मध्य प्रदेश में सिंचाई

मध्य प्रदेश में सिंचाई (Irrigation in Madhya Pradesh)

मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि पर आधारित है, और सिंचाई इसका एक महत्वपूर्ण घटक है। राज्य में खेती मुख्य रूप से मानसून पर निर्भर करती है, लेकिन असमान वर्षा और सूखे की स्थितियों से बचने के लिए विभिन्न सिंचाई प्रणालियों का उपयोग किया जाता है।


1. सिंचाई के प्रमुख स्रोत (Major Sources of Irrigation)

मध्य प्रदेश में सिंचाई के लिए मुख्यतः नदी, तालाब, नहर, कुएँ, ट्यूबवेल और जलाशयों का उपयोग किया जाता है।

(1) नहर सिंचाई (Canal Irrigation)

  • नहरों द्वारा सिंचाई राज्य में महत्वपूर्ण है, विशेष रूप से वे क्षेत्र जो बड़ी नदियों के निकट स्थित हैं।
  • मुख्य रूप से नर्मदा, चंबल, बेतवा और सोन नदियों पर आधारित नहरें बनाई गई हैं।
  • महत्वपूर्ण नहर परियोजनाएँ:
    • तवा नहर प्रणाली (होशंगाबाद)
    • बाणसागर नहर प्रणाली (रीवा, शहडोल)
    • राजघाट नहर प्रणाली (ललितपुर, बुंदेलखंड)

(2) कुओं और ट्यूबवेल सिंचाई (Well and Tube Well Irrigation)

  • राज्य के लगभग 50% सिंचित क्षेत्र में कुओं और ट्यूबवेलों से सिंचाई होती है।
  • विदिशा, छतरपुर, सागर, ग्वालियर, शिवपुरी में ट्यूबवेल से अधिक सिंचाई होती है।

(3) तालाब और जलाशय सिंचाई (Tank and Reservoir Irrigation)

  • बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में पारंपरिक तालाबों से सिंचाई होती है।
  • महत्वपूर्ण जलाशय:
    • बड़ा तालाब (भोपाल)
    • रणजीत सागर जलाशय (जबलपुर)
    • गांधी सागर जलाशय (मंदसौर)

(4) ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई (Drip and Sprinkler Irrigation)

  • जल संरक्षण और बंजर भूमि में खेती के लिए आधुनिक सिंचाई प्रणाली अपनाई जा रही है।
  • यह विधि सोयाबीन, मूंगफली और फल-सब्जियों के लिए प्रभावी है।

2. मध्य प्रदेश की प्रमुख सिंचाई परियोजनाएँ (Major Irrigation Projects of MP)

(1) इंदिरा सागर परियोजना

  • स्थान: खंडवा
  • नदी: नर्मदा
  • सिंचित क्षेत्र: 1.23 लाख हेक्टेयर

(2) तवा सिंचाई परियोजना

  • स्थान: होशंगाबाद
  • नदी: तवा (नर्मदा की सहायक नदी)
  • सिंचित क्षेत्र: 3 लाख हेक्टेयर

(3) बाणसागर परियोजना

  • स्थान: रीवा
  • नदी: सोन
  • सिंचित क्षेत्र: 2 लाख हेक्टेयर

(4) गांधी सागर बाँध परियोजना

  • स्थान: मंदसौर
  • नदी: चंबल
  • सिंचित क्षेत्र: 2 लाख हेक्टेयर

(5) राजघाट बाँध परियोजना

  • स्थान: ललितपुर (MP-UP सीमा)
  • नदी: बेतवा
  • सिंचित क्षेत्र: 1.5 लाख हेक्टेयर

3. मध्य प्रदेश में सिंचित क्षेत्र (Irrigated Area in MP)

  • राज्य के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का करीब 49% कृषि योग्य भूमि है।
  • वर्तमान में लगभग 40% कृषि भूमि सिंचित है जबकि शेष मानसून पर निर्भर है।
  • सर्वाधिक सिंचित जिले: होशंगाबाद, रायसेन, उज्जैन, जबलपुर, विदिशा
  • न्यूनतम सिंचित जिले: बड़वानी, धार, मंडला, डिंडोरी

