Herpes Simplex Virus (HSV) Test
हर्पीस सिम्प्लेक्स वायरस (Herpes Simplex Virus – HSV) टेस्ट
हर्पीस सिम्प्लेक्स वायरस (Herpes Simplex Virus – HSV) टेस्ट
यह टेस्ट क्यों किया जाता है?
हर्पीस सिम्प्लेक्स वायरस (HSV) टेस्ट का उपयोग HSV-1 और HSV-2 वायरस की पुष्टि करने के लिए किया जाता है। HSV-1 आमतौर पर मुंह के छाले (oral herpes या cold sores) और HSV-2 जननांग हरपीज (genital herpes) के लिए जिम्मेदार होता है। यह टेस्ट निम्नलिखित कारणों से किया जाता है:
- त्वचा और जननांगों पर छाले या घाव होने पर संक्रमण की पुष्टि करने के लिए।
- गर्भवती महिलाओं में HSV संक्रमण की जांच के लिए, ताकि नवजात शिशु को संक्रमण से बचाया जा सके।
- इम्यूनो-कॉम्प्रोमाइज़्ड मरीजों (HIV, कैंसर के मरीज) में हरपीज संक्रमण की गंभीरता का पता लगाने के लिए।
- हरपीज एन्सेफलाइटिस (मस्तिष्क संक्रमण) की पुष्टि के लिए।
इस टेस्ट से कौन-कौन सी बीमारियों का पता चलता है?
HSV टेस्ट से हर्पीस संक्रमण से जुड़ी निम्नलिखित बीमारियों की पहचान होती है:
- ओरल हर्पीस (Cold Sores) – HSV-1 वायरस द्वारा।
- जननांग हर्पीस (Genital Herpes) – HSV-2 वायरस द्वारा।
- हरपीज एन्सेफलाइटिस – मस्तिष्क में HSV संक्रमण।
- नवजात हर्पीस (Neonatal Herpes) – संक्रमित मां से बच्चे में वायरस का प्रसार।
- हरपीज केराटाइटिस – आंखों में HSV संक्रमण।
यह टेस्ट कैसे किया जाता है?
HSV संक्रमण की पुष्टि के लिए कई प्रकार के परीक्षण किए जाते हैं:
1. PCR टेस्ट (Polymerase Chain Reaction Test)
- HSV DNA की पहचान के लिए सबसे संवेदनशील (Sensitive) और तेज़ तरीका।
- इसमें संक्रमित ऊतक (घाव से लिए गए स्वैब), रक्त, या स्पाइनल फ्लूइड (CSF) के नमूने की जांच की जाती है।
2. वायरल कल्चर (Viral Culture Test)
- HSV के सक्रिय संक्रमण की पुष्टि के लिए छाले से नमूना लिया जाता है और कोशिका संस्कृति में वायरस को विकसित किया जाता है।
- यह तरीका PCR से कम संवेदनशील है और वायरस की पुष्टि में अधिक समय ले सकता है।
3. डायरेक्ट फ्लोरेसेंट एंटीबॉडी (DFA) टेस्ट
- HSV वायरस से जुड़े एंटीजन (Antigen) को पहचानने के लिए किया जाता है।
- यह टेस्ट त्वचा के छालों से लिए गए नमूनों पर किया जाता है।
4. सेरोलॉजी टेस्ट (HSV IgM & IgG एंटीबॉडी टेस्ट)
- यह रक्त परीक्षण HSV-1 और HSV-2 के खिलाफ बनी एंटीबॉडी का पता लगाता है।
- IgM एंटीबॉडी हाल ही में हुए संक्रमण का संकेत देती हैं।
- IgG एंटीबॉडी पुराने संक्रमण या पहले हुए संपर्क का संकेत देती हैं।
इस टेस्ट को करने के लिए कौन सी मशीनों का उपयोग किया जाता है?
- PCR मशीन (Thermal Cycler) – HSV DNA की पुष्टि के लिए।
- Fluorescence Microscope – DFA टेस्ट में वायरस की पहचान के लिए।
- Cell Culture Incubator – वायरल कल्चर के लिए।
- ELISA Reader – HSV एंटीबॉडी टेस्ट के लिए।
इस टेस्ट को करने के लिए कौन से रसायनों की जरूरत होती है?
