मध्य प्रदेश में कई महत्वपूर्ण जलप्रपात (Waterfalls) हैं, जो विभिन्न नदियों पर स्थित हैं। इन जलप्रपातों का प्राकृतिक, पर्यटन और पर्यावरणीय महत्व है। नीचे कुछ प्रमुख जलप्रपातों के बारे में विस्तार से बताया गया है—
1. धुआंधार जलप्रपात (Dhuandhar Waterfall)
- नदी: नर्मदा नदी
- स्थान: जबलपुर, भेड़ाघाट
- विशेषता:
- पानी की तेज धारा गिरने से पानी में धुंआ जैसा प्रभाव उत्पन्न होता है, इसलिए इसे “धुआंधार” कहते हैं।
- यह जलप्रपात संगमरमर की चट्टानों के बीच बहता है, जिससे यह एक शानदार पर्यटन स्थल बन गया है।
2. कपिलधारा जलप्रपात (Kapildhara Waterfall)
- नदी: नर्मदा नदी
- स्थान: अमरकंटक, अनूपपुर
- विशेषता:
- यह जलप्रपात लगभग 100 फीट की ऊंचाई से गिरता है।
- यह धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसे कपिल ऋषि से जोड़ा जाता है।
3. बीहड़ कुंड जलप्रपात (Beehad Kund Waterfall)
- नदी: टोंस नदी
- स्थान: शिवपुरी
- विशेषता:
- यह घने जंगलों के बीच स्थित है और मानसून के दौरान बहुत सुंदर दिखता है।
4. बहूती जलप्रपात (Bahuti Waterfall)
- नदी: सेलर नदी (टोंस की सहायक)
- स्थान: रीवा
- विशेषता:
- यह मध्य प्रदेश का सबसे ऊँचा जलप्रपात है, जिसकी ऊँचाई 466 फीट (142 मीटर) है।
5. केन जलप्रपात (Ken Waterfall)
- नदी: केन नदी
- स्थान: पन्ना
- विशेषता:
- पन्ना टाइगर रिजर्व के पास स्थित यह जलप्रपात प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है।
6. रानेह जलप्रपात (Raneh Waterfall)
- नदी: केन नदी
- स्थान: छतरपुर
- विशेषता:
- यह ज्वालामुखीय चट्टानों से बने गहरे खड्डों के कारण प्रसिद्ध है।
7. सिलकुंड जलप्रपात (Silk Kund Waterfall)
- नदी: पहाड़ी जल स्रोत
- स्थान: बैतूल
- विशेषता:
- यह सतपुड़ा की पहाड़ियों में स्थित है और मानसून के समय अत्यधिक जल प्रवाह रहता है।
8. पातालपानी जलप्रपात (Patalpani Waterfall)
- नदी: चोरल नदी
- स्थान: इंदौर
- विशेषता:
- यह एक प्रसिद्ध पिकनिक स्थल है और इसका पानी गहराई में समा जाता है, इसलिए इसे “पातालपानी” कहा जाता है।
9. चाचाई जलप्रपात (Chachai Waterfall)
- नदी: बिघान नदी (टोंस की सहायक)
- स्थान: रीवा
- विशेषता:
- इसकी ऊँचाई 130 मीटर (430 फीट) है और यह मध्य प्रदेश के सबसे ऊँचे जलप्रपातों में से एक है।
10. पांडव जलप्रपात (Pandav Waterfall)
- नदी: केन नदी
- स्थान: पन्ना
- विशेषता:
- यह जलप्रपात पांडव गुफाओं के पास स्थित है और पौराणिक कथा के अनुसार पांडवों ने यहाँ समय बिताया था।
11. दुबघट जलप्रपात (Dubghat Waterfall)
- नदी: तवा नदी
- स्थान: होशंगाबाद
- विशेषता:
- यह जंगलों के बीच स्थित एक कम चर्चित लेकिन सुंदर जलप्रपात है।
12. मदकु द्वीप जलप्रपात (Madku Dweep Waterfall)
- नदी: शिवनाथ नदी
- स्थान: बालाघाट
- विशेषता:
- यह एक ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल के रूप में प्रसिद्ध है।
जलप्रपात को याद रखने की ट्रिक:
- “धुआं उड़ता है कपिल के आश्रम में, टोंस की बीहड़ घाटी से बहूती गिरती है।”
- (धुआंधार – नर्मदा, कपिलधारा – नर्मदा, बीहड़ कुंड – टोंस, बहूती – सेलर)
- “केन के किनारे रानेह और पांडव मिले, चाचाई की ऊँचाई सबसे ऊपर दिखे।”
- (केन जलप्रपात, रानेह – केन, पांडव जलप्रपात – केन, चाचाई – बिघान)
- “पाताल की गहराई में चोरल का पानी, दुबघट और मदकु द्वीप भी कहानी।”
- (पातालपानी – चोरल, दुबघट – तवा, मदकु द्वीप – शिवनाथ)
निष्कर्ष:
मध्य प्रदेश के जलप्रपात नर्मदा, टोंस, केन, तवा, चोरल जैसी महत्वपूर्ण नदियों पर स्थित हैं। इनमें से धुआंधार, कपिलधारा और पातालपानी जैसे जलप्रपात प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैं, जबकि चाचाई और बहूती ऊँचाई के कारण जाने जाते हैं। जलप्रपातों को याद रखने के लिए इनकी नदियों के नाम के साथ स्थानों को जोड़कर ट्रिक बनाई जा सकती है, जिससे MPPSC परीक्षा के लिए इन्हें आसानी से याद रखा जा सके।