Galactomannan Antigen Test: To check for Aspergillus infection.
गैलैक्टोमैन्नान एंटीजन टेस्ट (Galactomannan Antigen Test)
यह टेस्ट क्यों किया जाता है?
गैलैक्टोमैन्नान टेस्ट एक सीरम (Blood) या ब्रोंकोएल्विओलर लैवेज (BAL) आधारित परीक्षण है, जिसका उपयोग इनवेसिव एस्परगिलोसिस (Invasive Aspergillosis) संक्रमण का जल्दी और प्रभावी ढंग से पता लगाने के लिए किया जाता है।
- यह Aspergillus फंगस की कोशिका भित्ति (Cell Wall) में मौजूद Galactomannan एंटीजन का पता लगाता है।
- यह टेस्ट इम्यूनोकॉम्प्रोमाइज्ड मरीजों (जैसे कि कैंसर, ऑर्गन ट्रांसप्लांट, एचआईवी, या ICU में भर्ती मरीजों) के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है।
- संस्कृति (Culture) आधारित फंगल परीक्षणों की तुलना में यह टेस्ट अधिक संवेदनशील (Sensitive) और तेजी से परिणाम देने वाला होता है।
इस टेस्ट से किन बीमारियों का पता चलता है?
1. इनवेसिव एस्परगिलोसिस (Invasive Aspergillosis – IA)
- यह संक्रमण मुख्य रूप से फेफड़ों (Lungs), मस्तिष्क (Brain), साइनस (Sinuses) और रक्त (Bloodstream) को प्रभावित करता है।
- यह Aspergillus fumigatus, Aspergillus flavus, Aspergillus niger आदि फंगस के कारण होता है।
2. एस्परगिलस ब्रोंकोपल्मोनरी इंफेक्शन (Allergic Bronchopulmonary Aspergillosis – ABPA)
- यह संक्रमण अस्थमा या सिस्टिक फाइब्रोसिस (Cystic Fibrosis) के मरीजों में पाया जाता है।
- यह फेफड़ों में एलर्जी और सूजन पैदा करता है।
3. फंगल सेप्सिस (Fungal Sepsis)
- जब Aspergillus संक्रमण ब्लडस्ट्रीम में फैल जाता है, तो यह गंभीर स्थिति पैदा कर सकता है।
गैलैक्टोमैन्नान टेस्ट कैसे किया जाता है?
1. सैंपल कलेक्शन (Sample Collection)
- रक्त (Serum) या ब्रोंकोएल्विओलर लैवेज (BAL) नमूना लिया जाता है।
- यह नमूने मरीज की शिरा (Vein) से रक्त खींचकर या ब्रोंकोस्कोपी के माध्यम से BAL फ्लूइड इकट्ठा करके लिए जाते हैं।
2. टेस्ट प्रोसेसिंग (Test Processing)
- एलिसा (ELISA) आधारित तकनीक का उपयोग किया जाता है।
- रक्त या BAL सैंपल में Galactomannan एंटीजन की उपस्थिति की जांच की जाती है।
- परिणाम ऑप्टिकल डेंसिटी इंडेक्स (OD Index) में मापा जाता है।
इस टेस्ट के लिए उपयोग की जाने वाली मशीनें
- माइक्रोप्लेट रीडर (Microplate Reader) – ELISA प्लेट को पढ़ने के लिए।
- स्पेक्ट्रोफोटोमीटर (Spectrophotometer) – एंटीजन-कंसंट्रेशन का विश्लेषण करने के लिए।
- सेंट्रीफ्यूज (Centrifuge) – ब्लड सैंपल से प्लाज्मा अलग करने के लिए।
- ऑटोमेटेड फंगल डिटेक्शन सिस्टम – आधुनिक प्रयोगशालाओं में तेज़ी से विश्लेषण के लिए।
इस टेस्ट के लिए उपयोग किए जाने वाले रसायन
- Galactomannan ELISA Kit – एंटीजन डिटेक्शन के लिए।
- Enzyme-Linked Antibodies – Galactomannan को पहचानने के लिए।
- Chromogenic Substrate – रंग परिवर्तन उत्पन्न करने के लिए।
- Stop Solution – रिएक्शन रोकने के लिए।
- Control Samples (Positive & Negative Controls) – टेस्ट की सटीकता जांचने के लिए।
रिपोर्ट कैसे पढ़ें और समझें?
1. नेगेटिव रिपोर्ट (Negative Report)
- OD Index < 0.5 → Aspergillus संक्रमण नहीं है।
2. संदेहास्पद रिपोर्ट (Intermediate Report)
- OD Index 0.5 – 1.0 → संक्रमण की संभावना है, लेकिन अन्य परीक्षणों की आवश्यकता हो सकती है।
3. पॉजिटिव रिपोर्ट (Positive Report)
- OD Index > 1.0 → इनवेसिव एस्परगिलोसिस की संभावना बहुत अधिक है।
- इस स्थिति में HRCT स्कैन, फंगल कल्चर, और PCR टेस्ट की मदद से और पुष्टि की जाती है।
उदाहरण:
यदि एक बोन मैरो ट्रांसप्लांट मरीज की OD Index 2.5 आती है, तो यह संकेत करता है कि उसे Invasive Aspergillosis होने की संभावना बहुत अधिक है।
इन बीमारियों का इलाज कैसे किया जाता है?
1. एंटीफंगल दवाएँ (Antifungal Medications)
- वोरिकोनाजोल (Voriconazole) – प्राथमिक उपचार।
- एंफोटेरिसिन बी (Amphotericin B) – गंभीर मामलों के लिए।
- इसावुकोनाजोल (Isavuconazole) – नई और प्रभावी दवा।
2. इम्यूनोथैरेपी और प्रोफिलैक्सिस
- ऑर्गन ट्रांसप्लांट और कैंसर मरीजों में प्रिवेंटिव एंटीफंगल थेरेपी दी जाती है।
3. सर्जिकल हस्तक्षेप (Surgical Intervention)
- यदि फंगस फेफड़ों या ब्रेन में फोड़ा (Abscess) बना रहा है, तो सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।
निष्कर्ष
- गैलैक्टोमैन्नान टेस्ट इनवेसिव एस्परगिलोसिस संक्रमण की त्वरित पहचान के लिए किया जाता है।
- OD Index >1.0 आने पर संक्रमण की पुष्टि होती है।
- तेजी से इलाज (Voriconazole, Amphotericin B) से मरीज की जान बचाई जा सकती है।
- इम्यूनोकॉम्प्रोमाइज्ड मरीजों के लिए यह टेस्ट जीवनरक्षक साबित हो सकता है।
यदि किसी मरीज में लंबे समय तक बुखार, सांस लेने में दिक्कत, या फंगल संक्रमण के लक्षण हों, तो डॉक्टर Galactomannan Test कराने की सलाह दे सकते हैं।