4. मध्य प्रदेश में सिंचाई की चुनौतियाँ (Challenges in Irrigation in MP)

  1. असमान वर्षा: राज्य में कई क्षेत्रों में अत्यधिक वर्षा होती है जबकि कुछ भाग सूखे रहते हैं।
  2. भूजल स्तर में गिरावट: विदिशा, छतरपुर और बुंदेलखंड क्षेत्र में भूमिगत जलस्तर तेजी से घट रहा है।
  3. नहरों की सफाई और रखरखाव: कई पुरानी नहरें गाद से भर जाती हैं जिससे जल प्रवाह बाधित होता है।
  4. बिजली की कमी: ट्यूबवेल आधारित सिंचाई के लिए निरंतर बिजली आपूर्ति की आवश्यकता होती है।
  5. आधुनिक सिंचाई प्रणाली का अभाव: ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई अभी भी बहुत कम क्षेत्रों में प्रचलित है।

5. मध्य प्रदेश सिंचाई से संबंधित 30 महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान प्रश्न (MPPSC के लिए उपयोगी)

  1. मध्य प्रदेश में सिंचाई का मुख्य स्रोत कौन-सा है?
    • उत्तर: कुएँ और ट्यूबवेल
  2. मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी सिंचाई परियोजना कौन-सी है?
    • उत्तर: इंदिरा सागर परियोजना
  3. नर्मदा नदी पर बना पहला बड़ा बाँध कौन-सा है?
    • उत्तर: बरगी बाँध
  4. तवा बाँध किस नदी पर स्थित है?
    • उत्तर: तवा नदी (नर्मदा की सहायक नदी)
  5. बाणसागर परियोजना किस नदी पर स्थित है?
    • उत्तर: सोन नदी
  6. राजघाट बाँध किस नदी पर बना है?
    • उत्तर: बेतवा नदी
  7. गांधी सागर बाँध किस नदी पर बना है?
    • उत्तर: चंबल नदी
  8. भोपाल की ऊपरी झील किस राजा द्वारा बनवाई गई थी?
    • उत्तर: राजा भोज
  9. मध्य प्रदेश में सबसे अधिक सिंचाई किस जिले में होती है?
    • उत्तर: होशंगाबाद
  10. मध्य प्रदेश में सबसे कम सिंचित जिला कौन-सा है?
  • उत्तर: मंडला
  1. नर्मदा बेसिन में सिंचाई का प्रमुख स्रोत क्या है?
  • उत्तर: नहरें
  1. मध्य प्रदेश में कितने प्रतिशत भूमि सिंचित है?
  • उत्तर: लगभग 40%
  1. मध्य प्रदेश में चंबल बेसिन किस प्रकार की सिंचाई के लिए प्रसिद्ध है?
  • उत्तर: नहर सिंचाई
  1. मध्य प्रदेश में भूमिगत जलस्तर तेजी से गिरने वाला क्षेत्र कौन-सा है?
  • उत्तर: बुंदेलखंड
  1. तवा सिंचाई परियोजना किस वर्ष पूर्ण हुई थी?
  • उत्तर: 1978
  1. बाणसागर परियोजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
  • उत्तर: सिंचाई और जलविद्युत उत्पादन
  1. मध्य प्रदेश की प्रमुख सूखा प्रभावित बेल्ट कौन-सी है?
  • उत्तर: बुंदेलखंड
  1. मध्य प्रदेश में स्प्रिंकलर सिंचाई का अधिक प्रयोग किस फसल में किया जाता है?
  • उत्तर: सोयाबीन
  1. राज्य सरकार की “कृषि वानिकी योजना” का उद्देश्य क्या है?
  • उत्तर: सिंचाई प्रणाली का विस्तार
  1. मध्य प्रदेश की सबसे पुरानी सिंचाई प्रणाली कौन-सी है?
  • उत्तर: तालाब प्रणाली

निष्कर्ष

मध्य प्रदेश में सिंचाई प्रणाली कृषि के लिए महत्वपूर्ण है। राज्य में सिंचाई के विभिन्न स्रोत हैं, लेकिन अभी भी मानसून पर निर्भरता अधिक है। नई तकनीकों और योजनाओं से आने वाले वर्षों में सिंचाई क्षमता में सुधार की संभावना है।

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