HPV DNA test (Human Papillomavirus Test)
HPV DNA टेस्ट (Human Papillomavirus Test)
HPV DNA टेस्ट (Human Papillomavirus DNA Test)
यह टेस्ट क्यों किया जाता है?
HPV DNA टेस्ट का उपयोग ह्यूमन पैपिलोमावायरस (HPV) संक्रमण की पहचान के लिए किया जाता है, जो गर्भाशय ग्रीवा (सर्विक्स) के कैंसर और जननांगों से जुड़ी अन्य बीमारियों का कारण बन सकता है। यह टेस्ट मुख्य रूप से गर्भाशय ग्रीवा कैंसर (Cervical Cancer) के जोखिम का आकलन करने और एचपीवी के हाई-रिस्क स्ट्रेन्स (High-Risk Strains) की पहचान के लिए किया जाता है।
यह टेस्ट उन महिलाओं के लिए विशेष रूप से आवश्यक होता है, जिनका पैप स्मीयर (Pap Smear) टेस्ट असामान्य आता है या जिनमें एचपीवी से जुड़ी समस्याओं का संदेह होता है।
इस टेस्ट से कौन-कौन सी बीमारियों का पता चलता है?
- सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) – गर्भाशय ग्रीवा में कोशिकाओं का असामान्य विकास।
- जननांग मस्से (Genital Warts) – कम जोखिम वाले एचपीवी स्ट्रेन्स के कारण।
- गुदा, योनि, और लिंग का कैंसर (Anal, Vaginal, and Penile Cancer) – हाई-रिस्क एचपीवी स्ट्रेन्स के कारण।
- ओरोफरीनजल कैंसर (Oropharyngeal Cancer) – गले और मुंह के कैंसर से संबंध।
यह टेस्ट कैसे किया जाता है?
- नमूना संग्रह:
- महिलाओं में गर्भाशय ग्रीवा (सर्विक्स) से कोशिकाएं एकत्र की जाती हैं।
- पुरुषों में और कुछ मामलों में गले या अन्य संक्रमित हिस्सों से सैंपल लिया जाता है।
- पैप स्मीयर टेस्ट के दौरान या अलग से सैंपल लिया जा सकता है।
- लैब टेस्टिंग:
- PCR (Polymerase Chain Reaction) तकनीक द्वारा DNA का विश्लेषण किया जाता है।
- HPV के हाई-रिस्क और लो-रिस्क स्ट्रेन्स की पहचान की जाती है।
- रिपोर्ट तैयार की जाती है:
- पॉजिटिव रिपोर्ट का मतलब है कि व्यक्ति के शरीर में हाई-रिस्क एचपीवी मौजूद है।
- नेगेटिव रिपोर्ट का मतलब है कि संक्रमण का कोई संकेत नहीं है।
इस टेस्ट को करने के लिए कौन सी मशीनों का उपयोग किया जाता है?
- Real-Time PCR मशीन – एचपीवी DNA की पहचान के लिए।
- Hybrid Capture 2 (HC2) मशीन – हाई-रिस्क और लो-रिस्क एचपीवी प्रकारों की जांच के लिए।
- Automated Nucleic Acid Extraction मशीन – सैंपल से DNA निकालने के लिए।
टेस्ट को करने के लिए कौन से रसायनों की जरूरत होती है?
- DNA Extraction Buffers – कोशिकाओं से डीएनए अलग करने के लिए।
- PCR Master Mix – DNA की कॉपी बनाने के लिए।
- Fluorescent Probes – हाई-रिस्क और लो-रिस्क एचपीवी का पता लगाने के लिए।
- Hybridization Probes – HC2 तकनीक में उपयोग किया जाता है।
टेस्ट की रिपोर्ट को कैसे समझाया और पढ़ा जाता है?
- HPV DNA पॉजिटिव:
- हाई-रिस्क एचपीवी स्ट्रेन्स मौजूद हैं।
- मरीज को सर्वाइकल कैंसर या अन्य जटिलताओं का खतरा हो सकता है।
- डॉक्टर आगे की जांच (कोलपोस्कोपी या बायोप्सी) की सलाह दे सकते हैं।
- HPV DNA नेगेटिव:
- एचपीवी संक्रमण का कोई संकेत नहीं है।
- दोबारा टेस्ट की जरूरत 3-5 साल बाद हो सकती है।
उदाहरण:
यदि किसी महिला की HPV DNA रिपोर्ट पॉजिटिव आती है और हाई-रिस्क स्ट्रेन्स (जैसे HPV-16 या HPV-18) की पुष्टि होती है, तो उसे आगे कोलपोस्कोपी और बायोप्सी टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है।
बीमारी के उपचार के बारे में सुझाव
- वैक्सीनेशन:
- HPV वैक्सीन (Gardasil, Cervarix) 9 से 26 वर्ष की उम्र तक लेने की सलाह दी जाती है।
- नियमित स्क्रीनिंग:
- महिलाओं को हर 3-5 साल में पैप स्मीयर और HPV DNA टेस्ट कराना चाहिए।
- संक्रमण का इलाज:
- एचपीवी का कोई विशिष्ट इलाज नहीं है, लेकिन जननांग मस्से, कैंसर-पूर्व घाव और संक्रमण के लक्षणों का इलाज किया जाता है।
- लाइफस्टाइल सुधार:
- धूम्रपान और शराब से बचें, स्वस्थ आहार लें और मजबूत इम्यून सिस्टम बनाए रखें।
HPV DNA टेस्ट एक महत्वपूर्ण जांच है, जो कैंसर और अन्य संक्रमणों के जोखिम को कम करने में मदद करता है। समय पर जांच और सही कदम उठाने से गंभीर बीमारियों से बचाव संभव है।