Neurocysticercosis Test Taenia solium Antibody Test: Test for tapeworm infection in the brain.
Neurocysticercosis Test Taenia solium Antibody Test: मस्तिष्क में टेपवर्म संक्रमण की जांच।
Neurocysticercosis Test (Taenia solium Antibody Test)
यह टेस्ट क्यों किया जाता है?
यह टेस्ट न्यूरोसिस्टिसर्कोसिस (Neurocysticercosis) की पुष्टि करने के लिए किया जाता है। यह संक्रमण Taenia solium (पॉर्क टेपवर्म) के लार्वा के कारण होता है, जो मस्तिष्क में जाकर सिस्ट (Cyst) का निर्माण करता है। यह स्थिति दौरे (Seizures), सिरदर्द, मानसिक भ्रम और न्यूरोलॉजिकल समस्याएँ पैदा कर सकती है।
यह संक्रमण मुख्य रूप से अधपका सूअर का मांस खाने, दूषित पानी पीने या संक्रमित व्यक्ति के मल से दूषित भोजन के सेवन से फैलता है।
इस टेस्ट से कौन-कौन सी बीमारियों का पता चलता है?
- न्यूरोसिस्टिसर्कोसिस (Neurocysticercosis)
- मस्तिष्क में टेपवर्म लार्वा के कारण सूजन और सिस्ट बनने से मिर्गी जैसे दौरे, सिरदर्द, बेहोशी, और मानसिक विकार हो सकते हैं।
- सिस्टिसर्कोसिस (Cysticercosis)
- जब लार्वा त्वचा, मांसपेशियों, आँखों, और अन्य अंगों में सिस्ट का निर्माण करता है, जिससे सूजन और दर्द होता है।
यह टेस्ट कैसे किया जाता है?
- नमूना संग्रह (Sample Collection)
- रोगी के रक्त (Serum Sample) या सेरेब्रोस्पाइनल फ्लूइड (CSF Sample) को लिया जाता है।
- MRI या CT स्कैन के माध्यम से मस्तिष्क में सिस्ट की उपस्थिति की पुष्टि की जाती है।
- ELISA और EITB (Enzyme-Linked Immunoelectrotransfer Blot) टेस्ट
- Taenia solium एंटीबॉडी का पता लगाने के लिए ELISA (Enzyme-Linked Immunosorbent Assay) किया जाता है।
- EITB (Western Blot Test) अधिक सटीक परिणाम देता है।
- PCR टेस्ट (Polymerase Chain Reaction – PCR)
- यदि ELISA/EITB से स्पष्ट पुष्टि नहीं होती, तो टेपवर्म के DNA की पुष्टि के लिए PCR किया जाता है।
- MRI और CT स्कैन
- मस्तिष्क में सिस्ट की संख्या, आकार और सूजन (Edema) का निर्धारण करने के लिए MRI या CT स्कैन किया जाता है।
इस टेस्ट को करने के लिए कौन सी मशीनों का उपयोग किया जाता है?
- ELISA Reader और EITB Blot Analyzer – एंटीबॉडी परीक्षण के लिए।
- PCR मशीन (Thermal Cycler) – टेपवर्म DNA की पुष्टि के लिए।
- MRI और CT स्कैन मशीन – मस्तिष्क में सिस्ट की स्थिति का विश्लेषण करने के लिए।
- Centrifuge Machine – रक्त से सीरम अलग करने के लिए।
टेस्ट को करने के लिए कौन से रसायनों की जरूरत होती है?
- ELISA Reagents (Anti-Taenia solium Antibodies, Enzyme Substrates)
- Western Blot Reagents (EITB Strips, Conjugate Buffers)
- PCR Reagents (Primers, DNA Polymerase, Fluorescent Probes)
- MRI Contrast Dye (Gadolinium-based contrast agents)
टेस्ट की रिपोर्ट को कैसे समझाया और पढ़ा जाता है?
