IgM antibody test

IgM antibody test: To detect recent infection.

IgM एंटीबॉडी टेस्ट: हाल ही में हुए संक्रमण का पता लगाने के लिए।

IgM एंटीबॉडी टेस्ट: हाल ही में हुए संक्रमण का पता लगाने के लिए

यह टेस्ट क्यों किया जाता है?

IgM (Immunoglobulin M) एंटीबॉडी टेस्ट का उपयोग यह जानने के लिए किया जाता है कि किसी व्यक्ति को हाल ही में कोई संक्रमण हुआ है या नहीं। जब शरीर किसी वायरस, बैक्टीरिया या अन्य रोगजनकों (pathogens) के संपर्क में आता है, तो इम्यून सिस्टम सबसे पहले IgM एंटीबॉडी का उत्पादन करता है। यह टेस्ट संक्रमण के शुरुआती चरणों में रोग की पहचान करने में मदद करता है।

इस टेस्ट से कौन-कौन सी बीमारियों का पता चलता है?

IgM एंटीबॉडी टेस्ट का उपयोग कई वायरल और बैक्टीरियल संक्रमणों का पता लगाने के लिए किया जाता है, जिनमें शामिल हैं:

  1. वायरल संक्रमण:
    • डेंगू (Dengue Virus)
    • चिकनगुनिया (Chikungunya Virus)
    • हेपेटाइटिस A, B, C (Hepatitis A, B, C)
    • कोविड-19 (SARS-CoV-2)
    • हर्पीस सिम्प्लेक्स वायरस (HSV-1, HSV-2)
    • एबोला वायरस (Ebola Virus)
    • रूबेला (Rubella)
  2. बैक्टीरियल संक्रमण:
    • टाइफाइड (Typhoid – Salmonella Typhi)
    • लेप्टोस्पायरोसिस (Leptospirosis)
    • ब्रूसेलोसिस (Brucellosis)
    • लाइम डिजीज (Lyme Disease)

यह टेस्ट कैसे किया जाता है?

  1. ब्लड सैंपल लेना:
    • टेस्ट के लिए मरीज के शरीर से ब्लड लिया जाता है, आमतौर पर हाथ की नस (vein) से।
    • कुछ मामलों में उंगली से ब्लड ड्रॉप लेकर भी टेस्ट किया जा सकता है (Rapid Test Kit)।
  2. सीरम या प्लाज्मा अलग करना:
    • ब्लड को सेंट्रीफ्यूज (centrifuge) करके सीरम या प्लाज्मा अलग किया जाता है।
  3. टेस्ट की प्रक्रिया:
    • ELISA (Enzyme-Linked Immunosorbent Assay) – इसमें वायरस या बैक्टीरिया के प्रति प्रतिक्रिया देने वाले IgM एंटीबॉडी की उपस्थिति की जांच की जाती है।
    • Rapid Immunochromatographic Test (ICT) – यह त्वरित परीक्षण होता है, जिसमें टेस्ट स्ट्रिप पर ब्लड या सीरम डालकर कुछ मिनटों में रिजल्ट प्राप्त किया जाता है।
    • Chemiluminescent Immunoassay (CLIA) – यह तकनीक ELISA से अधिक संवेदनशील होती है और IgM एंटीबॉडी की मात्रा को अधिक सटीकता से मापती है।

इस टेस्ट को करने के लिए कौन सी मशीनों का उपयोग किया जाता है?

  1. ELISA Reader & Washer – ELISA टेस्ट के लिए।
  2. Chemiluminescence Immunoassay (CLIA) Analyzer – अधिक संवेदनशील परीक्षण के लिए।
  3. Centrifuge Machine – ब्लड से सीरम या प्लाज्मा अलग करने के लिए।
  4. Biosafety Cabinet – ब्लड सैंपल को सुरक्षित रूप से हैंडल करने के लिए।
  5. Rapid Test Kit (ICT-based) – तुरंत परिणाम देने वाले परीक्षणों के लिए।

टेस्ट को करने के लिए कौन से रसायनों की जरूरत होती है?

