DTM Test (Dermatophyte Test Medium)

DTM (Dermatophyte Test Medium): For testing dermatophyte fungal infections (skin and nail fungus).

डर्माटोफाइट टेस्ट मीडियम (DTM) टेस्ट

DTM टेस्ट क्या है?

डर्माटोफाइट टेस्ट मीडियम (DTM) एक विशेष प्रकार का संवर्धन माध्यम (Culture Medium) है, जिसका उपयोग त्वचा, बाल और नाखून के फंगल संक्रमण (Dermatophytosis) की जांच के लिए किया जाता है।

DTM में pH इंडिकेटर (Phenol Red) होता है, जो डर्माटोफाइट फंगस (Dermatophytes) के विकास के दौरान होने वाले pH परिवर्तन को दर्शाता है। यदि संक्रमणकारी फंगस मौजूद होता है, तो माध्यम का रंग पीले से लाल में बदल जाता है।


DTM टेस्ट क्यों किया जाता है?

  • त्वचा, बाल और नाखून के फंगल संक्रमण की पहचान के लिए।
  • डर्माटोफाइट्स को अन्य सामान्य फंगस से अलग करने के लिए।
  • फंगल संक्रमण के लिए सही एंटीफंगल उपचार निर्धारित करने में मदद के लिए।
  • यदि मरीज को बार-बार खुजली, लाल धब्बे, नाखून मोटे और पीले पड़ना, या सिर पर बाल झड़ना जैसी समस्याएँ हो रही हों।

DTM टेस्ट से किन बीमारियों का पता चलता है?

DTM टेस्ट डर्माटोफाइट फंगल संक्रमण (Dermatophytosis) की पहचान के लिए किया जाता है, जिसमें शामिल हैं:

1. टीनिया (Tinea) संक्रमण – “रिंगवॉर्म”

(त्वचा पर गोल आकार के लाल धब्बे, खुजली, और पपड़ीदार त्वचा)

  • Tinea corporis – शरीर की त्वचा का फंगल संक्रमण।
  • Tinea pedis – पैरों में फंगल संक्रमण (एथलीट फुट)।
  • Tinea capitis – सिर की त्वचा और बालों का संक्रमण।
  • Tinea unguium (Onychomycosis) – नाखूनों का फंगल संक्रमण।
  • Tinea cruris – जांघों का संक्रमण (“जॉक इच”)।

2. ओनिकोमाइकोसिस (Onychomycosis) – नाखून फंगस

(नाखून पीले, मोटे, और भंगुर हो जाते हैं)

  • पैरों और हाथों के नाखूनों को प्रभावित करता है।
  • अधिकतर Trichophyton rubrum और Trichophyton mentagrophytes फंगस के कारण होता है।

DTM टेस्ट कैसे किया जाता है?

1. सैंपल कलेक्शन (Sample Collection)

  • संक्रमित क्षेत्र से त्वचा, नाखून, या बालों का सैंपल लिया जाता है।
  • स्किन स्क्रैपिंग स्टेराइल स्केलपेल या ग्लास स्लाइड से ली जाती है।
  • नाखून के संक्रमण के लिए क्लिपिंग या पाउडर स्क्रैपिंग ली जाती है।
  • सिर की त्वचा के संक्रमण के लिए बालों के नमूने लिए जाते हैं।

2. DTM मीडिया पर इनोकुलेशन (Inoculation on DTM Media)

  • सैंपल को DTM टेस्ट ट्यूब या प्लेट पर रखा जाता है
  • ट्यूब को हल्के से बंद किया जाता है ताकि हवा पास हो सके।

3. इन्क्यूबेशन (Incubation)

  • 25-30°C पर 5 से 14 दिनों के लिए इनक्यूबेटर में रखा जाता है।
  • अगर डर्माटोफाइट फंगस मौजूद होता है, तो मीडिया का रंग पीले से लाल हो जाता है

4. माइक्रोस्कोपिक कन्फर्मेशन (Microscopic Confirmation)

