मध्य प्रदेश के प्रमुख खनिज संसाधन
मध्य प्रदेश खनिज संपदा की दृष्टि से भारत के अग्रणी राज्यों में से एक है। यहाँ कई महत्वपूर्ण खनिज जैसे हीरा, कोयला, लौह अयस्क, बॉक्साइट, चूना पत्थर, तांबा, डोलोमाइट, मैंगनीज, और अन्य औद्योगिक खनिज पाए जाते हैं। मध्य प्रदेश में भारत के कुल खनिज भंडार का लगभग 13.5% हिस्सा मौजूद है।
1. मध्य प्रदेश के प्रमुख खनिज और उनके उत्पादन क्षेत्र
(1) हीरा (Diamond)
- स्थान: पन्ना जिला (मझगंवा खदान प्रमुख)।
- विशेषताएँ:
- मध्य प्रदेश भारत में हीरा उत्पादन करने वाला एकमात्र राज्य है।
- यहाँ की हीरा खदानें राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (NMDC) द्वारा संचालित हैं।
- भारत का सबसे प्रसिद्ध हीरा खदान “मझगंवा” में स्थित है।
(2) कोयला (Coal)
- स्थान: सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, छिंदवाड़ा, बैतूल।
- प्रमुख खदानें:
- सिंगरौली कोलफील्ड (Northern Coalfields Limited – NCL)
- सोहागपुर कोलफील्ड (शहडोल, उमरिया)
- पेंच-कन्हान कोलफील्ड (छिंदवाड़ा)
- विशेषताएँ:
- मध्य प्रदेश भारत में कोयला उत्पादन में अग्रणी राज्यों में से एक है।
- सिंगरौली को “ऊर्जा की राजधानी” कहा जाता है क्योंकि यहाँ कई थर्मल पावर प्लांट हैं।
- यह कोयला मुख्यतः थर्मल पावर प्लांट में बिजली उत्पादन के लिए उपयोग किया जाता है।
(3) लौह अयस्क (Iron Ore)
- स्थान: बालाघाट, छिंदवाड़ा, सिवनी, जबलपुर, कटनी।
- प्रमुख खदानें:
- खुजरी खदान (बालाघाट)
- कोदरी खदान (छिंदवाड़ा)
- विशेषताएँ:
- यहाँ का लौह अयस्क उच्च गुणवत्ता वाला है और इसे स्टील निर्माण में उपयोग किया जाता है।
- बालाघाट और कटनी में लौह अयस्क की अच्छी मात्रा पाई जाती है।
(4) मैंगनीज (Manganese)
- स्थान: बालाघाट, जबलपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, होशंगाबाद।
- प्रमुख खदानें:
- कटंगी खदान (बालाघाट)
- रामपुरा खदान (बालाघाट)
- विशेषताएँ:
- मध्य प्रदेश भारत में मैंगनीज उत्पादन में अग्रणी राज्यों में से एक है।
- इसका उपयोग इस्पात (स्टील) और बैटरियों के निर्माण में किया जाता है।
(5) बॉक्साइट (Bauxite)
- स्थान: रीवा, शहडोल, सतना, बालाघाट, जबलपुर।
- प्रमुख खदानें:
- मैहर खदान (सतना)
- अमरकंटक खदान (शहडोल)
- विशेषताएँ:
- बॉक्साइट से एल्यूमिनियम धातु का निर्माण किया जाता है।
- सतना और रीवा क्षेत्र बॉक्साइट के प्रमुख उत्पादक क्षेत्र हैं।
(6) चूना पत्थर (Limestone)
- स्थान: सतना, रीवा, जबलपुर, कटनी, धार, सीधी।
- प्रमुख खदानें:
- कैमोर खदान (कटनी)
- नागौद खदान (सतना)
- विशेषताएँ:
- चूना पत्थर का उपयोग सीमेंट निर्माण में किया जाता है।
- मध्य प्रदेश में कई सीमेंट उद्योग चूना पत्थर पर निर्भर हैं, जैसे अल्ट्राटेक, जेके लक्ष्मी, बिरला सीमेंट आदि।
(7) तांबा (Copper)
- स्थान: बालाघाट।
- प्रमुख खदानें:
- मालाजखंड खदान (बालाघाट)
- विशेषताएँ:
- मालाजखंड भारत की सबसे बड़ी तांबा खदान है।
- तांबा इलेक्ट्रिकल वायर, मशीनरी और धातु मिश्रण बनाने में काम आता है।
(8) डोलोमाइट (Dolomite)
- स्थान: जबलपुर, कटनी, बालाघाट, सागर।
- विशेषताएँ:
- डोलोमाइट का उपयोग सीमेंट और लोहे के उद्योग में किया जाता है।
- यह मध्य प्रदेश के सीमेंट उद्योग के लिए महत्वपूर्ण खनिज है।
2. मध्य प्रदेश के खनिज संसाधनों से जुड़े सामान्य ज्ञान प्रश्न-उत्तर (MPPSC के लिए महत्वपूर्ण)
- भारत में हीरा उत्पादन करने वाला एकमात्र राज्य कौन-सा है?
- उत्तर: मध्य प्रदेश (पन्ना जिला)
- मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी हीरा खदान कौन-सी है?
- उत्तर: मझगंवा खदान (पन्ना)
- मध्य प्रदेश में सबसे अधिक कोयला कहाँ पाया जाता है?
- उत्तर: सिंगरौली
- “ऊर्जा की राजधानी” किसे कहा जाता है?
- उत्तर: सिंगरौली
- मध्य प्रदेश में तांबे की प्रमुख खदान कौन-सी है?
- उत्तर: मालाजखंड खदान (बालाघाट)
- मध्य प्रदेश में लौह अयस्क का प्रमुख उत्पादक क्षेत्र कौन-सा है?
- उत्तर: बालाघाट और कटनी
- मैंगनीज की सबसे बड़ी खदान कहाँ स्थित है?
- उत्तर: कटंगी खदान (बालाघाट)
- चूना पत्थर का सबसे अधिक उत्पादन मध्य प्रदेश के किस जिले में होता है?
- उत्तर: सतना और कटनी
- मध्य प्रदेश में सीमेंट उद्योग के लिए सबसे महत्वपूर्ण खनिज कौन-सा है?
- उत्तर: चूना पत्थर
- बॉक्साइट का उपयोग किस धातु के निर्माण में किया जाता है?
- उत्तर: एल्यूमिनियम
निष्कर्ष
मध्य प्रदेश खनिज संपदा के मामले में समृद्ध राज्य है। यहाँ हीरा, कोयला, लौह अयस्क, तांबा, बॉक्साइट और चूना पत्थर जैसे महत्वपूर्ण खनिज पाए जाते हैं। यह राज्य भारत के औद्योगिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देता है। MPPSC परीक्षा के लिए खनिज संसाधनों से जुड़े प्रश्न अक्सर पूछे जाते हैं, इसलिए इनका अध्ययन महत्वपूर्ण है।