मध्य प्रदेश में विभिन्न संस्कृतियों, परंपराओं और धार्मिक मान्यताओं का समावेश देखने को मिलता है। यहाँ अनेक त्यौहार धूमधाम से मनाए जाते हैं, जिनमें हिंदू, मुस्लिम, सिख, जैन और आदिवासी समुदायों के प्रमुख पर्व शामिल हैं। नीचे मध्य प्रदेश के प्रमुख त्योहारों की विस्तृत जानकारी दी गई है—
1. नर्मदा जयंती
- कब मनाई जाती है? माघ मास की सप्तमी तिथि (जनवरी-फरवरी)
- कहाँ मनाई जाती है? अमरकंटक, जबलपुर, होशंगाबाद, ओंकारेश्वर
- क्या होता है?
- माँ नर्मदा की पूजा-अर्चना की जाती है।
- घाटों पर दीप जलाकर आरती की जाती है।
- विशेष भजन-कीर्तन और शोभायात्रा निकाली जाती है।
- विशेषता: इस दिन नर्मदा नदी के तटों पर भारी संख्या में श्रद्धालु एकत्रित होते हैं।
2. खजुराहो नृत्य महोत्सव
- कब मनाया जाता है? फरवरी-मार्च
- कहाँ मनाया जाता है? खजुराहो (छतरपुर जिला)
- क्या होता है?
- यह शास्त्रीय नृत्य महोत्सव है, जिसमें कथक, भरतनाट्यम, कुचिपुड़ी, ओडिसी आदि नृत्य प्रस्तुत किए जाते हैं।
- देश-विदेश के प्रसिद्ध कलाकार इसमें भाग लेते हैं।
- विशेषता: यह त्यौहार भारतीय सांस्कृतिक धरोहर और नृत्य कला को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया जाता है।
3. तानसेन संगीत समारोह
- कब मनाया जाता है? दिसंबर
- कहाँ मनाया जाता है? ग्वालियर
- क्या होता है?
- यह भारतीय शास्त्रीय संगीत का सबसे प्रतिष्ठित समारोह है।
- देशभर से प्रसिद्ध गायक और संगीतज्ञ इसमें भाग लेते हैं।
- विशेषता: महान संगीतकार तानसेन की याद में आयोजित किया जाता है।
4. मांडू उत्सव
- कब मनाया जाता है? दिसंबर-जनवरी
- कहाँ मनाया जाता है? मांडू (धार जिला)
- क्या होता है?
- लोक संगीत, नृत्य और पारंपरिक खेलों का आयोजन किया जाता है।
- स्थानीय हस्तशिल्प और खानपान का प्रदर्शन होता है।
- विशेषता: यह ऐतिहासिक मांडू नगरी की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को उजागर करता है।
5. मालवा उत्सव
- कब मनाया जाता है? अप्रैल-मई
- कहाँ मनाया जाता है? इंदौर, उज्जैन
- क्या होता है?
- लोक नृत्य और संगीत का आयोजन।
- स्थानीय व्यंजनों और हस्तशिल्पों की प्रदर्शनी।
- विशेषता: यह मध्य प्रदेश की लोककला और संस्कृति को बढ़ावा देने वाला प्रमुख उत्सव है।
6. भगोरिया उत्सव
- कब मनाया जाता है? फाल्गुन माह (होली से पहले)
- कहाँ मनाया जाता है? झाबुआ, अलीराजपुर, धार, खरगोन, बड़वानी
- क्या होता है?
- यह भील और भिलाला जनजातियों का प्रमुख पर्व है।
- इस मेले में युवक-युवतियाँ अपने लिए जीवन साथी चुनते हैं।
- पारंपरिक नृत्य, गीत और लोक खेल आयोजित किए जाते हैं।
- विशेषता: इसे “आदिवासियों का वैलेंटाइन डे” भी कहा जाता है।
7. गणेश चतुर्थी
- कब मनाई जाती है? भाद्रपद माह (अगस्त-सितंबर)
- कहाँ मनाई जाती है? पूरे मध्य प्रदेश में, विशेष रूप से जबलपुर, इंदौर, उज्जैन, भोपाल
- क्या होता है?
- गणेश प्रतिमाओं की स्थापना और पूजन किया जाता है।
- दस दिनों तक विभिन्न धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजन होते हैं।
- अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाता है।
8. दीपावली
- कब मनाई जाती है? कार्तिक अमावस्या (अक्टूबर-नवंबर)
- कहाँ मनाई जाती है? पूरे मध्य प्रदेश में
- क्या होता है?
- घरों में दीप जलाए जाते हैं।
- लक्ष्मी पूजन किया जाता है।
- पटाखे जलाए जाते हैं और मिठाइयाँ बाँटी जाती हैं।
- विशेषता: इसे “रोशनी का पर्व” कहा जाता है।
9. होली और रंगपंचमी
- कब मनाई जाती है? फाल्गुन पूर्णिमा (मार्च)
- कहाँ मनाई जाती है? पूरे मध्य प्रदेश में, विशेष रूप से मालवा क्षेत्र में रंगपंचमी धूमधाम से मनाई जाती है।
- क्या होता है?
- रंगों से खेला जाता है।
- पारंपरिक गाने और लोकनृत्य होते हैं।
- विशेषता: इंदौर की रंगपंचमी पूरे भारत में प्रसिद्ध है।
10. महाशिवरात्रि
- कब मनाई जाती है? फाल्गुन माह (फरवरी-मार्च)
- कहाँ मनाई जाती है? उज्जैन (महाकालेश्वर मंदिर), ओंकारेश्वर, अमरकंटक, जबलपुर
- क्या होता है?
- भगवान शिव की पूजा-अर्चना की जाती है।
- शिवभक्त पूरी रात जागरण और भजन-कीर्तन करते हैं।
- विशेषता: इस दिन उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर में विशाल मेला लगता है।
11. दशहरा
- कब मनाया जाता है? अश्विन माह (सितंबर-अक्टूबर)
- कहाँ मनाया जाता है? पूरे मध्य प्रदेश में, विशेष रूप से रतलाम, उज्जैन, ग्वालियर
- क्या होता है?
- रावण दहन किया जाता है।
- झाँकियाँ और शोभायात्राएँ निकाली जाती हैं।
- विशेषता: इसे बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक माना जाता है।
12. चेरी महोत्सव
- कब मनाया जाता है? मार्च-अप्रैल
- कहाँ मनाया जाता है? छिंदवाड़ा
- क्या होता है?
- आदिवासी समुदाय अपनी संस्कृति और परंपराओं को प्रदर्शित करता है।
- नृत्य, संगीत, पारंपरिक खेल और व्यंजन मेले का हिस्सा होते हैं।
निष्कर्ष
मध्य प्रदेश का सांस्कृतिक और धार्मिक जीवन अत्यंत समृद्ध है। यहाँ हिंदू, मुस्लिम, जैन, सिख और आदिवासी समुदायों के त्योहार पूरे उल्लास के साथ मनाए जाते हैं। ये पर्व न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं, बल्कि पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी बढ़ावा देते हैं।