  • LPCB स्टेनिंग (Lactophenol Cotton Blue Staining) का उपयोग करके फंगस के हाइफे और माइक्रोकॉनिडिया को देखा जाता है।

DTM टेस्ट के लिए उपयोग की जाने वाली मशीनें

  1. इन्क्यूबेटर (Incubator) – फंगस के विकास के लिए।
  2. लैमिनार एयरफ्लो कैबिनेट (Laminar Airflow Cabinet) – सैंपल प्रोसेसिंग के लिए।
  3. माइक्रोस्कोप (Microscope) – फंगल संरचना की जांच के लिए।
  4. ऑटोक्लेव (Autoclave) – मीडिया को स्टरलाइज़ करने के लिए।

DTM टेस्ट के लिए उपयोग किए जाने वाले रसायन

  1. DTM Media (Dermatophyte Test Medium) – डर्माटोफाइट्स की पहचान के लिए।
  2. Phenol Red (pH Indicator) – संक्रमण के दौरान मीडिया का रंग बदलने के लिए।
  3. Cycloheximide – अन्य फंगस को रोकने के लिए।
  4. Antibiotics (Chloramphenicol, Gentamicin) – बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकने के लिए।
  5. LPCB Stain (Lactophenol Cotton Blue) – माइक्रोस्कोप के तहत फंगस की पुष्टि के लिए।

DTM टेस्ट रिपोर्ट कैसे पढ़ें?

1. पॉजिटिव रिपोर्ट (Positive Report) – डर्माटोफाइट संक्रमण मौजूद है

  • DTM मीडिया का रंग पीले से लाल बदल जाता है।
  • माइक्रोस्कोप के तहत फंगस के हाइफे (Hyphae) और माइक्रोकॉनिडिया (Microconidia) देखे जाते हैं।

उदाहरण:

  • यदि Trichophyton rubrum मौजूद है, तो रंग तेजी से लाल हो जाएगा और माइक्रोस्कोप में सिलेंडर-आकार के माइक्रोकॉनिडिया दिखाई देंगे।
  • Microsporum canis की पहचान मोटी दीवारों वाले मैक्रोकॉनिडिया द्वारा की जाती है।

2. नेगेटिव रिपोर्ट (Negative Report) – कोई डर्माटोफाइट नहीं मिला

  • मीडिया का रंग नहीं बदलता (पीला ही रहता है)।
  • माइक्रोस्कोप के तहत कोई फंगल संरचना नहीं दिखती

इलाज और उपचार (Treatment & Management)

1. टॉपिकल एंटीफंगल क्रीम (Mild Cases)

  • Clotrimazole (Lotrimin)
  • Terbinafine (Lamisil)
  • Miconazole (Micatin)

2. ओरल एंटीफंगल दवाएँ (Severe Cases)

  • Itraconazole – नाखून और स्किन फंगस के लिए।
  • Terbinafine – नाखून और स्कैल्प संक्रमण के लिए।
  • Fluconazole – अधिक गंभीर मामलों के लिए।

3. घरेलू उपाय और देखभाल

  • संक्रमित क्षेत्र को सूखा और साफ रखें।
  • संक्रमित कपड़े और जूते नियमित रूप से धोएं और धूप में सुखाएं
  • सार्वजनिक शावर, स्विमिंग पूल और जिम में चप्पल पहनें

निष्कर्ष

  • DTM टेस्ट डर्माटोफाइट संक्रमण (Ringworm, Nail Fungus) की पुष्टि करने का तेज़ और प्रभावी तरीका है।
  • रंग परिवर्तन (पीले से लाल) संक्रमण की पुष्टि करता है।
  • सही इलाज के लिए एंटीफंगल दवाओं का उपयोग किया जाता है।
  • साफ-सफाई और सतर्कता से संक्रमण को रोका जा सकता है।

यदि किसी को लंबे समय तक त्वचा, बाल, या नाखूनों में संक्रमण हो रहा हो, तो डॉक्टर DTM टेस्ट की सलाह दे सकते हैं।

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