मध्य प्रदेश में कृषि से जुड़े विभिन्न अनुसंधान केंद्र स्थापित किए गए हैं, जो विभिन्न फसलों और कृषि से संबंधित विषयों पर अनुसंधान कार्य करते हैं।
1. भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान (IISR) – इंदौर
यह संस्थान सोयाबीन की उच्च उपज वाली किस्मों, कीट-प्रतिरोधक प्रजातियों और उन्नत खेती तकनीकों पर अनुसंधान करता है।
2. केंद्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान (CIAE) – भोपाल
यह संस्थान कृषि यंत्रीकरण, सिंचाई प्रणाली, फसल कटाई एवं भंडारण की आधुनिक तकनीकों पर अनुसंधान करता है।
3. भारतीय मृदा विज्ञान संस्थान (IISS) – भोपाल
यह संस्थान मृदा उर्वरता, पोषक तत्व प्रबंधन और टिकाऊ खेती प्रणाली पर अनुसंधान करता है।
4. राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान (NIHSAD) – भोपाल
यह संस्थान पशुओं में फैलने वाले संक्रामक रोगों और उनके निदान से संबंधित अनुसंधान करता है।
5. कृषि विज्ञान केंद्र, बम्होरी – सागर
यह संस्थान स्थानीय कृषि अनुसंधान एवं किसानों को आधुनिक खेती तकनीक प्रदान करने का कार्य करता है।
6. गेहूँ अनुसंधान केंद्र – पवारखेड़ा, होशंगाबाद
यह संस्थान गेहूँ की उन्नत किस्मों, रोग-प्रतिरोधक प्रजातियों और उत्पादन बढ़ाने की तकनीकों पर अनुसंधान करता है।
7. रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय – झांसी (मुख्यालय), दतिया (मध्य प्रदेश)
यह कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान से संबंधित एक प्रमुख संस्थान है, जिसका उद्देश्य उन्नत कृषि पद्धतियों का विकास और किसानों को आधुनिक कृषि तकनीक प्रदान करना है।
8. भारतीय कपास अनुसंधान संस्थान – खरगोन
यह संस्थान कपास की नई किस्मों, बीटी कपास और कीट नियंत्रण से जुड़ी अनुसंधान गतिविधियों में संलग्न है।
9. राष्ट्रीय चना अनुसंधान केंद्र – सागर
यह संस्थान चना की उन्नत किस्मों और सूखा प्रतिरोधी बीजों के विकास पर कार्य करता है।
10. केंद्रीय अरहर अनुसंधान संस्थान – जबलपुर
यह संस्थान अरहर (तुअर) दाल की उत्पादन वृद्धि, रोग प्रतिरोध और फसल विविधता पर अनुसंधान करता है।
11. राष्ट्रीय जैविक खेती अनुसंधान संस्थान – भोपाल
यह संस्थान जैविक खेती, प्राकृतिक उर्वरकों और जैविक कीटनाशकों पर अनुसंधान करता है।
इन अनुसंधान केंद्रों के माध्यम से मध्य प्रदेश की कृषि प्रणाली को उन्नत बनाया जा रहा है और किसानों को नई तकनीकों से अवगत कराया जा रहा है।
मध्य प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों के विकास और प्रबंधन के लिए कई विकास निगम (Development Corporations) कार्यरत हैं। ये निगम राज्य सरकार द्वारा संचालित होते हैं और विभिन्न क्षेत्रों के विकास, नियोजन, वित्तपोषण और प्रबंधन से जुड़े होते हैं।
1. संस्कृति और पर्यटन से जुड़े विकास निगम
- मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम (MPTDC), भोपाल – यह पर्यटन स्थलों के विकास, होटलों और रिसॉर्ट्स के प्रबंधन, तथा पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कार्य करता है।
- मध्यप्रदेश फिल्म विकास निगम, भोपाल – यह फिल्म निर्माण को प्रोत्साहित करने और राज्य में फिल्म शूटिंग की सुविधाएँ उपलब्ध कराने का कार्य करता है।
2. औद्योगिक और निवेश विकास निगम
- मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास निगम (MPIDC), भोपाल – यह राज्य में औद्योगिक विकास और निवेश को बढ़ावा देने के लिए कार्य करता है।