1. ELISA/EITB टेस्ट रिपोर्ट की व्याख्या:
- पॉजिटिव रिपोर्ट (Positive Result) → शरीर में Taenia solium संक्रमण मौजूद है।
- नेगेटिव रिपोर्ट (Negative Result) → संक्रमण का कोई प्रमाण नहीं है, लेकिन कभी-कभी शुरुआती चरण में एंटीबॉडी नहीं बनती, इसलिए CT/MRI जरूरी हो सकता है।
2. PCR टेस्ट रिपोर्ट:
- पॉजिटिव रिपोर्ट: Taenia solium का DNA मिला है, जिसका मतलब संक्रमण की पुष्टि होती है।
- नेगेटिव रिपोर्ट: संक्रमण नहीं मिला, लेकिन अन्य न्यूरोलॉजिकल कारणों की जांच आवश्यक हो सकती है।
3. MRI/CT स्कैन रिपोर्ट:
- मस्तिष्क में कई सिस्ट (Cystic Lesions) दिखाई दें → न्यूरोसिस्टिसर्कोसिस की पुष्टि होती है।
- सूजन और कैल्सीफाइड सिस्ट (Calcified Lesions) → संक्रमण पुराना हो सकता है।
उदाहरण:
- “Taenia solium IgG Positive – Suggestive of neurocysticercosis. MRI findings: Multiple cystic lesions in the brain.”
- “PCR detected Taenia solium DNA in CSF – Confirmatory for neurocysticercosis.”
बीमारी के उपचार के बारे में सुझाव
1. हल्के मामलों में उपचार:
- अगर लक्षण हल्के हैं और मस्तिष्क में बहुत अधिक सिस्ट नहीं हैं, तो सिर्फ लक्षणों का इलाज (Symptomatic Treatment) किया जाता है।
- एंटी-एपिलेप्टिक दवाएँ (Anti-Seizure Drugs) जैसे Phenytoin या Valproate दी जाती हैं।
2. सक्रिय संक्रमण (Active Neurocysticercosis) का उपचार:
- Albendazole (400 mg, दिन में दो बार, 10-14 दिन तक)
- या Praziquantel (50-100 mg/kg/day, 15 दिन तक)
- ये दवाएँ टेपवर्म के लार्वा को खत्म करती हैं।
3. सूजन (Brain Inflammation) को कम करने के लिए:
- Corticosteroids (Dexamethasone या Prednisolone) दिए जाते हैं।
- ये मस्तिष्क में सूजन और इम्यून रिएक्शन को कम करते हैं।
4. गंभीर मामलों में उपचार:
- यदि मस्तिष्क में बहुत ज्यादा सूजन या सिस्ट हैं, तो सर्जरी (Neurosurgery) की जरूरत पड़ सकती है।
- Ventriculoperitoneal Shunt का उपयोग तब किया जाता है जब संक्रमण मस्तिष्क में पानी जमा करने (Hydrocephalus) का कारण बनता है।
5. पुनरावृत्ति (Relapse) से बचाव:
- लंबे समय तक एंटी-एपिलेप्टिक दवाएँ दी जा सकती हैं।
- मरीज को साफ-सफाई और भोजन की स्वच्छता पर ध्यान देना चाहिए ताकि संक्रमण दोबारा न हो।
रोकथाम के उपाय
- अधपका सूअर का मांस न खाएँ।
- शौचालय का सही इस्तेमाल करें और खुले में शौच न करें।
- हाथों को साबुन से धोएं, विशेष रूप से शौचालय जाने के बाद और खाना खाने से पहले।
- पानी उबालकर या फ़िल्टर करके पिएं।
- टेपवर्म संक्रमण से बचने के लिए सूअर और अन्य पशुओं की निगरानी करें।
निष्कर्ष:
Neurocysticercosis Test (Taenia solium Antibody Test) न्यूरोसिस्टिसर्कोसिस संक्रमण की पुष्टि के लिए किया जाता है। ELISA और EITB टेस्ट एंटीबॉडी की पहचान करते हैं, जबकि PCR टेस्ट संक्रमण की सटीक पुष्टि करता है। MRI और CT स्कैन मस्तिष्क में सिस्ट की उपस्थिति को दर्शाते हैं।
Albendazole और Praziquantel जैसी दवाइयाँ संक्रमण को खत्म करने के लिए दी जाती हैं, जबकि Corticosteroids सूजन को कम करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। गंभीर मामलों में सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है। संक्रमण से बचाव के लिए खाद्य स्वच्छता, साफ पानी और व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखना आवश्यक है।