  1. Antigen-Coated Wells या Test Strips – वायरस या बैक्टीरिया के खिलाफ प्रतिक्रिया की जांच के लिए।
  2. Enzyme-Linked Secondary Antibody – IgM एंटीबॉडी की पहचान के लिए।
  3. Substrate Solution (TMB – Tetramethylbenzidine) – ELISA में कलर डिटेक्शन के लिए।
  4. Buffer Solutions (Phosphate Buffered Saline – PBS) – रिएक्शन स्टेबल बनाए रखने के लिए।
  5. Stop Solution (Sulfuric Acid या Hydrochloric Acid) – रिएक्शन रोकने के लिए।

टेस्ट की रिपोर्ट को कैसे समझाया और पढ़ा जाता है?

  1. Negative Result (कोई हालिया संक्रमण नहीं मिला)
    • यदि टेस्ट में IgM एंटीबॉडी नहीं पाई जाती है, तो व्यक्ति को हाल ही में संक्रमण नहीं हुआ है।
    • उदाहरण: Dengue IgM Negative, Typhoid IgM Negative – मरीज को डेंगू या टाइफाइड नहीं है।
  2. Positive Result (हाल ही में संक्रमण हुआ है)
    • यदि IgM एंटीबॉडी पाई जाती है, तो इसका मतलब है कि व्यक्ति को हाल ही में संक्रमण हुआ है।
    • उदाहरण: Hepatitis A IgM Positive – मरीज को हाल ही में हेपेटाइटिस A संक्रमण हुआ है।
  3. Doubtful या Borderline Result (संदिग्ध परिणाम)
    • यदि टेस्ट का परिणाम संदिग्ध है, तो डॉक्टर IgG एंटीबॉडी टेस्ट या PCR टेस्ट की सलाह दे सकते हैं।

उदाहरण:

केस 1:

  • एक मरीज को बुखार, सिरदर्द और जोड़ों में दर्द की शिकायत है।
  • डॉक्टर ने डेंगू IgM एंटीबॉडी टेस्ट करवाया।
  • रिपोर्ट में IgM Positive आया, इसका मतलब है कि मरीज को हाल ही में डेंगू संक्रमण हुआ है।

केस 2:

  • एक व्यक्ति को कोविड-19 के लक्षण हैं और डॉक्टर ने Covid-19 IgM/IgG टेस्ट करवाया।
  • रिपोर्ट में IgM Negative, IgG Positive आया।
  • इसका मतलब है कि मरीज को पहले कोविड-19 हो चुका है, लेकिन अभी सक्रिय संक्रमण नहीं है।

बीमारी के उपचार के बारे में सुझाव

  1. संक्रमण के अनुसार उपचार करें
    • वायरल संक्रमण के लिए – लक्षणों का उपचार (fever medicine, hydration, rest) करें।
    • बैक्टीरियल संक्रमण के लिए – एंटीबायोटिक्स डॉक्टर की सलाह से लें।
  2. संक्रमण से बचाव के उपाय अपनाएं
    • टीकाकरण कराएं – हेपेटाइटिस, कोविड-19, रूबेला, टाइफाइड जैसी बीमारियों के लिए वैक्सीन उपलब्ध हैं।
    • स्वच्छता बनाए रखें – हाथ धोना, साफ पानी पीना, संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाना।
    • मच्छरों से बचाव करें – डेंगू और चिकनगुनिया से बचने के लिए मच्छरदानी और रिपेलेंट का उपयोग करें।

निष्कर्ष

IgM एंटीबॉडी टेस्ट हाल ही में हुए संक्रमण की पहचान करने के लिए एक महत्वपूर्ण जांच है। यह टेस्ट डेंगू, चिकनगुनिया, हेपेटाइटिस, कोविड-19 और टाइफाइड जैसी बीमारियों के निदान में सहायक होता है। रिपोर्ट के अनुसार डॉक्टर उचित उपचार और सावधानी बरतने की सलाह देते हैं। संक्रमण से बचने के लिए टीकाकरण, स्वच्छता और समय पर जांच कराना आवश्यक है।

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