- मध्यप्रदेश राज्य खनिज विकास निगम (MPSMDC), भोपाल – यह खनिज संसाधनों के खनन, उत्खनन और प्रबंधन से जुड़ा है।
- मध्यप्रदेश राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम (MPSEDC), भोपाल – यह इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में निवेश और उद्योगों को बढ़ावा देने का कार्य करता है।
- मध्यप्रदेश व्यापार और निवेश सुविधा निगम, भोपाल – यह राज्य में व्यापार और निवेश को सुगम बनाने के लिए कार्य करता है।
3. कृषि, वन एवं पर्यावरण से जुड़े निगम
- मध्यप्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड (MP MARKFED), भोपाल – यह कृषि उपज मंडी समितियों के संचालन और किसानों को उचित मूल्य दिलाने में सहायता करता है।
- मध्यप्रदेश राज्य जैविक कृषि विकास बोर्ड, भोपाल – यह जैविक खेती को बढ़ावा देने और किसानों को जैविक खेती अपनाने में सहायता करता है।
- मध्यप्रदेश लघु वनोपज (ट्रेडिंग एंड डेवलपमेंट) निगम, भोपाल – यह वनोपज (जैसे तेंदूपत्ता, महुआ, गोंद) के संग्रहण और विपणन को संगठित करता है।
4. आवास और शहरी विकास निगम
- मध्यप्रदेश गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मंडल (MP Housing Board), भोपाल – यह राज्य में आवासीय और वाणिज्यिक भवनों के निर्माण और प्रबंधन का कार्य करता है।
- मध्यप्रदेश शहरी विकास निगम (MP Urban Development Corporation), भोपाल – यह शहरी बुनियादी ढांचे के विकास और योजनाओं को लागू करने का कार्य करता है।
- मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम (MPRDC), भोपाल – यह राज्य में सड़कों, पुलों और राजमार्गों के निर्माण एवं रखरखाव का कार्य करता है।
5. सामाजिक कल्याण और जनजातीय विकास निगम
- मध्यप्रदेश राज्य अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम, भोपाल – यह अनुसूचित जाति के व्यक्तियों के लिए ऋण योजनाएँ और स्वरोजगार के अवसर प्रदान करता है।
- मध्यप्रदेश राज्य अनुसूचित जनजाति वित्त एवं विकास निगम, भोपाल – यह अनुसूचित जनजातियों के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए कार्य करता है।
- मध्यप्रदेश महिला वित्त एवं विकास निगम, भोपाल – यह महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण और उनके लिए स्वरोजगार के अवसर प्रदान करता है।
6. ऊर्जा और जल संसाधन विकास निगम
- मध्यप्रदेश पावर जनरेशन कंपनी लिमिटेड (MPPGCL), जबलपुर – यह राज्य में बिजली उत्पादन और ऊर्जा प्रबंधन का कार्य करता है।
- मध्यप्रदेश जल निगम, भोपाल – यह जल आपूर्ति और जल संरक्षण से संबंधित परियोजनाओं का संचालन करता है।
- नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण (NVDA), इंदौर – यह नर्मदा नदी परियोजनाओं और जल संसाधन प्रबंधन का कार्य करता है।
7. परिवहन और वित्त निगम
- मध्यप्रदेश सड़क परिवहन निगम (MPRTC), भोपाल – यह राज्य में बस परिवहन सेवाओं का संचालन करता था (हालांकि अब निजीकरण के बाद इसकी भूमिका सीमित हो गई है)।
- मध्यप्रदेश राज्य वित्त निगम (MPSFC), भोपाल – यह लघु एवं मध्यम उद्योगों को वित्तीय सहायता प्रदान करता है।
निष्कर्ष
मध्य प्रदेश सरकार विभिन्न क्षेत्रों के विकास के लिए कई विकास निगमों का संचालन करती है। इनमें से प्रमुख निगम भोपाल, इंदौर और जबलपुर में स्थित हैं और ये पर्यटन, उद्योग, खनिज, कृषि, शहरी विकास, ऊर्जा, परिवहन और सामाजिक कल्याण से जुड़े कार्यों में योगदान देते हैं।
यदि आपको किसी विशेष निगम की विस्तृत जानकारी चाहिए, तो बता सकते हैं!
