शाहजहां: मुगल साम्राज्य का स्वर्ण युग
शाहजहां का परिचय
- पूरा नाम: शाहबुद्दीन मुहम्मद खुर्रम (शाहजहां)
- जन्म: 5 जनवरी 1592, लाहौर
- मृत्यु: 22 जनवरी 1666, आगरा
- राज्याभिषेक: 1628 ई. (जहांगीर की मृत्यु के बाद)
- राजधानी: आगरा (बाद में दिल्ली)
- पिता: जहांगीर
- माता: जगत गोसाईं (राजपूतनी)
- पत्नी: मुमताज महल (अर्जुमंद बानो बेगम)
- उत्तराधिकारी: औरंगजेब
शाहजहां मुगल साम्राज्य का पाँचवाँ शासक था, जिसे “सर्वोत्तम मुगल शासक” और “संस्थापक सम्राट” भी कहा जाता है। उसका शासनकाल मुगल स्थापत्य कला का स्वर्ण युग माना जाता है।
शाहजहां के शासनकाल में साम्राज्य का विस्तार
शाहजहां के समय मुगल साम्राज्य अपनी चरम सीमा पर पहुंचा और दक्षिण भारत में भी उसकी पकड़ मजबूत हुई।
- दक्कन का विस्तार (1636) – अहमदनगर को पूरी तरह जीत लिया।
- कंधार पर अधिकार (1638) – परंतु 1649 में फारस के शाह अब्बास ने इसे फिर छीन लिया।
- बंगाल और असम (1633-1639) – कामरूप और कूच बिहार तक मुगलों का प्रभाव बढ़ा।
- सिंध और बलूचिस्तान (1646-1650) – मुगलों की सत्ता यहाँ तक फैली।
- कश्मीर और लद्दाख (1634) – पूर्ण नियंत्रण स्थापित किया।
शाहजहां द्वारा लड़े गए प्रमुख युद्ध
- कंधार युद्ध (1649-1653)
- प्रतिद्वंदी: फारस का शाह अब्बास द्वितीय
- परिणाम: मुगलों की हार, कंधार पर फारसियों का कब्जा।
- दक्कन अभियान (1636)
- अहमदनगर, गोलकुंडा और बीजापुर को हराकर अधीनता स्वीकार करवाई।
- सिक्खों के खिलाफ अभियान (1634-1640)
- गुरु हरगोबिंद के प्रभाव को सीमित करने का प्रयास किया।
- उत्तराधिकारी युद्ध (1657-1658)
- शाहजहां के चार बेटों (औरंगजेब, दारा शिकोह, शुजा, मुराद) के बीच सत्ता संघर्ष हुआ।
- औरंगजेब ने 1658 में सत्ता हथिया ली और शाहजहां को कैद कर दिया।
शाहजहां के शासनकाल में लिखे गए साहित्य और किताबें
- पादशाहनामा – अब्दुल हमीद लाहौरी ने शाहजहां के शासन का वृत्तांत लिखा।
- शाहजहांनामा – इनायत खान द्वारा लिखी गई।
- मासिर-ए-आलमगीरी – मुहम्मद साकी मुस्ताद खान द्वारा लिखी गई।
- मुंतखब-उल-लुबाब – खाफी खान द्वारा लिखी गई।
शाहजहां के शासनकाल में स्थापत्य कला और भवन
शाहजहां के समय मुगल स्थापत्य कला अपने शिखर पर पहुँची।
प्रमुख निर्माण कार्य:
- ताजमहल (1632-1653, आगरा)
- मुमताज महल की याद में बनाया गया विश्व प्रसिद्ध स्मारक।
- सफेद संगमरमर से निर्मित।
- लाल किला (1638, दिल्ली)
- शाहजहां ने अपनी राजधानी दिल्ली स्थानांतरित की और यहाँ किला बनवाया।
- इसमें दीवाने-आम, दीवाने-खास और मोती मस्जिद स्थित हैं।
- जामा मस्जिद (1656, दिल्ली)
