया (Malaria):
- Plasmodium falciparum (सबसे गंभीर और घातक)।
- Plasmodium vivax (सामान्य लेकिन पुनरावृत्ति की संभावना)।
- Plasmodium ovale और Plasmodium malariae (दुर्लभ लेकिन मौजूद)।
- अन्य रक्त-संबंधी संक्रमण और विकार:
- ट्रिपैनोसोमियासिस (Trypanosomiasis) – ‘स्लीपिंग सिकनेस’।
- माइक्रोफाइलेरिया (Microfilaria) – फ़ाइलेरियल संक्रमण।
यह टेस्ट कैसे किया जाता है?
QBC टेस्ट प्रक्रिया:
- रक्त का नमूना लिया जाता है – मरीज की नस से रक्त निकाला जाता है।
- QBC ट्यूब का उपयोग किया जाता है – विशेष रूप से डिज़ाइन की गई फ्लोरोक्रोम रंग (Acridine Orange) से लेपित ट्यूब में रक्त डाला जाता है।
- सेंट्रीफ्यूज किया जाता है – रक्त को 12,000 RPM पर 5-10 मिनट के लिए घुमाया जाता है।
- परतें (Buffy Coat) बनाई जाती हैं – सेंट्रीफ्यूज करने के बाद, रक्त की विभिन्न परतें (Red Blood Cells, Buffy Coat, Plasma) अलग हो जाती हैं।
- फ्लोरोसेंट माइक्रोस्कोप से जांच की जाती है – Buffy Coat परत को UV लाइट के नीचे देखा जाता है, जहां मलेरिया परजीवी चमकते हैं।
- रिपोर्ट तैयार की जाती है – परजीवी की संख्या और प्रकार के आधार पर परिणाम बनाए जाते हैं।
इस टेस्ट को करने के लिए कौन सी मशीनों का उपयोग किया जाता है?
- QBC सेंट्रीफ्यूज मशीन – रक्त को उच्च गति से घुमाने के लिए।
- फ्लोरोसेंट माइक्रोस्कोप – परजीवी की पहचान के लिए।
- QBC कैपिलरी ट्यूब – विशेष ट्यूब जिसमें Acridine Orange Stain लगा होता है।
- ऑटोमेटेड ब्लड एनालाइजर (कभी-कभी इस्तेमाल किया जाता है)।
टेस्ट को करने के लिए कौन से रसायनों की जरूरत होती है?
- Acridine Orange Stain – परजीवी को फ्लोरोसेंट रूप में दिखाने के लिए।
- Heparin-coated Capillary Tubes – रक्त को जमने से रोकने के लिए।
- Buffer Solution – सही pH बनाए रखने के लिए।
टेस्ट की रिपोर्ट को कैसे समझाया और पढ़ा जाता है?
सकारात्मक (Positive) रिपोर्ट:
- Buffy Coat में चमकते हुए मलेरिया परजीवी देखे जाते हैं।
- संक्रमण की गंभीरता (Parasite Load) बताई जाती है।
- Plasmodium की प्रजाति की पुष्टि की जाती है।
नकारात्मक (Negative) रिपोर्ट:
- Buffy Coat में कोई परजीवी नहीं पाया जाता।
- यदि लक्षण मौजूद हैं, तो अन्य परीक्षण (PCR, ELISA) करने की सिफारिश की जाती है।
उदाहरण:
- अगर रिपोर्ट में “P. falciparum with high parasitemia” लिखा है, तो मरीज को तुरंत अस्पताल में भर्ती कर गंभीर मलेरिया का इलाज दिया जाता है।
- अगर रिपोर्ट में “P. vivax with low parasitemia” लिखा है, तो एंटी-मलेरिया दवाओं के साथ घर पर इलाज संभव है।
- यदि रिपोर्ट नेगेटिव आती है लेकिन मरीज को तेज़ बुखार है, तो डेंगू, चिकनगुनिया या अन्य वायरल संक्रमण की जांच की जाती है।
बीमारी के उपचार के बारे में सुझाव
1. मलेरिया का उपचार (Anti-Malarial Drugs):
- Plasmodium vivax / P. ovale:
- Chloroquine + Primaquine।
- Plasmodium falciparum (गंभीर मलेरिया):
- Artemisinin-based combination therapy (ACT) जैसे Artesunate + Mefloquine / Lumefantrine।
- गर्भवती महिलाओं के लिए:
- Quinine + Clindamycin।
2. सहायक उपचार (Supportive Treatment):
- बुखार कम करने के लिए – Paracetamol।
- हाइड्रेशन बनाए रखने के लिए – IV Fluids।
- हीमोलिटिक एनीमिया के लिए – ब्लड ट्रांसफ्यूजन यदि आवश्यक हो।
- गंभीर मामलों में ICU देखभाल।
3. रोकथाम (Prevention):
- मच्छरदानी (Mosquito Nets) और रिपेलेंट्स का उपयोग।
- खुले पानी के ठहराव को रोकना।
- मच्छर मारने वाले स्प्रे का उपयोग।
- मलेरिया-प्रवण क्षेत्रों में जाने से पहले प्रिवेंटिव दवाओं (Prophylaxis) का सेवन।
निष्कर्ष:
Quantitative Buffy Coat (QBC) टेस्ट मलेरिया के तेजी से और अधिक संवेदनशील निदान का एक उत्कृष्ट तरीका है। यह उन मामलों में विशेष रूप से उपयोगी होता है जहाँ मलेरिया संक्रमण की पुष्टि अन्य पारंपरिक तरीकों से मुश्किल होती है। इस तकनीक की उच्च संवेदनशीलता और तेज़ परिणाम इसे गंभीर मलेरिया की शीघ्र पहचान के लिए एक बेहतरीन विकल्प बनाते हैं। समय पर निदान और सही इलाज से मलेरिया की जटिलताओं को रोका जा सकता है।