Kala-Azar (Visceral Leishmaniasis) TestRK39 Test

Kala-Azar (Visceral Leishmaniasis) TestRK39 Test: To confirm Leishmania donovani parasite.

Kala-Azar (Visceral Leishmaniasis) TestRK39 Test: लीशमैनिया डोनोवानी (Leishmania donovani) परजीवी की पुष्टि के लिए।

RK39 Test: कालाजार (Visceral Leishmaniasis) की पुष्टि के लिए

यह टेस्ट क्यों किया जाता है?

RK39 टेस्ट कालाजार (Visceral Leishmaniasis) के संक्रमण की पुष्टि करने के लिए किया जाता है। यह बीमारी Leishmania donovani परजीवी के कारण होती है, जो बालू मक्खी (Sandfly) के काटने से फैलती है

यह टेस्ट संक्रमित व्यक्ति के रक्त में लीशमैनिया परजीवी के खिलाफ बनने वाले एंटीबॉडी (Anti-Leishmania Antibodies) की पहचान करता है। RK39 नामक एक विशेष प्रोटीन एंटीजन को इस टेस्ट में उपयोग किया जाता है, जो लीशमैनिया संक्रमण में शरीर द्वारा उत्पादित एंटीबॉडी से प्रतिक्रिया करता है।

टेस्ट के मुख्य उद्देश्य:

  1. कालाजार की शीघ्र और सटीक पहचान करना।
  2. लक्षणों वाले रोगियों में लीशमैनियासिस संक्रमण की पुष्टि करना।
  3. संक्रमण की व्यापकता को समझने और रोकथाम कार्यक्रमों में मदद करना।

इस टेस्ट से कौन-कौन सी बीमारियों का पता चलता है?

  1. कालाजार (Visceral Leishmaniasis / VL) – लीशमैनिया डोनोवानी परजीवी के कारण होने वाली गंभीर बीमारी, जिसमें बुखार, वजन कम होना, तिल्ली और यकृत का बढ़ना, एनीमिया, और कमजोरी होती है।
  2. पोस्ट-कालाजार डर्मल लीशमैनियासिस (PKDL) – कालाजार के इलाज के बाद कुछ रोगियों में त्वचा पर चकत्ते और घाव बन सकते हैं। RK39 टेस्ट PKDL की पुष्टि में भी सहायक होता है।

यह टेस्ट कैसे किया जाता है?

टेस्ट प्रक्रिया:

  1. रक्त का नमूना लेना:
    • उंगली की सुई चुभाकर या नस से रक्त लिया जाता है।
  2. इम्यूनोक्रोमैटोग्राफिक तकनीक द्वारा एंटीबॉडी जांच:
    • RK39 टेस्ट रैपिड डाइग्नोस्टिक टेस्ट (RDT) है, जिसे एक स्ट्रिप (Test Strip) पर किया जाता है।
    • रक्त की कुछ बूंदें और बफर सॉल्यूशन इस टेस्ट स्ट्रिप पर डाले जाते हैं।
    • 15-20 मिनट में रिजल्ट मिल जाता है।
  3. परिणाम की व्याख्या:
    • अगर स्ट्रिप पर दो लाइनें दिखती हैं, तो टेस्ट पॉजिटिव है, यानी व्यक्ति को कालाजार संक्रमण है।
    • अगर एक ही लाइन दिखती है, तो टेस्ट नेगेटिव है।

इस टेस्ट को करने के लिए कौन सी मशीनों का उपयोग किया जाता है?

  1. RK39 Rapid Test Kit – यह एक किट-आधारित टेस्ट है, जिसके लिए किसी बड़े मशीन की जरूरत नहीं होती।
  2. ELISA Reader (विस्तृत पुष्टि के लिए) – कुछ मामलों में RK39 टेस्ट के परिणाम को ELISA टेस्ट द्वारा भी पुष्टि की जा सकती है।
  3. Centrifuge Machine – यदि टेस्ट सीरम पर किया जाता है, तो रक्त से सीरम अलग करने के लिए।

टेस्ट को करने के लिए कौन से रसायनों की जरूरत होती है?

