Liver Abscess Aspirate Test
लीवर एब्सेस एस्पिरेट टेस्ट (Liver Abscess Aspirate Test)
यह टेस्ट क्यों किया जाता है?
लीवर एब्सेस (Liver Abscess) यानी यकृत में फोड़े की पुष्टि के लिए यह टेस्ट किया जाता है। लीवर एब्सेस आमतौर पर बैक्टीरिया, अमीबा या फंगल संक्रमण के कारण हो सकता है। यदि मरीज को तेज बुखार, पेट के ऊपरी दाएं हिस्से में दर्द, उल्टी, भूख न लगना और कमजोरी जैसी समस्याएँ हो रही हैं, तो डॉक्टर इस टेस्ट की सलाह देते हैं।
इस टेस्ट से कौन-कौन सी बीमारियों का पता चलता है?
- अमीबिक लीवर एब्सेस (Amoebic Liver Abscess)
- Entamoeba histolytica नामक परजीवी के कारण होता है।
- यह दूषित पानी और भोजन के सेवन से फैलता है।
- पायोजेनिक लीवर एब्सेस (Pyogenic Liver Abscess)
- E. coli, Klebsiella, Streptococcus जैसी बैक्टीरिया के कारण होता है।
- यह पित्ताशय, आँतों या रक्त प्रवाह से लीवर में फैल सकता है।
- फंगल लीवर एब्सेस (Fungal Liver Abscess)
- Candida जैसी फंगल इंफेक्शन के कारण होता है।
- यह आमतौर पर कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले मरीजों में पाया जाता है।
यह टेस्ट कैसे किया जाता है?
- अल्ट्रासाउंड गाइडेंस:
- सबसे पहले, अल्ट्रासाउंड या CT स्कैन की मदद से लीवर एब्सेस की सही लोकेशन की पहचान की जाती है।
- एस्पिरेशन प्रक्रिया:
- एक स्टरल सुई को त्वचा के माध्यम से लीवर एब्सेस में डाला जाता है।
- सुई के माध्यम से मवाद (Pus) को निकालकर एक स्टरल कंटेनर में इकट्ठा किया जाता है।
- लैब जांच:
- निकाले गए मवाद को माइक्रोस्कोप, कल्चर और PCR टेस्ट के लिए भेजा जाता है।
इस टेस्ट को करने के लिए कौन सी मशीनों का उपयोग किया जाता है?
- अल्ट्रासाउंड मशीन (Ultrasound Scanner) – एब्सेस की लोकेशन की पहचान के लिए।
- सीटी स्कैन (CT Scanner) – जटिल मामलों में सटीक डायग्नोसिस के लिए।
- ऑटोमेटेड कल्चर सिस्टम – बैक्टीरिया की पहचान के लिए।
- PCR मशीन – Entamoeba histolytica या अन्य संक्रमणों के DNA की पहचान के लिए।
- माइक्रोस्कोप – बैक्टीरिया और अमीबा की डायरेक्ट जांच के लिए।
टेस्ट को करने के लिए कौन से रसायनों की जरूरत होती है?
- Gram Stain और Giemsa Stain – बैक्टीरिया और अमीबा की पहचान के लिए।
- Sabouraud Dextrose Agar – फंगल कल्चर के लिए।
- MacConkey और Blood Agar – बैक्टीरिया कल्चर के लिए।
- PCR Reagents (Primers, Buffers, Enzymes) – DNA आधारित टेस्ट के लिए।
टेस्ट की रिपोर्ट को कैसे समझाया और पढ़ा जाता है?
1. माइक्रोस्कोपी और कल्चर रिपोर्ट:
- अगर बैक्टीरिया पाया जाता है:
- E. coli, Klebsiella, या Streptococcus का संक्रमण होने की पुष्टि होती है।
- अगर अमीबा पाया जाता है:
- Entamoeba histolytica की पुष्टि होती है।
- अगर फंगल ग्रोथ होती है:
- Candida या अन्य फंगल संक्रमण की पहचान होती है।
2. PCR टेस्ट रिपोर्ट:
- अगर Entamoeba histolytica का DNA पाया जाता है, तो अमीबिक लीवर एब्सेस की पुष्टि होती है।
उदाहरण:
- “Gram-negative bacilli (Klebsiella pneumoniae) isolated in pus culture, suggestive of Pyogenic Liver Abscess.”
- “Entamoeba histolytica DNA detected in PCR analysis, suggestive of Amoebic Liver Abscess.”
बीमारी के उपचार के बारे में सुझाव
1. अमीबिक लीवर एब्सेस का उपचार:
- एंटी-अमीबिक दवा:
- Metronidazole (Flagyl) – 500-750 mg दिन में 3 बार, 7-10 दिन तक
- सहायक दवा:
- Diloxanide furoate – आँतों में अमीबा को खत्म करने के लिए।
- अगर एब्सेस बड़ा हो या फटने का खतरा हो:
- एस्पिरेशन (Abscess Drainage) की जरूरत पड़ सकती है।
2. पायोजेनिक लीवर एब्सेस का उपचार:
- एंटीबायोटिक्स:
- Ceftriaxone + Metronidazole (संक्रमण को खत्म करने के लिए)।
- सर्जरी:
- अगर संक्रमण ज्यादा बढ़ गया हो, तो सर्जिकल ड्रेनेज की जरूरत पड़ सकती है।
3. फंगल लीवर एब्सेस का उपचार:
- एंटी-फंगल दवाइयाँ:
- Fluconazole या Amphotericin B।
रोकथाम के उपाय
- साफ पानी और स्वच्छ भोजन का सेवन करें।
- हाथ धोने की आदत डालें, खासकर खाने से पहले।
- खराब पकी हुई मछली और मांस से बचें।
- अगर पित्ताशय या आँतों में कोई संक्रमण हो, तो तुरंत इलाज कराएँ, ताकि बैक्टीरिया लीवर तक न फैले।
निष्कर्ष:
लीवर एब्सेस एक गंभीर संक्रमण है, जो अमीबा, बैक्टीरिया या फंगल संक्रमण के कारण हो सकता है। इसका सही इलाज करने के लिए लीवर एब्सेस एस्पिरेट टेस्ट किया जाता है, जिससे संक्रमण की सही वजह का पता चलता है। अल्ट्रासाउंड गाइडेड एस्पिरेशन, माइक्रोस्कोपी, कल्चर और PCR टेस्ट के माध्यम से इसका निदान किया जाता है। सही समय पर एंटीबायोटिक्स, एंटी-अमीबिक या एंटी-फंगल दवाइयाँ लेकर इस संक्रमण का सफलतापूर्वक इलाज किया जा सकता है।