हेमाटोक्रिट (Hct / PCV – Packed Cell Volume)
हेमाटोक्रिट (Hct / PCV – Packed Cell Volume) क्या होता है?
हेमाटोक्रिट (Hematocrit – Hct) जिसे Packed Cell Volume (PCV) भी कहा जाता है, रक्त में लाल रक्त कोशिकाओं (RBCs) का प्रतिशत मापने का एक तरीका है। इसका उपयोग यह जानने के लिए किया जाता है कि रक्त में RBCs का अनुपात कितना है।
सामान्य रूप से:
- पुरुषों में: 40-54%
- महिलाओं में: 36-48%
- बच्चों में: 35-44%
अगर हेमाटोक्रिट का स्तर बहुत अधिक या कम हो जाता है, तो यह शरीर में कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है।
CBC में हेमाटोक्रिट (Hct / PCV) की जांच कैसे की जाती है?
1. रक्त सैंपल लिया जाता है
- मरीज की नस (Vein) से रक्त लिया जाता है।
- रक्त को EDTA युक्त ट्यूब में रखा जाता है ताकि यह जमने से बचा रहे।
2. माइक्रोहेमाटोक्रिट विधि (Microhematocrit Method) – मैनुअल तरीका
- रक्त को हेमाटोक्रिट कैपिलरी ट्यूब में भरा जाता है।
- ट्यूब को सेंट्रीफ्यूज (Centrifuge) मशीन में रखा जाता है और लगभग 5 मिनट तक 10,000-12,000 RPM पर घुमाया जाता है।
- सेंट्रीफ्यूज करने के बाद, RBCs, प्लाज्मा और WBCs अलग-अलग परतों में दिखाई देते हैं।
- RBCs की परत का माप लिया जाता है और इसे कुल रक्त मात्रा के प्रतिशत में दर्शाया जाता है।
3. ऑटोमेटेड हेमेटोलॉजी एनालाइजर विधि (Automated Hematology Analyzer) – मशीन द्वारा जांच
- Hematology Analyzer मशीन रक्त के प्रत्येक घटक की मात्रा को सटीक रूप से मापती है।
- यह तरीका तेज़ और अधिक सटीक होता है।
हेमाटोक्रिट (Hct / PCV) टेस्ट क्यों किया जाता है?
यह टेस्ट कई स्थितियों का पता लगाने और उनकी निगरानी करने के लिए किया जाता है, जैसे:
- एनीमिया (Anemia) की जांच के लिए – जब शरीर में RBCs की संख्या कम हो जाती है।
- डिहाइड्रेशन (Dehydration) का पता लगाने के लिए – जब शरीर में पानी की मात्रा कम हो जाती है, तो हेमाटोक्रिट का स्तर बढ़ जाता है।
- पॉलीसाइथेमिया वेरा (Polycythemia Vera) की पहचान के लिए – जब शरीर में RBCs की संख्या असामान्य रूप से अधिक हो जाती है।
- क्रॉनिक किडनी डिजीज (Chronic Kidney Disease) की जांच के लिए – किडनी ठीक से काम नहीं कर रही होती, तो शरीर में पर्याप्त RBCs नहीं बनते।
- हीमोग्लोबिन और ऑक्सीजन की आपूर्ति की जांच करने के लिए – फेफड़ों या हृदय की समस्याओं का संकेत मिल सकता है।
इस टेस्ट से कौन-कौन सी बीमारियों का पता चलता है?