मध्य प्रदेश में स्थित प्रमुख संग्रहालय, अनुसंधान केंद्र, संस्थान, विकास बोर्ड, निगम, यूनिवर्सिटी, पुलिस ट्रेनिंग अकादमी और अन्य महत्वपूर्ण संस्थान निम्नलिखित हैं:
संग्रहालय (Museums)
- राज्य संग्रहालय – भोपाल
- मानव संग्रहालय (इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय) – भोपाल
- जनजातीय संग्रहालय – भोपाल
- ग्वालियर किला संग्रहालय (सारजेंट संग्रहालय) – ग्वालियर
- बिरला संग्रहालय – भोपाल
- धुबेला संग्रहालय – छतरपुर
- रानी दुर्गावती संग्रहालय – जबलपुर
- महाकौशल संग्रहालय – जबलपुर
- सिंधिया संग्रहालय – ग्वालियर
- कालिदास अकादमी संग्रहालय – उज्जैन
अनुसंधान केंद्र (Research Centers) और संस्थान (Institutes)
- भारतीय वन अनुसंधान केंद्र (TFRI – Tropical Forest Research Institute) – जबलपुर
- राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (RGPV) अनुसंधान केंद्र – भोपाल
- मध्य प्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (MAPCOST) – भोपाल
- भारतीय प्राणि विज्ञान सर्वेक्षण केंद्र – जबलपुर
- भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण कार्यालय (ASI) – भोपाल
- मध्य प्रदेश जैव विविधता बोर्ड – भोपाल
- एग्रीकल्चरल रिसर्च स्टेशन – ग्वालियर, जबलपुर
- भारतीय आयुर्वेदिक अनुसंधान केंद्र – उज्जैन
- मध्य प्रदेश राज्य विद्युत अनुसंधान केंद्र – जबलपुर
विकास बोर्ड (Development Boards) और निगम (Corporations)
- मध्य प्रदेश खनिज विकास निगम – भोपाल
- मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम – भोपाल
- मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम – भोपाल
- मध्य प्रदेश हाउसिंग बोर्ड – भोपाल
- मध्य प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण – भोपाल
- मध्य प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम – इंदौर
- मध्य प्रदेश वन विकास निगम – भोपाल
- मध्य प्रदेश हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास निगम – भोपाल
- मध्य प्रदेश जनजातीय वित्त एवं विकास निगम – भोपाल
- मध्य प्रदेश जल निगम – भोपाल
प्रमुख विश्वविद्यालय (Major Universities)
- राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (RGPV) – भोपाल
- माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय – भोपाल
- अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय – भोपाल
- बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय – भोपाल
- रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय – जबलपुर
- जीवाजी विश्वविद्यालय – ग्वालियर
- अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय – रीवा
- विक्रम विश्वविद्यालय – उज्जैन
- देवी अहिल्या विश्वविद्यालय – इंदौर
- हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय – सागर
प्रमुख पुलिस ट्रेनिंग अकादमी (Police Training Academies)
- डॉ. भीमराव अंबेडकर पुलिस अकादमी – उज्जैन
- सेंट्रल पुलिस ट्रेनिंग एकेडमी (CPTA) – भोपाल
- रीजनल पुलिस ट्रेनिंग स्कूल – इंदौर, ग्वालियर, सागर
- राज्य स्तरीय पुलिस प्रशिक्षण केंद्र – जबलपुर
अन्य प्रमुख संस्थान (Other Important Institutions)
- भारतीय वन प्रबंधन संस्थान (IIFM) – भोपाल
- मध्य प्रदेश लोक प्रशासन एवं प्रबंधन अकादमी – भोपाल
- भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (IISER) – भोपाल
- ग्रामोद्योग प्रशिक्षण संस्थान – भोपाल
- मध्य प्रदेश विधि संस्थान – जबलपुर
- मध्य प्रदेश सूचना आयोग – भोपाल
- राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी – भोपाल
- मध्य प्रदेश लोकसेवा आयोग (MPPSC) – इंदौर
यदि आपको किसी विशेष संस्थान के बारे में अधिक जानकारी चाहिए, तो बता सकते हैं!
