Mean Corpuscular Volume (MCV)

Mean Corpuscular Volume (MCV)

Mean Corpuscular Volume (MCV) क्या होता है?

Mean Corpuscular Volume (MCV) लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells – RBCs) के औसत आकार (साइज) को मापने का एक तरीका है। इसे फेम्टोलिटर (fL) में मापा जाता है।

  • सामान्य MCV रेंज: 80-100 fL
  • यदि MCV 80 fL से कम है, तो RBCs छोटे (Microcytic) होते हैं।
  • यदि MCV 100 fL से अधिक है, तो RBCs बड़े (Macrocytic) होते हैं।

MCV को अक्सर हीमोग्लोबिन, हेमाटोक्रिट, और RBC काउंट के साथ देखा जाता है ताकि यह समझा जा सके कि शरीर में खून से जुड़ी कोई समस्या तो नहीं है।


CBC में MCV की जांच कैसे की जाती है?

1. रक्त सैंपल लिया जाता है

  • मरीज की नस (Vein) से रक्त लिया जाता है
  • रक्त को EDTA युक्त ट्यूब में रखा जाता है ताकि यह जमने से बचा रहे।

2. मशीन द्वारा जांच (Automated Hematology Analyzer Method)

  • MCV की जांच ऑटोमेटेड हेमेटोलॉजी एनालाइजर (Automated Hematology Analyzer) द्वारा की जाती है।
  • यह मशीन प्रत्येक RBC के आकार की गणना करके औसत निकालती है।
  • मशीन RBC की कुल मात्रा को उनकी संख्या से भाग देकर MCV निकालती है: MCV (fL) = (Hematocrit % × 10) ÷ RBC Count (Million/µL)

3. माइक्रोस्कोप से अतिरिक्त जांच (Peripheral Blood Smear – PBS)

  • अगर मशीन के रिजल्ट असामान्य हों, तो ब्लड स्मीयर बनाकर माइक्रोस्कोप से RBCs के आकार को देखा जाता है।

MCV टेस्ट क्यों किया जाता है?

यह टेस्ट निम्नलिखित स्थितियों की जांच करने के लिए किया जाता है:

  1. एनीमिया (Anemia) का प्रकार जानने के लिए – MCV के आधार पर यह पता चलता है कि एनीमिया माइक्रोसाइटिक, मैक्रोसाइटिक या नॉर्मोसाइटिक है।
  2. आयरन, विटामिन B12 और फोलिक एसिड की कमी का पता लगाने के लिए
  3. लिवर डिजीज, थायरॉयड प्रॉब्लम, और अल्कोहल से जुड़ी बीमारियों की जांच के लिए
  4. बोन मैरो से जुड़ी समस्याओं की पहचान के लिए, जैसे अप्लास्टिक एनीमिया या मायेलोडिसप्लास्टिक सिंड्रोम।

MCV टेस्ट से कौन-कौन सी बीमारियों का पता चलता है?

1. जब MCV कम होता है (Microcytic Anemia – RBCs छोटे होते हैं, MCV < 80 fL)

  • आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया (Iron Deficiency Anemia)
  • थैलेसीमिया (Thalassemia) – एक अनुवांशिक रक्त विकार।
  • क्रॉनिक डिजीज से जुड़ा एनीमिया (Anemia of Chronic Disease)
  • साइडरब्लास्टिक एनीमिया (Sideroblastic Anemia)

2. जब MCV सामान्य होता है (Normocytic Anemia – RBCs का आकार सामान्य, MCV 80-100 fL)

  • ब्लड लॉस (Acute Blood Loss)
  • क्रॉनिक किडनी डिजीज (Chronic Kidney Disease – CKD)
  • अप्लास्टिक एनीमिया (Aplastic Anemia)
  • हीमोलिटिक एनीमिया (Hemolytic Anemia)

3. जब MCV अधिक होता है (Macrocytic Anemia – RBCs बड़े होते हैं, MCV > 100 fL)

