मध्य प्रदेश के गैर-पारंपरिक ऊर्जा स्रोत
गैर-पारंपरिक ऊर्जा स्रोत (Non-Conventional Energy Sources) वे होते हैं जो पर्यावरण के अनुकूल होते हैं और अक्षय (Renewable) होते हैं, जैसे सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, बायोमास ऊर्जा और लघु जल विद्युत परियोजनाएँ।
मध्य प्रदेश में ऊर्जा विकास निगम (MP Urja Vikas Nigam) इन गैर-पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा देने का कार्य करता है।
1. मध्य प्रदेश के प्रमुख गैर-पारंपरिक ऊर्जा स्रोत
(1) सौर ऊर्जा (Solar Energy)
मध्य प्रदेश में सौर ऊर्जा उत्पादन में तेजी से वृद्धि हो रही है।
मुख्य सौर ऊर्जा परियोजनाएँ
- रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर प्लांट
- स्थान: रीवा
- क्षमता: 750 मेगावाट
- विशेषता: एशिया का सबसे बड़ा सौर ऊर्जा संयंत्र
- अगर-मालवा सौर ऊर्जा संयंत्र
- स्थान: उज्जैन संभाग
- क्षमता: 550 मेगावाट
- मंदसौर सोलर पार्क
- स्थान: मंदसौर
- क्षमता: 250 मेगावाट
- नीमच सौर ऊर्जा संयंत्र
- स्थान: नीमच
- क्षमता: 135 मेगावाट
विशेष जानकारी
- मध्य प्रदेश में सौर ऊर्जा उत्पादन 5000 मेगावाट से अधिक है।
- प्रदेश में भारत की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा परियोजनाओं में से एक रीवा सोलर पार्क स्थित है।
- राज्य सरकार द्वारा सौर कृषि पंप योजना चलाई जा रही है।
(2) पवन ऊर्जा (Wind Energy)
मध्य प्रदेश में मालवा और विंध्याचल क्षेत्र में पवन ऊर्जा उत्पादन किया जाता है।
मुख्य पवन ऊर्जा परियोजनाएँ
- धार पवन ऊर्जा संयंत्र
- स्थान: धार
- क्षमता: 350 मेगावाट
- रतलाम पवन ऊर्जा संयंत्र
- स्थान: रतलाम
- क्षमता: 250 मेगावाट
- देवास पवन ऊर्जा संयंत्र
- स्थान: देवास
- क्षमता: 200 मेगावाट
- मंदसौर पवन ऊर्जा संयंत्र
- स्थान: मंदसौर
- क्षमता: 150 मेगावाट
विशेष जानकारी
- राज्य में पवन ऊर्जा उत्पादन 2500 मेगावाट से अधिक है।
- मालवा क्षेत्र में सबसे अधिक पवन ऊर्जा उत्पादन होता है।
(3) बायोमास ऊर्जा (Biomass Energy)
बायोमास ऊर्जा कृषि अपशिष्ट, लकड़ी, और जैविक कचरे से उत्पन्न की जाती है।
मुख्य बायोमास ऊर्जा संयंत्र
- खरगोन बायोमास प्लांट (50 मेगावाट)
- सिवनी बायोमास प्लांट (30 मेगावाट)
- छिंदवाड़ा बायोमास प्लांट (20 मेगावाट)
विशेष जानकारी
- राज्य में बायोमास ऊर्जा उत्पादन 500 मेगावाट से अधिक है।
- यह ऊर्जा स्रोत ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि अपशिष्ट के उपयोग को बढ़ावा देता है।
(4) लघु जल विद्युत परियोजनाएँ (Small Hydro Power Projects)
ये परियोजनाएँ छोटे स्तर पर जलविद्युत उत्पादन करती हैं।
मुख्य लघु जल विद्युत परियोजनाएँ
- मिनी हाइड्रो पावर प्लांट, बालाघाट
- छोटी जल विद्युत परियोजना, सिवनी
- मिनी हाइड्रो पावर स्टेशन, मंडला
विशेष जानकारी
- राज्य में लघु जल विद्युत परियोजनाओं की संयुक्त क्षमता 400 मेगावाट से अधिक है।
- ये परियोजनाएँ पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचातीं।
2. मध्य प्रदेश में गैर-पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों से संबंधित 30 महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान प्रश्न
- रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर प्लांट की क्षमता कितनी है?
- उत्तर: 750 मेगावाट
- रीवा सोलर प्लांट भारत के किस राज्य में स्थित है?
- उत्तर: मध्य प्रदेश
- मध्य प्रदेश में सबसे अधिक सौर ऊर्जा उत्पादन किस जिले में होता है?
- उत्तर: रीवा
- मध्य प्रदेश में सौर ऊर्जा उत्पादन की कुल क्षमता कितनी है?
- उत्तर: 5000 मेगावाट से अधिक
- अगर-मालवा सोलर प्लांट की क्षमता कितनी है?
- उत्तर: 550 मेगावाट
- मध्य प्रदेश में पहला पवन ऊर्जा संयंत्र कहाँ स्थापित किया गया था?
- उत्तर: देवास
- मध्य प्रदेश में कुल पवन ऊर्जा उत्पादन क्षमता कितनी है?
- उत्तर: 2500 मेगावाट
- मध्य प्रदेश में सबसे बड़ा पवन ऊर्जा संयंत्र कहाँ स्थित है?
- उत्तर: धार
- मध्य प्रदेश में बायोमास ऊर्जा उत्पादन की कुल क्षमता कितनी है?
- उत्तर: 500 मेगावाट
- मध्य प्रदेश में पहला बायोमास ऊर्जा संयंत्र कहाँ स्थित है?
- उत्तर: खरगोन
- लघु जल विद्युत परियोजनाओं की कुल उत्पादन क्षमता कितनी है?
- उत्तर: 400 मेगावाट
- रीवा सोलर प्लांट का उद्घाटन किस वर्ष हुआ था?
- उत्तर: 2020
- सौर ऊर्जा उत्पादन में मध्य प्रदेश की भारत में क्या रैंकिंग है?
- उत्तर: शीर्ष 5 राज्यों में
- मध्य प्रदेश का पहला पवन ऊर्जा संयंत्र कब स्थापित हुआ था?
- उत्तर: 2002 में
- देवास पवन ऊर्जा संयंत्र की क्षमता कितनी है?
- उत्तर: 200 मेगावाट
- मध्य प्रदेश सरकार की सौर ऊर्जा नीति कब लागू हुई थी?
- उत्तर: 2012
- नीमच सोलर प्लांट की क्षमता कितनी है?
- उत्तर: 135 मेगावाट
- मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा पवन ऊर्जा संयंत्र कौन-सा है?
- उत्तर: धार पवन ऊर्जा संयंत्र
- अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) की स्थापना कब हुई थी?
- उत्तर: 2015 में
- मध्य प्रदेश में कितने मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन क्षमता है?
- उत्तर: 10,000 मेगावाट से अधिक
- बायोमास ऊर्जा उत्पादन का प्रमुख स्रोत क्या है?
- उत्तर: कृषि अपशिष्ट
- सौर ऊर्जा उत्पादन में मध्य प्रदेश का कौन सा जिला अग्रणी है?
- उत्तर: रीवा
निष्कर्ष
मध्य प्रदेश में सौर, पवन, बायोमास और लघु जल विद्युत परियोजनाएँ तेजी से बढ़ रही हैं। सरकार नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए नई योजनाएँ और सब्सिडी दे रही है। इन ऊर्जा स्रोतों से पर्यावरण को लाभ होता है और कोयला आधारित बिजली उत्पादन पर निर्भरता घटती है।