  1. RK39 एंटीजन (Recombinant K39 Antigen) – यह Leishmania donovani परजीवी से प्राप्त किया गया प्रोटीन होता है।
  2. बफर सॉल्यूशन – टेस्ट के दौरान रासायनिक प्रतिक्रिया को बनाए रखने के लिए।
  3. गोल्ड कोलाइडल मार्कर – जो टेस्ट स्ट्रिप पर रिजल्ट दिखाने के लिए उपयोग होता है।

टेस्ट की रिपोर्ट को कैसे समझाया और पढ़ा जाता है?

सकारात्मक (Positive) रिपोर्ट:

  • अगर RK39 टेस्ट पॉजिटिव है, तो व्यक्ति के शरीर में कालाजार संक्रमण के खिलाफ एंटीबॉडी मौजूद हैं।
  • संक्रमण की पुष्टि के लिए अतिरिक्त परीक्षण जैसे Spleen/Bone Marrow Aspiration या PCR की सलाह दी जा सकती है।

नकारात्मक (Negative) रिपोर्ट:

  • अगर टेस्ट नेगेटिव है, तो व्यक्ति को कालाजार संक्रमण नहीं है, या फिर संक्रमण बहुत प्रारंभिक अवस्था में हो सकता है।
  • अगर लक्षण मौजूद हैं और RK39 नेगेटिव है, तो डॉक्टर पुनः परीक्षण या अन्य जांचें (rK28, DAT, या PCR) करने की सलाह दे सकते हैं।

उदाहरण:

  1. अगर रिपोर्ट में “Positive” आता है, और मरीज को बुखार, वजन घटने, तिल्ली बढ़ने जैसी समस्याएँ हैं, तो यह कालाजार संक्रमण की पुष्टि करता है और तुरंत उपचार की जरूरत होती है।
  2. अगर रिपोर्ट “Negative” है, लेकिन लक्षण मौजूद हैं, तो PCR या अन्य परीक्षणों की आवश्यकता हो सकती है।

बीमारी के उपचार के बारे में सुझाव

1. दवाइयों से उपचार (Anti-Leishmanial Treatment):

  • Liposomal Amphotericin B (Ambisome) – 10-15 mg/kg IV – WHO द्वारा अनुशंसित प्राथमिक उपचार।
  • Miltefosine (Oral Therapy) – 50-100 mg/day – गर्भवती महिलाओं को छोड़कर अन्य मरीजों के लिए।
  • Sodium Stibogluconate (SSG) + Paromomycin – कुछ क्षेत्रों में प्रभावी उपचार।

2. लक्षणों का प्रबंधन (Symptomatic Treatment):

  • बुखार और कमजोरी के लिए पोषण और हाइड्रेशन।
  • यदि स्प्लेनोमेगाली (तिल्ली का बढ़ना) अत्यधिक है, तो सर्जिकल हस्तक्षेप की जरूरत हो सकती है।

3. रोकथाम (Prevention):

  • बालू मक्खियों से बचाव – मच्छरदानी और कीटनाशक का उपयोग।
  • स्वच्छता बनाए रखना – आसपास सफाई रखना ताकि बालू मक्खियों का प्रजनन न हो।
  • Kala-Azar Control Program – सरकारी योजनाओं के तहत सामूहिक जांच और उपचार कराना।

निष्कर्ष:

RK39 टेस्ट कालाजार संक्रमण का तेजी से पता लगाने का एक प्रभावी तरीका है। यह सरल, सस्ता और फील्ड कंडीशन्स में आसानी से किया जा सकता है। यदि संक्रमण की पुष्टि होती है, तो उचित दवाइयों द्वारा इलाज आवश्यक होता है। समय पर उपचार से मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो सकता है और जटिलताओं से बचा जा सकता है।

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