HSV-1 & HSV-2 IgM/IgG Test

HSV-1 & HSV-2 IgM/IgG Test – Confirmation of herpes infection.—

HSV-1 & HSV-2 IgM/IgG Test – हर्पीस संक्रमण की पुष्टि।—

HSV-1 & HSV-2 IgM/IgG Test – हर्पीस संक्रमण की पुष्टि

यह टेस्ट क्यों किया जाता है?

HSV-1 और HSV-2 IgM/IgG टेस्ट का उपयोग हर्पीस सिम्प्लेक्स वायरस (HSV) संक्रमण की पुष्टि करने और संक्रमण की स्थिति (नया या पुराना) का पता लगाने के लिए किया जाता है। HSV-1 आमतौर पर मुंह के छाले (cold sores/oral herpes) से जुड़ा होता है, जबकि HSV-2 जननांग हरपीज (genital herpes) संक्रमण का मुख्य कारण होता है।

यह टेस्ट निम्नलिखित स्थितियों में किया जाता है:

  1. यदि मरीज को मुंह, जननांग, या शरीर के किसी हिस्से पर दर्दनाक छाले या फफोले हो रहे हों।
  2. गर्भवती महिलाओं में HSV संक्रमण की जांच के लिए, ताकि नवजात शिशु को संक्रमण से बचाया जा सके।
  3. यदि मरीज को बार-बार हर्पीस संक्रमण हो रहा हो।
  4. यदि व्यक्ति किसी HSV संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आया हो और जांच करवाना चाहता हो।
  5. इम्यूनो-कॉम्प्रोमाइज़्ड मरीजों (HIV, कैंसर के मरीज) में HSV संक्रमण की पहचान करने के लिए।

इस टेस्ट से कौन-कौन सी बीमारियों का पता चलता है?

HSV-1 & HSV-2 IgM/IgG टेस्ट निम्नलिखित बीमारियों का पता लगाने में सहायक होता है:

  • ओरल हर्पीस (Cold Sores) – HSV-1 वायरस के कारण।
  • जननांग हर्पीस (Genital Herpes) – HSV-2 वायरस के कारण।
  • नवजात हर्पीस (Neonatal Herpes) – मां से नवजात को HSV संक्रमण।
  • हरपीज एन्सेफलाइटिस (Herpes Encephalitis) – मस्तिष्क में HSV संक्रमण।
  • हरपीज केराटाइटिस (Herpes Keratitis) – आंखों में HSV संक्रमण।

यह टेस्ट कैसे किया जाता है?

HSV-1 & HSV-2 IgM/IgG टेस्ट एक रक्त परीक्षण (Blood Test) है। इसमें मरीज के ब्लड सैंपल को लिया जाता है और उसमें HSV वायरस के प्रति बनी एंटीबॉडी (IgM और IgG) की जांच की जाती है।

  1. रक्त का नमूना लिया जाता है।
  2. नमूने को एक विशेष किट में डालकर परीक्षण किया जाता है।
  3. IgM और IgG एंटीबॉडी की उपस्थिति को जांचा जाता है।
  4. यदि एंटीबॉडी मौजूद हैं, तो संक्रमण की पुष्टि होती है।

इस टेस्ट को करने के लिए कौन सी मशीनों का उपयोग किया जाता है?

  1. ELISA (Enzyme-Linked Immunosorbent Assay) मशीन – HSV एंटीबॉडी की पहचान के लिए।
  2. Chemiluminescence Immunoassay (CLIA) Analyzer – HSV IgM/IgG की पुष्टि के लिए।
  3. Automated Blood Analyzer – रक्त नमूनों की जांच के लिए।

इस टेस्ट को करने के लिए कौन से रसायनों की जरूरत होती है?

  1. HSV-1 & HSV-2 Specific IgM & IgG Antibody Reagents – एंटीबॉडी की पहचान के लिए।
  2. Enzyme Substrate Solution – ELISA टेस्ट में रंग विकसित करने के लिए।
  3. Buffer Solutions & Washing Solutions – टेस्ट प्रक्रिया के दौरान सैंपल को साफ करने के लिए।
  4. Chemiluminescent Substrates – CLIA तकनीक में HSV एंटीबॉडी डिटेक्शन के लिए।

टेस्ट की रिपोर्ट को कैसे समझा जाता है?