1. जब हेमाटोक्रिट का स्तर कम हो (Low Hct / PCV):
- एनीमिया (Anemia) – शरीर में RBCs की संख्या कम हो जाती है।
- रक्तस्राव (Blood Loss) – किसी दुर्घटना, सर्जरी, या आंतरिक रक्तस्राव के कारण।
- किडनी डिजीज (Kidney Disease) – किडनी पर्याप्त मात्रा में Erythropoietin (RBC बनाने वाला हार्मोन) नहीं बना पाती।
- लीवर डिजीज (Liver Disease) – रक्त निर्माण प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है।
- ल्यूकेमिया (Leukemia) – बोन मैरो में असामान्य कोशिकाएँ बनती हैं, जिससे RBCs का उत्पादन कम हो जाता है।
2. जब हेमाटोक्रिट का स्तर अधिक हो (High Hct / PCV):
- डिहाइड्रेशन (Dehydration) – शरीर में पानी की मात्रा कम होने से प्लाज्मा घट जाता है और RBCs का अनुपात बढ़ जाता है।
- पॉलीसाइथेमिया वेरा (Polycythemia Vera) – बोन मैरो अधिक RBCs बनाता है।
- फेफड़ों की बीमारियाँ (Lung Diseases) – जैसे क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD), जिसमें शरीर अधिक RBCs बनाता है ताकि पर्याप्त ऑक्सीजन ले सके।
- हार्ट डिजीज (Heart Disease) – जिसमें शरीर ऑक्सीजन की कमी की भरपाई करने के लिए अधिक RBCs बनाने लगता है।
हेमाटोक्रिट (Hct / PCV) टेस्ट करने के लिए उपयोग की जाने वाली मशीनें
- Centrifuge Machine (Microhematocrit Centrifuge) – मैन्युअल टेस्ट के लिए।
- Hematology Analyzer – ऑटोमेटेड और अधिक सटीक जांच के लिए।
टेस्ट करने के लिए आवश्यक रसायन (Reagents)
- EDTA (Ethylenediaminetetraacetic Acid) – रक्त को जमने से बचाने के लिए।
- Capillary Tube with Heparin – सैंपल लेने के लिए।
- Leishman’s Stain या Wright’s Stain – यदि माइक्रोस्कोप से अतिरिक्त परीक्षण करना हो।
रिपोर्ट को कैसे समझें और पढ़ें (उदाहरण सहित)?
उदाहरण रिपोर्ट:
- हेमाटोक्रिट (Hct / PCV): 30% (सामान्य से कम)
- हीमोग्लोबिन: 9.5 g/dL (सामान्य से कम)
- RBC Count: 3.8 मिलियन/µL (सामान्य से कम)
रिपोर्ट की व्याख्या:
- यदि हेमाटोक्रिट 36% से कम है, तो यह एनीमिया या रक्तस्राव का संकेत हो सकता है।
- यदि हेमाटोक्रिट 54% से अधिक है, तो यह डिहाइड्रेशन या पॉलीसाइथेमिया वेरा का संकेत हो सकता है।
बीमारी का उपचार और सुझाव
1. यदि हेमाटोक्रिट कम है (Low Hct / PCV – एनीमिया आदि में)
- आयरन युक्त आहार जैसे पालक, चुकंदर, अंडे, रेड मीट, और दालें खाएँ।
- फोलिक एसिड और विटामिन B12 सप्लीमेंट लें (डॉक्टर की सलाह से)।
- यदि गंभीर एनीमिया है, तो ब्लड ट्रांसफ्यूजन (Blood Transfusion) की आवश्यकता हो सकती है।
- यदि किडनी डिजीज के कारण Hct कम हो रहा है, तो Erythropoietin इंजेक्शन दिया जा सकता है।
2. यदि हेमाटोक्रिट अधिक है (High Hct / PCV – डिहाइड्रेशन या पॉलीसाइथेमिया में)
- पर्याप्त मात्रा में पानी पिएँ, खासकर गर्मी के मौसम में।
- यदि पॉलीसाइथेमिया वेरा है, तो ब्लड लेटिंग (Phlebotomy – रक्तदान) किया जा सकता है।
- धूम्रपान छोड़ें, क्योंकि यह ऑक्सीजन की आपूर्ति को बाधित कर सकता है।
- यदि फेफड़ों की समस्या है, तो डॉक्टर से परामर्श लें और ऑक्सीजन थेरेपी का उपयोग करें।
निष्कर्ष
हेमाटोक्रिट (Hct / PCV) शरीर में RBCs की मात्रा का आकलन करने के लिए किया जाता है। इससे एनीमिया, डिहाइड्रेशन, फेफड़ों और हृदय की बीमारियों का पता लगाया जाता है। रिपोर्ट के अनुसार सही उपचार और जीवनशैली में बदलाव से इस स्तर को संतुलित रखा जा सकता है।