For rapid testing of COVID-19, Influenza, Dengue etc.

कोविड-19, इन्फ्लूएंजा, डेंगू आदि की तेज़ी से जांच करने के लिए।

कोविड-19, इन्फ्लूएंजा, डेंगू आदि की तेज़ी से जांच करने के लिए रैपिड टेस्ट

यह टेस्ट क्यों किया जाता है?

रैपिड टेस्ट का उपयोग वायरल और बैक्टीरियल संक्रमणों की त्वरित पहचान के लिए किया जाता है। यह टेस्ट खासकर उन बीमारियों की जांच के लिए किया जाता है जिनका तेजी से प्रसार हो सकता है और जिनके लिए समय पर निदान और उपचार आवश्यक है।

रैपिड टेस्ट निम्नलिखित कारणों से किया जाता है:

  1. तेजी से संक्रमण की पुष्टि करने के लिए, ताकि समय पर आइसोलेशन और उपचार किया जा सके।
  2. लक्षणों के आधार पर बीमारी की प्रारंभिक जांच के लिए, जैसे बुखार, गले में खराश, खांसी, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द आदि।
  3. सार्वजनिक स्थानों, अस्पतालों, एयरपोर्ट, स्कूलों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में स्क्रीनिंग के लिए।
  4. महामारी या मौसमी बीमारी के फैलने की स्थिति में बड़े स्तर पर परीक्षण करने के लिए।

इस टेस्ट से कौन-कौन सी बीमारियों का पता चलता है?

रैपिड टेस्ट से निम्नलिखित वायरल और बैक्टीरियल संक्रमणों का पता लगाया जा सकता है:

  1. कोविड-19 (SARS-CoV-2)
  2. इन्फ्लूएंजा (H1N1, H3N2, स्वाइन फ्लू, सामान्य फ्लू)
  3. डेंगू (Dengue NS1 एंटीजन, IgM/IgG एंटीबॉडी टेस्ट)
  4. मलेरिया (Malaria Rapid Antigen Test)
  5. टाइफाइड (Typhoid IgM/IgG Rapid Test)
  6. रैबिज (Rabies Rapid Antigen Test)
  7. रोटावायरस संक्रमण (Rotavirus Rapid Test)

यह टेस्ट कैसे किया जाता है?

रैपिड टेस्ट एक सरल, तेज़ और प्रभावी जांच प्रक्रिया है, जिसे मरीज के शरीर से लिए गए नमूनों के आधार पर किया जाता है।

  1. नमूना एकत्र करना:
    • कोविड-19 और इन्फ्लूएंजा: नाक या गले से स्वैब (Swab) लिया जाता है।
    • डेंगू और मलेरिया: रक्त का नमूना लिया जाता है।
    • रोटावायरस: मल (Stool) का नमूना लिया जाता है।
    • टाइफाइड: खून का नमूना लिया जाता है।
  2. टेस्ट प्रक्रिया:
    • नमूने को टेस्ट किट में दिए गए बफर सॉल्यूशन में मिलाया जाता है।
    • इस घोल को टेस्ट स्ट्रिप पर डाला जाता है।
    • यदि वायरस या बैक्टीरिया का एंटीजन मौजूद होता है, तो टेस्ट स्ट्रिप पर एक रंगीन रेखा दिखाई देती है।
    • पूरी प्रक्रिया 10-30 मिनट के अंदर पूरी हो जाती है।

इस टेस्ट को करने के लिए कौन सी मशीनों का उपयोग किया जाता है?

रैपिड टेस्ट आमतौर पर मैनुअल टेस्ट किट द्वारा किया जाता है, लेकिन कुछ आधुनिक रैपिड टेस्ट में निम्नलिखित मशीनें उपयोग होती हैं:

  1. Immunochromatographic Assay Reader – टेस्ट स्ट्रिप के रिजल्ट को पढ़ने के लिए।
  2. Lateral Flow Assay Analyzer – सैंपल में वायरस एंटीजन की उपस्थिति को सटीकता से मापने के लिए।
  3. Fluorescent Immunoassay (FIA) Device – अधिक सटीक और संवेदनशील परिणाम के लिए।

इस टेस्ट को करने के लिए कौन से रसायनों की जरूरत होती है?