  • विटामिन B12 और फोलिक एसिड की कमी से होने वाला एनीमिया
  • लिवर डिजीज (Liver Disease)
  • अल्कोहल से जुड़ा एनीमिया (Alcohol-related Anemia)
  • हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism)
  • मायेलोडिसप्लास्टिक सिंड्रोम (Myelodysplastic Syndrome – MDS)

MCV टेस्ट करने के लिए उपयोग की जाने वाली मशीनें

  1. Automated Hematology Analyzer – MCV, RBC Count, Hematocrit, और अन्य पैरामीटर्स को मापने के लिए।
  2. Centrifuge Machine – रक्त सैंपल को अलग-अलग घटकों में विभाजित करने के लिए।
  3. Microscope – यदि RBCs के आकार की मैन्युअल जांच करनी हो।

MCV टेस्ट करने के लिए आवश्यक रसायन (Reagents)

  1. EDTA (Ethylenediaminetetraacetic Acid) – रक्त को जमने से बचाने के लिए।
  2. Leishman’s Stain या Wright’s Stain – ब्लड स्मीयर देखने के लिए।

टेस्ट रिपोर्ट को कैसे पढ़ें? (उदाहरण सहित)

उदाहरण रिपोर्ट:

  • MCV: 72 fL (कम)
  • हीमोग्लोबिन: 9.0 g/dL (कम)
  • RBC Count: 4.2 मिलियन/µL (सामान्य)

रिपोर्ट की व्याख्या:

  • अगर MCV < 80 fL है, तो यह Microcytic Anemia (छोटे RBCs वाला एनीमिया) का संकेत हो सकता है, जो आयरन की कमी या थैलेसीमिया के कारण हो सकता है।
  • अगर MCV 80-100 fL है, तो RBCs सामान्य आकार के होते हैं, लेकिन हीमोग्लोबिन कम हो सकता है (जैसे किडनी डिजीज में)।
  • अगर MCV > 100 fL है, तो यह Macrocytic Anemia (बड़े RBCs वाला एनीमिया) का संकेत हो सकता है, जो विटामिन B12 और फोलिक एसिड की कमी या लिवर डिजीज के कारण हो सकता है।

बीमारी का उपचार और सुझाव

1. यदि MCV कम है (Microcytic Anemia में)

  • आयरन युक्त आहार (हरी पत्तेदार सब्जियां, बीन्स, रेड मीट, गुड़) खाएँ।
  • आयरन सप्लीमेंट्स (डॉक्टर की सलाह से) लें।
  • यदि थैलेसीमिया है, तो डॉक्टर से नियमित जांच कराएँ।

2. यदि MCV सामान्य है (Normocytic Anemia में)

  • यदि किडनी डिजीज है, तो डॉक्टर से Erythropoietin इंजेक्शन के बारे में पूछें।
  • अगर ब्लड लॉस हुआ है, तो आयरन और फोलिक एसिड सप्लीमेंट्स लें।

3. यदि MCV अधिक है (Macrocytic Anemia में)

  • विटामिन B12 और फोलिक एसिड सप्लीमेंट लें
  • अल्कोहल कम करें, क्योंकि यह MCV बढ़ा सकता है।
  • यदि लिवर डिजीज या थायरॉयड समस्या है, तो डॉक्टर से उचित दवाएं लें।

निष्कर्ष

MCV टेस्ट यह जानने में मदद करता है कि RBCs का आकार सामान्य है या नहीं। इससे एनीमिया, आयरन की कमी, विटामिन B12 / फोलिक एसिड की कमी, लिवर डिजीज, और बोन मैरो डिसऑर्डर जैसी बीमारियों का पता लगाया जाता है। रिपोर्ट के अनुसार सही आहार, सप्लीमेंट्स और जीवनशैली में बदलाव करके इस स्तर को संतुलित किया जा सकता है।

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