Filaria Test Microfilaria Smear Test: Identification of filaria parasites (Wuchereria bancrofti) in the blood.
फाइलेरिया टेस्ट (Filaria Test)Microfilaria Smear Test: रक्त में फाइलेरिया परजीवी (Wuchereria bancrofti) की पहचान।
फाइलेरिया टेस्ट (Filaria Test) – Microfilaria Smear Test
यह टेस्ट क्यों किया जाता है?
Microfilaria Smear Test मुख्य रूप से फाइलेरिया संक्रमण (Lymphatic Filariasis) के निदान के लिए किया जाता है। फाइलेरिया एक परजीवी संक्रमण है, जो Wuchereria bancrofti, Brugia malayi, और Brugia timori नामक फाइलेरिया वर्म के कारण होता है। यह संक्रमण मुख्य रूप से मच्छरों (Culex, Anopheles, Aedes प्रजाति) के काटने से फैलता है और लसीका तंत्र (Lymphatic System) को प्रभावित करता है, जिससे हाथ-पैरों और अन्य अंगों की सूजन (Elephantiasis) हो सकती है।
टेस्ट के मुख्य उद्देश्य:
- फाइलेरिया परजीवी (Microfilaria) की उपस्थिति की पुष्टि करना।
- रक्त में परजीवी की संख्यात्मक गणना करना।
- संक्रमण के स्तर और गंभीरता का मूल्यांकन करना।
- समय पर सही उपचार शुरू करने में मदद करना।
इस टेस्ट से कौन-कौन सी बीमारियों का पता चलता है?
- लिम्फेटिक फाइलेरिया (Lymphatic Filariasis) – हाथ, पैर, स्क्रोटम (अंडकोश), और स्तनों में गंभीर सूजन।
- ट्रॉपिकल पल्मोनरी ईओसिनोफिलिया (Tropical Pulmonary Eosinophilia – TPE) – फेफड़ों में एलर्जी संबंधी प्रतिक्रिया, जिससे सांस की समस्या हो सकती है।
- सबक्लिनिकल फाइलेरिया (Subclinical Filariasis) – प्रारंभिक अवस्था में कोई लक्षण नहीं, लेकिन लसीका तंत्र और किडनी को नुकसान।
यह टेस्ट कैसे किया जाता है?
Microfilaria Smear Test प्रक्रिया:
- रक्त का नमूना लेना –
- फाइलेरिया परजीवी रात में सक्रिय होते हैं, इसलिए रात 10 बजे से 2 बजे के बीच रक्त का नमूना लिया जाता है।
- रक्त का सैंपल फिंगर प्रिक (Finger Prick) या वेनिपंक्चर (Venipuncture) विधि से लिया जाता है।
- स्लाइड तैयार करना –
- रक्त की एक बूंद को ग्लास स्लाइड पर फैलाया जाता है (Thick & Thin Smear)।
- इसे हवा में सूखने दिया जाता है।
- रंगाई (Staining) करना –
- ब्लड स्मीयर को गिएम्सा (Giemsa) या हेमेटॉक्सिलिन और इओसिन (H&E) स्टेन से रंगा जाता है।
- रंगाई से फाइलेरिया परजीवी स्पष्ट रूप से दिखाई देते हैं।
- माइक्रोस्कोप से जांच करना –
- 100x ऑयल इमर्शन माइक्रोस्कोप के तहत परजीवी की पहचान की जाती है।
- परजीवी की संख्या और प्रकार को रिकॉर्ड किया जाता है।
इस टेस्ट को करने के लिए कौन सी मशीनों का उपयोग किया जाता है?
- ऑप्टिकल माइक्रोस्कोप – रक्त में परजीवी की पहचान के लिए।
- ब्लड सैंपल कलेक्शन किट – रक्त लेने के लिए।
- स्लाइड स्टेनिंग मशीन (ऑटोमेटेड या मैनुअल) – ब्लड स्मीयर को रंगने के लिए।
- सेंट्रीफ्यूज (Knott’s Concentration Method के लिए) – कुछ विशेष मामलों में परजीवी को अलग करने के लिए।
टेस्ट को करने के लिए कौन से रसायनों की जरूरत होती है?
- Giemsa Stain – परजीवी को स्पष्ट रूप से देखने के लिए।
- Hematoxylin & Eosin Stain (H&E Stain) – रक्त कोशिकाओं और परजीवी को अलग पहचानने के लिए।
- Methanol – स्लाइड को स्थिर करने के लिए।
- Buffer Solution – सही pH बनाए रखने के लिए।
टेस्ट की रिपोर्ट को कैसे समझाया और पढ़ा जाता है?
सकारात्मक (Positive) रिपोर्ट:
- माइक्रोस्कोप में Microfilaria परजीवी दिखाई देते हैं।
- संक्रमण की गंभीरता परजीवी की संख्या से तय की जाती है।
- संक्रमण की पहचान के आधार पर सही उपचार की सिफारिश की जाती है।
नकारात्मक (Negative) रिपोर्ट:
- रक्त में Microfilaria नहीं पाए जाते।
- यदि लक्षण मौजूद हैं, तो ELISA, PCR या Antigen Detection Test किए जा सकते हैं।
उदाहरण:
- अगर रिपोर्ट में “Microfilaria of Wuchereria bancrofti detected” लिखा है, तो इसका मतलब मरीज को फाइलेरिया संक्रमण है और तुरंत इलाज शुरू करना चाहिए।
- अगर रिपोर्ट में “No Microfilaria seen” लिखा है, लेकिन लक्षण हैं, तो और गहरे परीक्षण (Immunoassay, Ultrasonography) करने की सलाह दी जाती है।
बीमारी के उपचार के बारे में सुझाव
1. फाइलेरिया संक्रमण का उपचार (Anti-Filarial Drugs):
- Diethylcarbamazine (DEC) 6mg/kg/day – 12 दिनों के लिए।
- Ivermectin (150-200 mcg/kg) + Albendazole (400 mg) – एक बार की खुराक (Mass Drug Administration – MDA)।
- Doxycycline (100 mg/day for 6 weeks) – परजीवी को पूरी तरह खत्म करने में मदद करता है।
2. लक्षणों का प्रबंधन (Symptomatic Treatment):
- Elephantiasis (हाथ-पैरों की सूजन) के लिए –
- प्रभावित अंगों को साफ और सूखा रखना।
- फिजियोथेरेपी और लसीका जल निकासी (Lymphatic Drainage Therapy)।
- त्वचा संक्रमण से बचाव – एंटीबायोटिक्स और एंटीसेप्टिक लोशन का उपयोग।
- गंभीर मामलों में – सर्जरी (Lymphatic Bypass, Hydrocele Surgery)।
3. रोकथाम (Prevention):
- मच्छरों से बचाव – मच्छरदानी, मच्छर भगाने वाले स्प्रे और क्रीम का उपयोग।
- संक्रमित क्षेत्रों में सफाई रखना – पानी के ठहराव को रोकना।
- Mass Drug Administration (MDA) प्रोग्राम के तहत दवाओं का सेवन।
निष्कर्ष:
Microfilaria Smear Test फाइलेरिया संक्रमण की पुष्टि करने का एक पारंपरिक लेकिन प्रभावी तरीका है। यह सरल, सस्ता और माइक्रोस्कोप आधारित तकनीक है, जिससे संक्रमण की सही पहचान की जा सकती है। यदि संक्रमण की पुष्टि हो जाती है, तो समय पर उपचार और उचित देखभाल से रोग की गंभीरता को कम किया जा सकता है और मरीज सामान्य जीवन जी सकता है।