- PCR रिएक्टिव मिक्स (Primers, DNA Polymerase, dNTPs, Buffer)।
- HSV फ्लोरोसेंट एंटीबॉडी (DFA टेस्ट के लिए)।
- HSV स्पेसिफिक एंटीबॉडी (IgM & IgG टेस्ट के लिए)।
- Viral Culture Media (HSV कल्चर के लिए)।
टेस्ट की रिपोर्ट को कैसे समझा जाता है?
1. PCR टेस्ट के परिणाम
- पॉजिटिव (Positive): HSV-1 या HSV-2 वायरस का DNA मौजूद है → संक्रमण की पुष्टि।
- नेगेटिव (Negative): HSV वायरस नहीं मिला → संक्रमण की संभावना कम।
2. वायरल कल्चर के परिणाम
- वायरस विकसित हुआ: HSV संक्रमण की पुष्टि।
- वायरस विकसित नहीं हुआ: संक्रमण नहीं है, लेकिन टेस्ट की संवेदनशीलता कम हो सकती है।
3. सेरोलॉजी (IgM & IgG एंटीबॉडी) के परिणाम
- IgM पॉजिटिव: हाल ही में HSV संक्रमण हुआ है।
- IgG पॉजिटिव: पुराना HSV संक्रमण है, लेकिन व्यक्ति जीवनभर HSV कैरियर रहेगा।
- IgM & IgG नेगेटिव: HSV से कोई संपर्क नहीं हुआ है।
उदाहरण द्वारा समझना
केस 1: जननांग छाले और HSV की पुष्टि
- एक मरीज को जननांग क्षेत्र में दर्दनाक छाले हुए।
- डॉक्टर ने HSV PCR टेस्ट और वायरल कल्चर करवाया।
- PCR टेस्ट में HSV-2 वायरस मिला, यानी जननांग हर्पीस की पुष्टि हुई।
- मरीज को एंटीवायरल दवाएं (Acyclovir, Valacyclovir) दी गईं।
केस 2: नवजात शिशु में HSV संक्रमण की जांच
- एक गर्भवती महिला को पहले HSV-2 संक्रमण हो चुका था।
- डॉक्टर ने HSV IgG एंटीबॉडी टेस्ट किया, जो पॉजिटिव था।
- डिलीवरी के समय वायरस के फैलाव से बचने के लिए C-section किया गया।
- नवजात शिशु को HSV संक्रमण से बचाने के लिए Acyclovir दवा दी गई।
बीमारी का उपचार और सुझाव
1. HSV संक्रमण का उपचार
HSV संक्रमण लाइफटाइम रहता है, लेकिन एंटीवायरल दवाओं से लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है।
- Acyclovir, Valacyclovir, और Famciclovir दवाएं HSV संक्रमण के प्रसार को कम करती हैं।
- गंभीर मामलों (HSV एन्सेफलाइटिस, नवजात हर्पीस) में IV Acyclovir दिया जाता है।
- HSV संक्रमण में इम्यूनिटी को मजबूत करना जरूरी है, इसलिए संतुलित आहार और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।
2. HSV से बचाव के उपाय
- संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें, खासकर यदि छाले सक्रिय हैं।
- सुरक्षित यौन संबंध (कंडोम का उपयोग) करें, लेकिन ध्यान दें कि कंडोम HSV संक्रमण को पूरी तरह नहीं रोक सकता।
- HSV से संक्रमित गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए ताकि नवजात को संक्रमण से बचाया जा सके।
निष्कर्ष
HSV टेस्ट हर्पीस वायरस संक्रमण की पुष्टि करने का सबसे प्रभावी तरीका है। इसमें PCR, वायरल कल्चर, DFA, और एंटीबॉडी परीक्षण शामिल हैं। यदि HSV संक्रमण की पुष्टि होती है, तो एंटीवायरल दवाओं से लक्षणों को नियंत्रित किया जाता है। HSV को पूरी तरह से खत्म नहीं किया जा सकता, लेकिन उचित देखभाल और सावधानियों से इसके प्रसार को रोका जा सकता है।