मोहम्मद बिन तुगलक

मोहम्मद बिन तुगलक (1325-1351 ई.)

1. परिचय:
मोहम्मद बिन तुगलक तुगलक वंश का दूसरा शासक था। वह गयासुद्दीन तुगलक का पुत्र था और अपनी असाधारण बुद्धिमत्ता, अजीबो-गरीब नीतियों और प्रशासनिक प्रयोगों के लिए प्रसिद्ध था।


2. शासनकाल और प्रशासनिक नीतियाँ

  1. राजधानी परिवर्तन (1327 ई.) – उसने दिल्ली से दौलताबाद (महाराष्ट्र) राजधानी स्थानांतरित की, लेकिन यह योजना असफल रही।
  2. मुद्रा प्रयोग (1329-30 ई.) – तांबे और पीतल की मुद्रा को चांदी के सिक्कों के बराबर घोषित किया, जिससे अर्थव्यवस्था बिगड़ गई।
  3. कर वृद्धि (1326-27 ई.) – दोआब क्षेत्र में कर बढ़ाया, लेकिन अकाल के कारण किसान विद्रोह कर बैठे।
  4. मंगोलों से सुरक्षा – उसने मंगोलों के आक्रमण से बचने के लिए सेना का विस्तार किया।
  5. अलग-अलग योजनाएँ – सिंधु क्षेत्र पर आक्रमण, खुरासान पर आक्रमण की योजना, बंगाल और दक्षिण भारत में अभियान चलाए।

3. साम्राज्य की सीमाएँ

मोहम्मद बिन तुगलक का साम्राज्य दक्षिण में मदुरै से लेकर उत्तर में पंजाब और कश्मीर तक फैला था। इसमें गुजरात, महाराष्ट्र, बंगाल, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक भी शामिल थे।


4. युद्ध और विद्रोह

  1. बंगाल विद्रोह (1327 ई.) – बंगाल के शासकों ने स्वतंत्रता की घोषणा की।
  2. दौलताबाद विद्रोह (1334 ई.) – दक्षिण भारत के कई राज्यों ने विद्रोह कर दिया।
  3. सिंध और मुल्तान विद्रोह (1326-27 ई.) – स्थानीय विद्रोहों को दबाने में असफल रहा।
  4. मंगोल आक्रमण (1327-1329 ई.) – दिल्ली पर मंगोलों का हमला हुआ, लेकिन उन्हें हटा दिया गया।
  5. मदुरै पर आक्रमण (1330 ई.) – मदुरै सल्तनत को जीतने की कोशिश की, लेकिन असफल रहा।
  6. गुजरात विद्रोह (1346 ई.) – गुजरात सल्तनत स्वतंत्र हो गई।

5. साहित्य और किताबें

  1. इब्न बतूता – यह मोरक्को का यात्री था, जिसने “रिहला” नामक पुस्तक लिखी।
  2. अमीर खुसरो – प्रसिद्ध कवि, जिसने फारसी और हिंदी में रचनाएँ कीं।
  3. जियाउद्दीन बरनी – “तारीख-ए-फिरोजशाही” नामक पुस्तक लिखी।
  4. फिरिश्ता – जिसने तुगलक वंश के इतिहास को संकलित किया।

6. स्थापत्य कला और निर्माण कार्य

  1. अलई दरवाजा (दिल्ली) – कुतुब मीनार परिसर में स्थित।
  2. तुगलकाबाद का विस्तार – दुर्ग निर्माण को सुदृढ़ किया।
  3. दौलताबाद किला (महाराष्ट्र) – राजधानी परिवर्तन के समय निर्मित।
  4. जामा मस्जिद (दिल्ली) – उसके शासनकाल में निर्मित।
  5. मदुरै में मस्जिदें – मदुरै सल्तनत से युद्ध के दौरान।

7. विशेष व्यक्ति

  1. इब्न बतूता – मोरक्को का यात्री, जिसे न्यायाधीश नियुक्त किया गया।
  2. अमीर खुसरो – प्रसिद्ध कवि और संगीतकार।
  3. जियाउद्दीन बरनी – इतिहासकार, जिसने तुगलक वंश का विवरण दिया।

8. मृत्यु और निष्कर्ष

1351 ई. में मोहम्मद बिन तुगलक की मृत्यु सिंध क्षेत्र में हो गई। उसकी असफल योजनाओं के कारण दिल्ली सल्तनत कमजोर हो गई और कई क्षेत्र स्वतंत्र हो गए। उसकी नीतियाँ दूरदर्शी थीं, लेकिन व्यवहारिक न होने के कारण असफल रहीं।

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