मध्य प्रदेश के मंदिर

मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध मंदिर

  1. खजुराहो मंदिर – छतरपुर; अपनी ऐतिहासिक एवं कामुक मूर्तिकला के लिए प्रसिद्ध।
  2. महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग – उज्जैन; बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक, भस्म आरती के लिए प्रसिद्ध।
  3. काल भैरव मंदिर – उज्जैन; यहाँ भगवान को मदिरा का भोग लगाया जाता है।
  4. ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग – खंडवा; नर्मदा नदी के द्वीप पर स्थित, 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक।
  5. मां पीतांबरा शक्तिपीठ – दतिया; तांत्रिक उपासना के लिए प्रसिद्ध।
  6. चौंसठ योगिनी मंदिर – मुरैना; तांत्रिक परंपरा और गोलाकार संरचना के लिए प्रसिद्ध।
  7. बड़े गणेश मंदिर – उज्जैन; विशाल गणेश प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध।
  8. सांची का बुद्ध मंदिर – रायसेन; बौद्ध स्तूपों और विरासत स्थल के रूप में प्रसिद्ध।
  9. कच्छपेश्वर महादेव मंदिर – उज्जैन; कछुए के आकार के शिवलिंग के लिए प्रसिद्ध।
  10. गढ़कालिका मंदिर – उज्जैन; कालिदास की आराध्य देवी के रूप में प्रसिद्ध।
  11. राजा राम मंदिर – ओरछा; भगवान राम को राजा के रूप में पूजा जाता है।
  12. बीजासेन माता मंदिर – इंदौर; शक्तिपीठ और सुंदर पहाड़ी दृश्य के लिए प्रसिद्ध।
  13. लक्ष्मी नारायण मंदिर – भोपाल; धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध।
  14. शिव मंदिर भोजपुर – रायसेन; विशाल शिवलिंग और अधूरा मंदिर होने के लिए प्रसिद्ध।
  15. सिद्धनाथ मंदिर – ओंकारेश्वर; नक्काशीदार शिल्प कला के लिए प्रसिद्ध।
  16. मध्य प्रदेश के अन्य प्रसिद्ध मंदिर
  17. हिनौतिया हनुमान मंदिर – भोपाल; चमत्कारी हनुमान प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध।
  18. बड़वानी जैन मंदिर – बड़वानी; प्राचीन जैन तीर्थस्थल के रूप में प्रसिद्ध।
  19. चतुर्भुज मंदिर – ओरछा; भगवान विष्णु के चतुर्भुज स्वरूप के लिए प्रसिद्ध।
  20. हनुवंतिया महादेव मंदिर – खंडवा; नर्मदा किनारे स्थित शिव मंदिर।
  21. त्रिवेणी संगम मंदिर – उज्जैन; तीन नदियों के संगम पर स्थित।
  22. कुंडलपुर जैन मंदिर – दमोह; 63 फीट ऊँची भगवान आदिनाथ की प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध।
  23. बांके बिहारी मंदिर – रीवा; भगवान कृष्ण के भव्य मंदिर के लिए प्रसिद्ध।
  24. मोतिमहल हनुमान मंदिर – ग्वालियर; भव्य हनुमान प्रतिमा और ऐतिहासिकता के लिए प्रसिद्ध।
  25. धार कर्ण मंदिर – धार; महाभारत काल से जुड़ा हुआ शिव मंदिर।
  26. भूतनाथ मंदिर – पचमढ़ी; घने जंगलों में स्थित रहस्यमयी शिव मंदिर।
  27. नरसिंह मंदिर – जबलपुर; भगवान नरसिंह की प्राचीन मूर्ति के लिए प्रसिद्ध।
  28. राजराजेश्वरी मंदिर – इंदौर; देवी दुर्गा के विशेष मंदिरों में से एक।
  29. कुण्डेश्वर महादेव मंदिर – टीकमगढ़; शिवलिंग के प्राकृतिक जलस्रोत के लिए प्रसिद्ध।
  30. श्री संकटमोचन हनुमान मंदिर – सतना; हनुमान जी की चमत्कारी मूर्ति के लिए प्रसिद्ध।
  31. गोपाल मंदिर – उज्जैन; भगवान कृष्ण का ऐतिहासिक मंदिर।
  32. ये मंदिर धार्मिक आस्था, ऐतिहासिक महत्व और स्थापत्य कला की दृष्टि से मध्य प्रदेश की धरोहर हैं।
  33. मध्य प्रदेश के प्रमुख ऐतिहासिक और प्राचीन मंदिर
  34. बिजामंडल मस्जिद (विष्णु मंदिर) – विदिशा; परमार काल (11वीं शताब्दी) में बना, बाद में मस्जिद में परिवर्तित।
  35. बोजेश्वर महादेव मंदिर – भोजपुर (रायसेन); परमार राजा भोज (11वीं शताब्दी) द्वारा निर्मित, विशाल शिवलिंग के लिए प्रसिद्ध।
  36. खजुराहो के मंदिर – छतरपुर; चंदेल वंश (10वीं-11वीं शताब्दी) द्वारा निर्मित, उत्कृष्ट शिल्पकला और कामुक मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध।
  37. साँची के मंदिर (बौद्ध स्तूप) – रायसेन; मौर्य सम्राट अशोक (3री शताब्दी ईसा पूर्व) द्वारा निर्मित, बौद्ध धर्म का प्रमुख केंद्र।
  38. उदयगिरि गुफाएँ और मंदिर – विदिशा; गुप्त काल (4-5वीं शताब्दी) के शिलालेखों और भगवान विष्णु की शेषशायी प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध।
  39. चौंसठ योगिनी मंदिर – मुरैना; 9वीं-10वीं शताब्दी में बना, तांत्रिक परंपरा और संसद भवन जैसी गोलाकार संरचना के लिए प्रसिद्ध।
  40. गढ़पाहरा मंदिर – सागर; 10वीं-11वीं शताब्दी का प्राचीन शिव मंदिर।
  41. अशोकनगर का जैन मंदिर (कच्छपघात कालीन मंदिर) – अशोकनगर; 10वीं-11वीं शताब्दी के कच्छपघात वंश द्वारा निर्मित।
  42. गुप्तेश्वर महादेव गुफा मंदिर – जबलपुर; गुप्त काल (4-5वीं शताब्दी) का प्राकृतिक शिवलिंग वाला गुफा मंदिर।
  43. बटेश्वर मंदिर समूह – मुरैना; गुर्जर-प्रतिहार काल (8वीं-9वीं शताब्दी) में निर्मित 200 से अधिक मंदिरों का समूह।
  44. कुंदरू के प्राचीन जैन मंदिर – दमोह; 9वीं-10वीं शताब्दी में निर्मित जैन तीर्थ स्थल।
  45. नागदा का सास-बहू मंदिर – उज्जैन; 10वीं-11वीं शताब्दी में परमार शासकों द्वारा निर्मित विष्णु मंदिर।
  46. बरुआ सागर मंदिर – टीकमगढ़; बुंदेला शासकों द्वारा निर्मित शिव मंदिर।
  47. दशावतार मंदिर – दतिया; विष्णु के दस अवतारों की मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध, गुप्त काल (5वीं शताब्दी) का।
  48. मालथौन का शिव मंदिर – सागर; चंदेल काल (10वीं-11वीं शताब्दी) का ऐतिहासिक मंदिर।