रैपिड टेस्ट के लिए निम्नलिखित रसायन और सामग्री आवश्यक होती है:

  1. Extraction Buffer Solution – वायरस के एंटीजन को अलग करने के लिए।
  2. Gold Nanoparticle Conjugate Reagents – एंटीजन के साथ प्रतिक्रिया करने के लिए।
  3. Test Strip (Nitrocellulose Membrane) – एंटीजन और एंटीबॉडी की जांच के लिए।
  4. Control Line & Test Line Indicators – टेस्ट रिजल्ट को समझने के लिए।
  5. Lysis Buffer – वायरस को निष्क्रिय करने के लिए।

टेस्ट की रिपोर्ट को कैसे समझा जाता है?

रैपिड टेस्ट की रिपोर्ट दिखाई देने वाली लाइनों के आधार पर पढ़ी जाती है:

  1. पॉजिटिव रिजल्ट:
    • यदि टेस्ट लाइन (T) और कंट्रोल लाइन (C) दोनों दिखाई दें, तो मतलब संक्रमण मौजूद है।
    • मरीज को तुरंत आइसोलेट किया जाना चाहिए और उपचार शुरू करना चाहिए।
  2. नेगेटिव रिजल्ट:
    • यदि केवल कंट्रोल लाइन (C) दिखाई दे और टेस्ट लाइन (T) न हो, तो इसका मतलब संक्रमण नहीं है।
    • यदि लक्षण मौजूद हैं, तो RT-PCR या अन्य परीक्षण किए जाने चाहिए।
  3. अमान्य (Invalid) रिजल्ट:
    • यदि कंट्रोल लाइन (C) नहीं आती है, तो टेस्ट अमान्य है और उसे दोबारा किया जाना चाहिए।

उदाहरण द्वारा समझना

केस 1: कोविड-19 के लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट

  • 35 वर्षीय व्यक्ति को तेज बुखार, गले में खराश और सांस लेने में कठिनाई हो रही थी।
  • डॉक्टर ने नाक के स्वैब से रैपिड एंटीजन टेस्ट किया।
  • टेस्ट किट पर टेस्ट लाइन (T) और कंट्रोल लाइन (C) दोनों दिखाई दीं, यानी रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
  • मरीज को तुरंत आइसोलेट किया गया और RT-PCR द्वारा पुष्टि की गई।

केस 2: डेंगू के लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट (NS1 एंटीजन टेस्ट)

  • 28 वर्षीय महिला को तेज बुखार, सिरदर्द और शरीर में दर्द था।
  • डॉक्टर ने रक्त से डेंगू रैपिड एंटीजन टेस्ट (NS1 एंटीजन टेस्ट) किया।
  • रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जिससे डेंगू की पुष्टि हुई।
  • मरीज को तरल पदार्थ, पेरासिटामोल और उचित देखभाल की सलाह दी गई।

बीमारी का उपचार और सुझाव

रैपिड टेस्ट में पॉजिटिव आने पर क्या करें?

  1. कोविड-19:
    • आइसोलेशन करें, मास्क पहनें, और RT-PCR टेस्ट से पुष्टि करें।
    • डॉक्टर की सलाह पर एंटी-वायरल दवाएं लें।
    • बुखार और शरीर में दर्द के लिए पेरासिटामोल लें।
  2. इन्फ्लूएंजा (H1N1, H3N2):
    • पर्याप्त आराम करें, तरल पदार्थ ज्यादा लें।
    • डॉक्टर की सलाह पर एंटीवायरल दवा (Oseltamivir) लें।
  3. डेंगू:
    • तरल पदार्थ ज्यादा लें, प्लेटलेट काउंट की निगरानी करें।
    • बुखार के लिए केवल पेरासिटामोल लें (एस्पिरिन और ब्रूफेन न लें)।
  4. मलेरिया:
    • यदि टेस्ट पॉजिटिव है, तो डॉक्टर की सलाह पर एंटी-मलेरियल दवा लें।
    • तरल पदार्थ लें और आराम करें।

निष्कर्ष

रैपिड टेस्ट संक्रमण का त्वरित पता लगाने का एक प्रभावी तरीका है, जिससे 10-30 मिनट में परिणाम मिलते हैं। यदि टेस्ट पॉजिटिव आता है, तो आइसोलेशन, डॉक्टर की सलाह और उचित उपचार आवश्यक है।

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