Echinococcus (Hydatid Cyst) Test Echinococcus Antibody ELISA Test: Confirmation of Hydatid Cyst (Hydatid Disease).
Echinococcus (Hydatid Cyst) TestEchinococcus Antibody ELISA Test: हाइडैटिड सिस्ट (Hydatid Disease) की पुष्टि।
Echinococcus (Hydatid Cyst) Test – Echinococcus Antibody ELISA Test
यह टेस्ट क्यों किया जाता है?
यह टेस्ट हाइडैटिड डिजीज (Hydatid Disease) या हाइडैटिड सिस्ट संक्रमण की पुष्टि के लिए किया जाता है, जो Echinococcus granulosus और Echinococcus multilocularis नामक टेपवर्म परजीवियों के कारण होता है। यह संक्रमण मुख्य रूप से कुत्तों, भेड़ों और अन्य जानवरों से इंसानों में फैलता है।
इस संक्रमण में परजीवी का लार्वा यकृत (Liver), फेफड़े (Lungs), मस्तिष्क (Brain) और अन्य अंगों में सिस्ट (Cyst) का निर्माण करता है। अगर इन सिस्टों का समय पर इलाज न किया जाए, तो वे बड़े होकर गंभीर जटिलताएँ पैदा कर सकते हैं, जैसे सिस्ट का फटना, संक्रमण, और एलर्जी संबंधी प्रतिक्रियाएँ।
इस टेस्ट से कौन-कौन सी बीमारियों का पता चलता है?
- हाइडैटिड डिजीज (Hydatid Disease)
- मुख्य रूप से यकृत (Liver Hydatid Cyst) प्रभावित होता है।
- पेट में दर्द, पीलिया (Jaundice) और पाचन संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं।
- फेफड़े का हाइडैटिड संक्रमण (Pulmonary Hydatid Cyst)
- खांसी, बलगम, सांस की तकलीफ और सीने में दर्द होता है।
- सिस्ट फटने पर गंभीर एनाफिलेक्टिक शॉक (Allergic Shock) या संक्रमण हो सकता है।
- मस्तिष्क में हाइडैटिड सिस्ट (Cerebral Hydatid Cyst)
- सिरदर्द, दौरे (Seizures), मानसिक भ्रम और पक्षाघात (Paralysis) के लक्षण हो सकते हैं।
- अन्य अंगों में संक्रमण (Kidneys, Bones, Spleen, and Muscles)
- प्रभावित अंग के अनुसार विभिन्न लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे पेशाब में रक्त (Hematuria), हड्डियों में दर्द और अंगों की कार्यक्षमता में कमी।
यह टेस्ट कैसे किया जाता है?
- नमूना संग्रह (Sample Collection)
- रक्त का नमूना (Serum Sample) लिया जाता है।
- गंभीर मामलों में सेरेब्रोस्पाइनल फ्लूइड (CSF) या अन्य ऊतक तरल पदार्थ की भी जाँच की जा सकती है।
- ELISA (Enzyme-Linked Immunosorbent Assay) टेस्ट
- इस टेस्ट के द्वारा Echinococcus परजीवी के खिलाफ एंटीबॉडीज (IgG Antibodies) का पता लगाया जाता है।
- अगर शरीर ने इस परजीवी के खिलाफ इम्यून प्रतिक्रिया दी है, तो यह टेस्ट पॉजिटिव आएगा।
- इमेजिंग टेस्ट (Imaging Tests)
- अल्ट्रासाउंड (Ultrasound) – यकृत और अन्य अंगों में हाइडैटिड सिस्ट की उपस्थिति की पुष्टि करता है।
- CT स्कैन और MRI – मस्तिष्क, फेफड़े और अन्य गहरे अंगों में मौजूद सिस्ट को पहचानने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
- PCR टेस्ट (Polymerase Chain Reaction – PCR)
- Echinococcus DNA की पुष्टि के लिए किया जाता है।
- यह अधिक सटीक होता है लेकिन हर जगह उपलब्ध नहीं होता।
इस टेस्ट को करने के लिए कौन सी मशीनों का उपयोग किया जाता है?
- ELISA Reader और Microplate Washer – एंटीबॉडी परीक्षण के लिए।
- PCR मशीन (Thermal Cycler) – टेपवर्म DNA की पुष्टि के लिए।
- अल्ट्रासाउंड मशीन – यकृत और अन्य अंगों में सिस्ट की उपस्थिति का विश्लेषण करने के लिए।
- CT स्कैन और MRI मशीन – मस्तिष्क और गहरे अंगों में सिस्ट का पता लगाने के लिए।
- Centrifuge Machine – रक्त से सीरम अलग करने के लिए।
टेस्ट को करने के लिए कौन से रसायनों की जरूरत होती है?