- भारत की सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक।
- मोती मस्जिद (आगरा किला, 1647-1653)
- सफेद संगमरमर से बनी सुंदर मस्जिद।
- शालीमार बाग (लाहौर, 1641-1642)
- मुगल उद्यान शैली का उत्कृष्ट उदाहरण।
- पश्चिमी किला (अजमेर)
- दक्कन अभियानों के दौरान बनाया गया।
- तख्त-ए-ताउस (मयूर सिंहासन, 1635)
- शाहजहां का भव्य सिंहासन, जो बाद में नादिर शाह द्वारा लूट लिया गया।
शाहजहां से जुड़े विशेष व्यक्ति
- मुमताज महल – शाहजहां की प्रिय पत्नी, जिनकी याद में ताजमहल बनवाया गया।
- दारा शिकोह – शाहजहां का बड़ा बेटा, जिसने संस्कृत ग्रंथों का फ़ारसी में अनुवाद किया।
- औरंगजेब – शाहजहां का पुत्र, जिसने सत्ता हथियाकर शाहजहां को कैद कर लिया।
- अब्दुल हमीद लाहौरी – शाहजहां के दरबारी इतिहासकार।
- इनायत खान – शाहजहां का जीवनी लेखक।
शाहजहां द्वारा स्थापित विशेष शहर और स्थान
- शाहजहांनाबाद (नई दिल्ली, 1638) – नई राजधानी, जिसे अब पुरानी दिल्ली कहते हैं।
- लाहौर – मुगल वास्तुकला का प्रमुख केंद्र बनाया गया।
- आगरा – प्रमुख स्थापत्य कला का विकास हुआ।
- अहमदनगर – दक्कन विजय के दौरान महत्वपूर्ण स्थान।
शाहजहां के विशेष कार्य
- कला और स्थापत्य को बढ़ावा दिया – ताजमहल, लाल किला, जामा मस्जिद जैसे विश्व प्रसिद्ध स्मारकों का निर्माण कराया।
- राजधानी परिवर्तन (1638) – आगरा से दिल्ली स्थानांतरित कर शाहजहांनाबाद की स्थापना की।
- वाणिज्य और व्यापार – मुगल व्यापार अपने चरम पर पहुँचा, विशेष रूप से यूरोपीय व्यापारियों के साथ।
- न्याय प्रणाली – अकबर की न्याय प्रणाली को और सशक्त बनाया।
- साहित्य और कला – चित्रकला और स्थापत्य कला को उत्कर्ष पर पहुँचाया।
शाहजहां का परिवार
- पिता: जहांगीर
- माता: जगत गोसाईं (राजपूत)
- पत्नी: मुमताज महल, अकबराबादी बेगम, फतेहपुरी बेगम
- बेटे: औरंगजेब, दारा शिकोह, शुजा, मुराद बख्श
शाहजहां की मृत्यु और उत्तराधिकारी
- 1657 में बीमार पड़ा, जिसके बाद उसके बेटों में सत्ता संघर्ष शुरू हुआ।
- औरंगजेब ने 1658 में उसे आगरा किले में कैद कर दिया।
- 22 जनवरी 1666 को आगरा किले में उसकी मृत्यु हुई।
- ताजमहल में मुमताज महल के बगल में दफनाया गया।
- औरंगजेब (1658-1707) उसका उत्तराधिकारी बना।
निष्कर्ष
शाहजहां मुगल स्थापत्य कला का स्वर्ण युग लेकर आया। उसने ताजमहल, लाल किला, जामा मस्जिद जैसे भव्य स्मारक बनवाए। उसका शासनकाल राजनीतिक स्थिरता और आर्थिक समृद्धि से भरा रहा, लेकिन उत्तराधिकारी युद्ध में वह हार गया और औरंगजेब द्वारा कैद कर लिया गया। शाहजहां भारतीय इतिहास का एक महान सम्राट था।