अजंता और एलोरा गुफाओं में स्थित प्रमुख मंदिर

1. कैलाश मंदिर (गुफा 16, एलोरा)

  • धर्म: हिंदू
  • समर्पित: भगवान शिव
  • विशेषता:
    • यह दुनिया का सबसे बड़ा एकल पत्थर से तराशा गया मंदिर है।
    • इसे राष्ट्रकूट वंश के शासक कृष्ण प्रथम (8वीं शताब्दी) ने बनवाया था।
    • इसमें शिव, पार्वती, रावण, और अन्य देवी-देवताओं की भव्य मूर्तियाँ हैं।

2. विश्वकर्मा गुफा (गुफा 10, एलोरा)

  • धर्म: बौद्ध
  • समर्पित: बुद्ध
  • विशेषता:
    • इसे ‘बढ़ई की गुफा’ (Carpenter’s Cave) भी कहा जाता है, क्योंकि इसकी छत लकड़ी के बीम जैसी दिखती है।
    • इसमें एक विशाल ध्यानस्थ बुद्ध की मूर्ति बनी हुई है।

3. इंद्रसभा (गुफा 32, एलोरा)

  • धर्म: जैन
  • समर्पित: प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ
  • विशेषता:
    • इसमें जैन तीर्थंकरों की अद्भुत मूर्तियाँ हैं।
    • यहाँ एक दो मंजिला मंदिर है, जिसके प्रवेश द्वार पर सिंह की मूर्तियाँ हैं।

4. अजन्ता की गुफा 26 (बुद्ध मंदिर)

  • धर्म: बौद्ध
  • समर्पित: महात्मा बुद्ध
  • विशेषता:
    • इसमें महापरिनिर्वाण मुद्रा में लेटे हुए बुद्ध की विशाल प्रतिमा है।
    • यह गुफा बौद्ध स्तूप शैली में बनी हुई है।

निष्कर्ष:

एलोरा की कैलाश मंदिर हिंदू स्थापत्य कला का अद्भुत उदाहरण है, जबकि अजन्ता और एलोरा दोनों में बौद्ध और जैन धर्म से जुड़े कई मंदिर और गुफाएँ हैं। इनकी मूर्तिकला और वास्तुकला भारतीय संस्कृति की समृद्धि को दर्शाती है।

अगर आपको किसी विशेष मंदिर के बारे में और जानकारी चाहिए तो बता सकते हैं!

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