- ELISA Reagents
- Echinococcus एंटीजन
- Anti-Human IgG Enzyme Conjugates
- Substrate Solution और Stop Solution
- PCR Reagents
- Primers और DNA Polymerase
- Fluorescent Probes
- Contrast Agents (MRI/CT के लिए)
- Gadolinium-based contrast (MRI के लिए)
- Iodinated contrast dye (CT स्कैन के लिए)
टेस्ट की रिपोर्ट को कैसे समझाया और पढ़ा जाता है?
1. ELISA टेस्ट रिपोर्ट की व्याख्या:
- पॉजिटिव रिपोर्ट (Positive Result) → शरीर में Echinococcus संक्रमण मौजूद है।
- नेगेटिव रिपोर्ट (Negative Result) → संक्रमण का कोई प्रमाण नहीं है, लेकिन शुरुआती संक्रमण में एंटीबॉडी नहीं बन सकतीं, इसलिए इमेजिंग टेस्ट जरूरी हो सकता है।
2. PCR टेस्ट रिपोर्ट:
- पॉजिटिव रिपोर्ट: Echinococcus का DNA मिला है, जिससे संक्रमण की पुष्टि होती है।
- नेगेटिव रिपोर्ट: संक्रमण नहीं मिला, लेकिन अन्य कारणों की जांच की जरूरत हो सकती है।
3. अल्ट्रासाउंड/CT/MRI स्कैन रिपोर्ट:
- सिस्ट की उपस्थिति (Hydatid Cyst Identified) → संक्रमण की पुष्टि।
- कैल्सीफाइड सिस्ट (Calcified Cyst) → संक्रमण पुराना हो सकता है।
उदाहरण:
- “Echinococcus IgG Positive – Suggestive of Hydatid Disease. CT findings: Large cystic lesion in the liver.”
- “PCR detected Echinococcus DNA in serum – Confirmatory for hydatid disease.”
बीमारी के उपचार के बारे में सुझाव
1. दवा द्वारा उपचार (Medication Treatment)
- Albendazole (400 mg, दिन में दो बार, 1-6 महीने तक)
- या Mebendazole (50 mg/kg/day, 3-6 महीने तक)
- यह दवा सिस्ट के विकास को रोकती है और संक्रमण को खत्म करने में मदद करती है।
2. सर्जिकल उपचार (Surgical Treatment)
- यदि सिस्ट बड़ा हो जाए (≥5 cm) या फटने का खतरा हो, तो सर्जरी आवश्यक हो सकती है।
- PAIR तकनीक (Puncture, Aspiration, Injection, Re-Aspiration) – इस प्रक्रिया में सिस्ट का तरल निकालकर उसमें कीटाणुनाशक (Ethanol या Hypertonic Saline) इंजेक्ट किया जाता है।
3. गंभीर मामलों में उपचार:
- यदि सिस्ट फट जाता है, तो मरीज को तुरंत एंटी-एलर्जिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएँ दी जाती हैं।
- Intensive Care Unit (ICU) में भर्ती कराना पड़ सकता है।
रोकथाम के उपाय
- कुत्तों को नियमित रूप से डी-वर्मिंग दवा दें (Albendazole 3 महीने में एक बार)।
- अधपका या कच्चा मांस न खाएँ।
- हाथ धोने की आदत डालें, विशेष रूप से पशुओं को छूने के बाद।
- पानी को उबालकर या फ़िल्टर करके पिएं।
- कुत्तों और अन्य जानवरों के मल से दूषित खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें।
निष्कर्ष:
Echinococcus Antibody ELISA Test हाइडैटिड डिजीज की पुष्टि के लिए किया जाता है। ELISA और PCR टेस्ट संक्रमण की पुष्टि करते हैं, जबकि अल्ट्रासाउंड, CT स्कैन और MRI सिस्ट की उपस्थिति को दर्शाते हैं। Albendazole और Mebendazole जैसी दवाइयाँ संक्रमण को खत्म करने के लिए दी जाती हैं। गंभीर मामलों में सर्जरी (PAIR तकनीक या Cyst Removal Surgery) की जरूरत पड़ सकती है। संक्रमण से बचाव के लिए खाद्य स्वच्छता, कुत्तों की डी-वर्मिंग और स्वच्छ पेयजल आवश्यक है।