PSA Test

PSA (Prostate-Specific Antigen) Test: To screen for prostate cancer.

PSA (Prostate-Specific Antigen) Test: प्रोस्टेट कैंसर की जांच के लिए।

PSA (Prostate-Specific Antigen) टेस्ट: प्रोस्टेट कैंसर की जांच के लिए

यह टेस्ट क्यों किया जाता है?

PSA टेस्ट का उपयोग प्रोस्टेट ग्रंथि से निकलने वाले एक विशेष प्रोटीन (Prostate-Specific Antigen) के स्तर को मापने के लिए किया जाता है। यह टेस्ट मुख्य रूप से प्रोस्टेट कैंसर, सौम्य प्रोस्टेट वृद्धि (BPH), और प्रोस्टेट संक्रमण (Prostatitis) की पहचान और निगरानी के लिए किया जाता है।

PSA का स्तर उम्र और स्वास्थ्य की स्थिति के अनुसार बदल सकता है। यदि PSA का स्तर सामान्य से अधिक होता है, तो यह प्रोस्टेट कैंसर या अन्य प्रोस्टेट समस्याओं का संकेत हो सकता है।

इस टेस्ट से कौन-कौन सी बीमारियों का पता चलता है?

  1. प्रोस्टेट कैंसर (Prostate Cancer) – यदि PSA का स्तर बहुत अधिक है और लगातार बढ़ रहा है, तो यह कैंसर का संकेत हो सकता है।
  2. सौम्य प्रोस्टेटिक हाइपरप्लासिया (BPH – Benign Prostatic Hyperplasia) – प्रोस्टेट ग्रंथि का सामान्य बढ़ना, जो उम्र बढ़ने के साथ होता है।
  3. प्रोस्टेटाइटिस (Prostatitis) – प्रोस्टेट ग्रंथि में सूजन या संक्रमण, जिससे PSA का स्तर बढ़ सकता है।
  4. प्रोस्टेट में चोट या अन्य समस्याएं – सर्जरी, बायोप्सी या प्रोस्टेट की किसी चोट से भी PSA का स्तर बढ़ सकता है।

यह टेस्ट कैसे किया जाता है?

  1. ब्लड सैंपल लिया जाता है।
  2. ब्लड सैंपल को प्रयोगशाला में भेजा जाता है।
  3. PSA के स्तर को विश्लेषण करने के लिए विशिष्ट मशीनों और केमिकल्स का उपयोग किया जाता है।
  4. रिपोर्ट तैयार की जाती है, जिसमें PSA का स्तर बताया जाता है।

इस टेस्ट को करने के लिए कौन सी मशीनों का उपयोग किया जाता है?

  1. ELISA (Enzyme-Linked Immunosorbent Assay) Analyzer – PSA के स्तर को मापने के लिए।
  2. Chemiluminescent Immunoassay (CLIA) Analyzer – संवेदनशील और सटीक परिणाम देने के लिए।
  3. Automated Biochemistry Analyzer – खून में PSA के स्तर को तेजी से जांचने के लिए।
  4. Flow Cytometer – कैंसर कोशिकाओं की पहचान के लिए सहायक हो सकता है।

टेस्ट को करने के लिए कौन से रसायनों की जरूरत होती है?

  1. Monoclonal Antibodies against PSA – PSA प्रोटीन की पहचान के लिए।
  2. HRP (Horseradish Peroxidase) Conjugate Reagent – ELISA टेस्ट में सिग्नल बढ़ाने के लिए।
  3. Chromogenic Substrate (TMB – Tetramethylbenzidine) – रंग परिवर्तन के लिए, जिससे PSA का स्तर मापा जाता है।
  4. Phosphate Buffered Saline (PBS) – ब्लड सैंपल के लिए।
  5. Luminol या Acridinium Ester – CLIA टेस्ट में सिग्नल बढ़ाने के लिए।

टेस्ट की रिपोर्ट को कैसे समझाया और पढ़ा जाता है?

PSA का स्तर नैनोग्राम प्रति मिलीलीटर (ng/mL) में मापा जाता है।

  • 0-2.5 ng/mL – सामान्य स्तर, प्रोस्टेट कैंसर का जोखिम नहीं।
  • 2.6-4 ng/mL – थोड़ा बढ़ा हुआ, लेकिन कैंसर नहीं भी हो सकता।
  • 4-10 ng/mL – प्रोस्टेट कैंसर का थोड़ा अधिक जोखिम, डॉक्टर आगे की जांच (MRI, बायोप्सी) की सलाह दे सकते हैं।
  • 10 ng/mL से अधिक – प्रोस्टेट कैंसर की संभावना अधिक, और विस्तृत जांच की जरूरत।

उदाहरण:
यदि किसी 60 वर्षीय पुरुष का PSA स्तर 3.5 ng/mL आता है, तो इसका मतलब यह हो सकता है कि उसे BPH (सौम्य प्रोस्टेट वृद्धि) हो सकता है, लेकिन कैंसर की संभावना कम है।
लेकिन यदि PSA स्तर 10 ng/mL से अधिक है और बढ़ता जा रहा है, तो बायोप्सी और अन्य परीक्षणों की आवश्यकता हो सकती है।

बीमारी के उपचार के बारे में सुझाव

1. प्रोस्टेट कैंसर का उपचार:

  • सर्जरी (Radical Prostatectomy) – कैंसरग्रस्त प्रोस्टेट को हटाने के लिए।
  • रेडिएशन थेरेपी (Radiation Therapy) – कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए।
  • हॉर्मोन थेरेपी (Androgen Deprivation Therapy – ADT) – कैंसर की वृद्धि को रोकने के लिए टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम करना।
  • कीमोथेरेपी (Chemotherapy) – यदि कैंसर फैल गया हो।
  • Active Surveillance (सक्रिय निगरानी) – यदि कैंसर धीमी गति से बढ़ रहा है, तो केवल नियमित जांच की जाती है।

2. सौम्य प्रोस्टेटिक हाइपरप्लासिया (BPH) का उपचार:

  • दवाएं (Tamsulosin, Finasteride, Dutasteride) – प्रोस्टेट को छोटा करने और लक्षणों को कम करने के लिए।
  • Transurethral Resection of the Prostate (TURP) – यदि BPH अधिक बढ़ गया हो, तो सर्जरी से प्रोस्टेट का हिस्सा हटाया जाता है।

3. प्रोस्टेटाइटिस (Prostatitis) का उपचार:

  • एंटीबायोटिक्स (Ciprofloxacin, Doxycycline) – यदि संक्रमण के कारण हो।
  • Painkillers (Ibuprofen, Paracetamol) – सूजन और दर्द को कम करने के लिए।
  • गर्म पानी में बैठना (Sitz Bath) – प्रोस्टेट की सूजन को कम करने के लिए।

निष्कर्ष

PSA टेस्ट प्रोस्टेट कैंसर, BPH और प्रोस्टेट संक्रमण की पहचान करने में उपयोगी है। PSA का बढ़ा हुआ स्तर हमेशा कैंसर का संकेत नहीं होता, लेकिन यह आगे की जांच की आवश्यकता को दर्शा सकता है। अगर PSA का स्तर 4 ng/mL से अधिक है, तो डॉक्टर अतिरिक्त परीक्षण (MRI, बायोप्सी) की सलाह दे सकते हैं। प्रोस्टेट कैंसर का जल्द पता लगाने पर इसका उपचार अधिक प्रभावी होता है, इसलिए 50 वर्ष की उम्र के बाद नियमित रूप से PSA टेस्ट करवाना फायदेमंद हो सकता है।

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