CT Scan / MRI for Neurocysticercosis

CT Scan / MRI for Neurocysticercosis To check for tapeworms (Cysticercosis) in the brain.

CT Scan / MRI for Neurocysticercosisमस्तिष्क में टेपवर्म (Cysticercosis) की जांच के लिए।

CT Scan / MRI for Neurocysticercosis: विस्तृत जानकारी

Neurocysticercosis (NCC) एक गंभीर परजीवी संक्रमण है, जो Taenia solium (सूअर टेपवर्म) के लार्वा के मस्तिष्क में प्रवेश करने के कारण होता है। यह संक्रमण तब होता है जब कोई व्यक्ति टेपवर्म के अंडों से दूषित भोजन या पानी का सेवन करता है। अंडे आंतों से रक्त प्रवाह में पहुंचकर मस्तिष्क, मांसपेशियों या अन्य ऊतकों में सिस्ट (Cyst) का निर्माण करते हैं।

मस्तिष्क में मौजूद इन सिस्टों की पहचान करने के लिए CT स्कैन (Computed Tomography) और MRI (Magnetic Resonance Imaging) सबसे प्रभावी परीक्षण माने जाते हैं।


यह टेस्ट क्यों किया जाता है?

  1. Neurocysticercosis के संदेह की पुष्टि करने के लिए, खासकर जब मरीज को मिर्गी (Epilepsy), सिरदर्द, उल्टी, भ्रम, दृष्टि धुंधलापन, या बेहोशी के दौरे हो रहे हों।
  2. मस्तिष्क में सूजन (Brain Edema) या दिमागी क्षति (Brain Damage) की गंभीरता का आकलन करने के लिए।
  3. सिस्ट (Cysts) की संख्या, आकार और स्थिति को जानने के लिए, ताकि सही उपचार निर्धारित किया जा सके।
  4. सर्जरी की आवश्यकता है या नहीं, यह तय करने के लिए।
  5. मिर्गी के दौरे (Seizures) और न्यूरोलॉजिकल समस्याओं के अन्य कारणों को बाहर करने के लिए।

इस टेस्ट से कौन-कौन सी बीमारियों का पता चलता है?

  1. Neurocysticercosis (NCC): मस्तिष्क में Taenia solium लार्वा के कारण बने सिस्ट की पहचान।
  2. Hydrocephalus (जलशीर्ष): मस्तिष्क में अत्यधिक द्रव (CSF) जमा होने की स्थिति।
  3. Intracranial Hypertension: मस्तिष्क के अंदर दबाव बढ़ने से होने वाली समस्या।
  4. Inflammation (Meningitis या Encephalitis): मस्तिष्क में संक्रमण के कारण सूजन।
  5. Brain Tumors या अन्य न्यूरोलॉजिकल बीमारियां, जिनमें लक्षण Neurocysticercosis जैसे हो सकते हैं।

इस टेस्ट को कैसे किया जाता है?

1. CT Scan (Computed Tomography) प्रक्रिया:

  • मरीज को एक विशेष टेबल पर लेटाया जाता है, जो धीरे-धीरे स्कैनर के अंदर जाती है।
  • यदि डॉक्टर को अधिक स्पष्ट तस्वीर चाहिए, तो कंट्रास्ट डाई (Iodine-based contrast agent) का उपयोग किया जाता है, जिसे नसों में इंजेक्ट किया जाता है।
  • यह प्रक्रिया 10-15 मिनट तक चल सकती है।

2. MRI (Magnetic Resonance Imaging) प्रक्रिया:

  • MRI में चुंबकीय तरंगों और रेडियो तरंगों का उपयोग करके मस्तिष्क की हाई-रेजोल्यूशन इमेज ली जाती है।
  • मरीज को टाइट एनक्लोज्ड ट्यूब (Closed MRI Machine) में लेटाया जाता है।
  • अधिक स्पष्टता के लिए गैडोलिनियम (Gadolinium-based contrast agent) नामक डाई का उपयोग किया जाता है।
  • MRI प्रक्रिया 30-60 मिनट तक चल सकती है।

इस टेस्ट को करने के लिए कौन-कौन सी मशीनों का उपयोग किया जाता है?