HSV IgM/IgG टेस्ट रिपोर्ट में चार संभावित परिणाम हो सकते हैं:

  1. IgM पॉजिटिव, IgG नेगेटिव:
    • यह नया HSV संक्रमण दर्शाता है।
    • मरीज को हाल ही में HSV संक्रमण हुआ है और यह शुरुआती चरण में है।
  2. IgM नेगेटिव, IgG पॉजिटिव:
    • यह पुराना HSV संक्रमण दर्शाता है।
    • मरीज पहले HSV संक्रमित हो चुका है और अब वायरस निष्क्रिय अवस्था में है।
  3. IgM पॉजिटिव, IgG पॉजिटिव:
    • यह दर्शाता है कि मरीज को पहले HSV संक्रमण हुआ था और अब पुनः सक्रिय (Reactivated) हो गया है।
    • ऐसा तब होता है जब इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है।
  4. IgM नेगेटिव, IgG नेगेटिव:
    • इसका मतलब है कि मरीज को अभी तक HSV संक्रमण नहीं हुआ है।

उदाहरण द्वारा समझना

केस 1: एक महिला में HSV-2 संक्रमण की पुष्टि

  • एक 28 वर्षीय महिला को जननांग क्षेत्र में दर्दनाक छाले हुए।
  • डॉक्टर ने HSV-2 IgM & IgG टेस्ट किया।
  • IgM पॉजिटिव और IgG नेगेटिव आया, यानी हाल ही में HSV-2 संक्रमण हुआ था।
  • डॉक्टर ने Valacyclovir दवा दी और सुरक्षित यौन संबंध की सलाह दी।

केस 2: एक पुरुष में पुराना HSV-1 संक्रमण

  • एक 35 वर्षीय पुरुष को अक्सर होठों पर छाले हो जाते थे।
  • डॉक्टर ने HSV IgM/IgG टेस्ट किया।
  • IgM नेगेटिव और IgG पॉजिटिव आया, यानी पुराना HSV-1 संक्रमण था, जो बार-बार सक्रिय हो रहा था।
  • डॉक्टर ने Acyclovir दिया और इम्यून सिस्टम मजबूत करने के लिए हेल्दी डाइट की सलाह दी।

बीमारी का उपचार और सुझाव

HSV संक्रमण का उपचार

HSV संक्रमण लाइफटाइम रहता है, लेकिन एंटीवायरल दवाओं से लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है।

  • Acyclovir, Valacyclovir, और Famciclovir HSV वायरस की गतिविधि को कम करते हैं।
  • HSV संक्रमण में इम्यूनिटी को मजबूत करना जरूरी है, इसलिए हेल्दी डाइट और पर्याप्त आराम लें।
  • गंभीर मामलों में (जैसे नवजात हर्पीस, हरपीज एन्सेफलाइटिस) IV Acyclovir दिया जाता है।

HSV संक्रमण से बचाव के उपाय

  1. HSV संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें, खासकर यदि छाले सक्रिय हैं।
  2. सुरक्षित यौन संबंध (कंडोम का उपयोग) करें, लेकिन ध्यान दें कि कंडोम HSV संक्रमण को पूरी तरह नहीं रोक सकता।
  3. गर्भवती महिलाओं को HSV संक्रमण की स्थिति की जांच करवानी चाहिए, ताकि नवजात को संक्रमण से बचाया जा सके।
  4. स्वस्थ आहार और पर्याप्त नींद लें, क्योंकि कमजोर इम्यून सिस्टम HSV को फिर से सक्रिय कर सकता है।

निष्कर्ष

HSV-1 और HSV-2 IgM/IgG टेस्ट हर्पीस संक्रमण की पुष्टि करने और यह जानने का एक प्रभावी तरीका है कि संक्रमण नया है या पुराना। यह टेस्ट रक्त में HSV एंटीबॉडी की जांच करता है और HSV के प्रसार को नियंत्रित करने में मदद करता है। यदि संक्रमण की पुष्टि होती है, तो एंटीवायरल दवाओं से लक्षणों को नियंत्रित किया जाता है। HSV को पूरी तरह खत्म नहीं किया जा सकता, लेकिन उचित देखभाल और सावधानियों से इसके प्रसार को रोका जा सकता है।

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