  1. CT Scanner (Computed Tomography Machine): मस्तिष्क की क्रॉस-सेक्शनल इमेज लेने के लिए।
  2. MRI Machine (Magnetic Resonance Imaging Scanner): उच्च गुणवत्ता वाली 3D इमेज लेने के लिए।
  3. Contrast Injector: कंट्रास्ट डाई (Iodine-based या Gadolinium-based) इंजेक्ट करने के लिए।
  4. Computer Workstation: स्कैनिंग के दौरान प्राप्त इमेज को प्रोसेस और विश्लेषण करने के लिए।

टेस्ट को करने के लिए कौन से रसायनों की जरूरत होती है?

  1. Iodine-based contrast dye (CT Scan के लिए): सिस्ट और मस्तिष्क संरचना को स्पष्ट रूप से दिखाने के लिए।
  2. Gadolinium-based contrast dye (MRI के लिए): मस्तिष्क की सूजन और सिस्ट की सटीक पहचान करने के लिए।
  3. Saline Solution: कंट्रास्ट एजेंट को पतला करने और शरीर में इंजेक्ट करने के लिए।

टेस्ट की रिपोर्ट को कैसे पढ़ा और समझाया जाता है?

  • सकारात्मक (Positive) रिपोर्ट:
    • यदि CT या MRI में गोलाकार, सफेद या ग्रे सिस्ट दिखते हैं, तो इसका मतलब है कि मरीज को Neurocysticercosis है।
    • रिपोर्ट में यह भी बताया जाता है कि सिस्ट कितने हैं, उनके चारों ओर सूजन है या नहीं, और क्या वे सक्रिय हैं या निष्क्रिय।
    • उदाहरण:
      • “Multiple cystic lesions detected in the cerebral parenchyma with surrounding edema, suggestive of active Neurocysticercosis.”
      • (मस्तिष्क में कई सिस्ट पाए गए हैं, जिनके चारों ओर सूजन है, जो सक्रिय न्यूरोसिस्टिसर्कोसिस का संकेत देते हैं।)
  • नकारात्मक (Negative) रिपोर्ट:
    • यदि कोई सिस्ट नहीं दिखते, तो रिपोर्ट नॉर्मल होगी।
    • लेकिन यदि लक्षण बने रहते हैं, तो डॉक्टर सेरोलॉजिकल टेस्ट (Antibody Test) या PCR टेस्ट की सलाह दे सकते हैं।

बीमारी के उपचार के बारे में सुझाव

1. दवा उपचार:

  • Albendazole (15 mg/kg/day, 8-14 दिन तक): परजीवी को मारने के लिए।
  • Praziquantel (50 mg/kg/day, 10-14 दिन तक): वैकल्पिक उपचार के रूप में।
  • Corticosteroids (Dexamethasone या Prednisolone): सिस्ट के आसपास की सूजन को कम करने के लिए।
  • Antiepileptic Drugs (Levetiracetam, Phenytoin, या Valproate): मिर्गी के दौरे को रोकने के लिए।

2. गंभीर मामलों में उपचार:

  • यदि मस्तिष्क में बड़े सिस्ट हैं या Hydrocephalus विकसित हो गया है, तो सर्जरी (Craniotomy या Shunt Surgery) की जरूरत पड़ सकती है।
  • Ventriculoperitoneal Shunt: यदि मस्तिष्क में बहुत अधिक द्रव जमा हो गया हो, तो इसे निकालने के लिए यह प्रक्रिया की जाती है।

3. जीवनशैली और रोकथाम:

  • साफ-सफाई का ध्यान रखें।
  • अधपका सूअर का मांस न खाएं।
  • शौचालय के बाद और भोजन से पहले हाथ धोएं।
  • पानी को उबालकर या फिल्टर करके पिएं।

निष्कर्ष

CT Scan और MRI Neurocysticercosis की पुष्टि करने के लिए सबसे प्रभावी परीक्षण हैं। ये सिस्ट की संख्या, स्थिति और सक्रियता का पता लगाने में मदद करते हैं। सही इलाज के लिए Albendazole, Corticosteroids, और Antiepileptic दवाओं का उपयोग किया जाता है। समय पर पहचान और उचित उपचार से मिर्गी के दौरे, मस्तिष्क क्षति और मृत्यु जैसे गंभीर परिणामों को रोका जा सकता है।

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