मध्य प्रदेश में कुल 5 प्रमुख जनजातीय संग्रहालय हैं, जो राज्य की आदिवासी संस्कृति, परंपराओं, कला और जीवनशैली को प्रदर्शित करते हैं। ये संग्रहालय निम्नलिखित हैं:
1. जनजातीय संग्रहालय, भोपाल (2013)
- मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा और आधुनिक जनजातीय संग्रहालय।
- यहाँ भील, गोंड, बैगा, सहरिया आदि जनजातियों की जीवनशैली, कला और परंपराओं को दर्शाया गया है।
- इसे 6 अलग-अलग दीर्घाओं में विभाजित किया गया है, जिसमें लोककथाएँ, त्यौहार, विवाह, संस्कृति, कला और परंपरागत हथियारों का प्रदर्शन है।
2. जनजातीय संग्रहालय, छिंदवाड़ा (1954)
- मध्य प्रदेश का पहला जनजातीय संग्रहालय।
- यहाँ गोंड और बैगा जनजातियों से संबंधित वस्त्र, हथियार, औजार, चित्रकला, लोककथाएँ और ऐतिहासिक दस्तावेज संग्रहित हैं।
- यह छिंदवाड़ा में आदिवासी अध्ययन और अनुसंधान का प्रमुख केंद्र भी है।
3. जनजातीय संग्रहालय, जबलपुर
- महाकौशल क्षेत्र की प्रमुख जनजातियों – गोंड, बैगा और कोरकू की संस्कृति को प्रदर्शित करता है।
- यहाँ पारंपरिक हस्तशिल्प, आभूषण, नृत्य और संगीत से संबंधित प्रदर्शनी लगाई जाती हैं।
4. जनजातीय संग्रहालय, खजुराहो
- यह संग्रहालय खजुराहो में स्थित है और बुंदेलखंड क्षेत्र की जनजातियों की संस्कृति और कला पर केंद्रित है।
- इसमें जनजातीय मूर्तियां, पारंपरिक वस्त्र और लोककथाओं से जुड़े चित्रण मौजूद हैं।
5. जनजातीय संग्रहालय, मंडला
- यह विशेष रूप से बैगा और गोंड जनजातियों की सांस्कृतिक धरोहर को संजोने के लिए बनाया गया है।
- यहाँ बैगा जनजाति की पारंपरिक चित्रकला, संगीत वाद्ययंत्र, और धार्मिक परंपराओं को दिखाया गया है।
निष्कर्ष:
मध्य प्रदेश में 5 प्रमुख जनजातीय संग्रहालय हैं – भोपाल, छिंदवाड़ा, जबलपुर, खजुराहो और मंडला में। इनमें से सबसे पुराना छिंदवाड़ा (1954) का है, और सबसे आधुनिक भोपाल (2013) का है।
मध्य प्रदेश में कई निजी संग्रहालय (Private Museums) हैं, जो ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और कलात्मक धरोहरों को संजोने का कार्य करते हैं। ये संग्रहालय व्यक्तिगत प्रयासों, ट्रस्टों या निजी संगठनों द्वारा संचालित होते हैं।
मध्य प्रदेश के प्रमुख निजी संग्रहालय:
1. सेंटर फॉर फोक आर्ट म्यूज़ियम, भोपाल
- यह एक निजी संग्रहालय है, जो मध्य प्रदेश की लोक कला, आदिवासी चित्रकला (गोंड, भील, पिथोरा), और पारंपरिक हस्तशिल्प को प्रदर्शित करता है।
- इसे एक निजी संगठन द्वारा संचालित किया जाता है।
2. रूपांकन कला संग्रहालय, भोपाल
- यह एक निजी कला संग्रहालय है, जहाँ पारंपरिक आदिवासी चित्रकला और मूर्तिकला का संग्रह किया गया है।
- इसे प्रसिद्ध कलाकारों और कला प्रेमियों द्वारा संचालित किया जाता है।
3. राजा अली म्यूज़ियम, भोपाल
- यह नवाब युग की धरोहरों से जुड़ा एक निजी संग्रहालय है।
- इसमें नवाबी दौर की पोशाकें, हथियार, आभूषण, सिक्के और अन्य ऐतिहासिक वस्तुएं प्रदर्शित हैं।
4. गोंड कला संग्रहालय, जबलपुर
- यह गोंड जनजाति की पारंपरिक चित्रकला और मूर्तिकला को संरक्षित करने वाला एक निजी संग्रहालय है।
- इसे स्थानीय गोंड कलाकारों और कला संरक्षकों द्वारा स्थापित किया गया है।
5. सिंधिया संग्रहालय, ग्वालियर (अर्ध-निजी संग्रहालय)
- यह संग्रहालय सिंधिया राजवंश द्वारा स्थापित किया गया था और जयविलास महल में स्थित है।
- यहाँ शाही परिवार के अस्त्र-शस्त्र, पोशाकें, आभूषण, दुर्लभ चित्र और अन्य ऐतिहासिक वस्तुएं प्रदर्शित हैं।
6. बघेल म्यूज़ियम, रीवा
- यह संग्रहालय रीवा के बघेल वंश से जुड़ा हुआ है और इसमें शाही अस्त्र-शस्त्र, बघेल राजवंश के ऐतिहासिक दस्तावेज और रीवा रियासत के स्मृति-चिह्न संग्रहित हैं।
7. भारत भवन, भोपाल (अर्ध-निजी कला संग्रहालय)
- यह एक कला और सांस्कृतिक केंद्र है, जहाँ लोककला, समकालीन चित्रकला, मूर्तिकला, संगीत और नाट्यकला से जुड़े संग्रह प्रदर्शित किए जाते हैं।
- हालांकि यह सरकारी सहायता प्राप्त केंद्र है, लेकिन इसका प्रबंधन स्वतंत्र रूप से किया जाता है।
8. उषा किरण पैलेस संग्रहालय, ग्वालियर
- यह एक निजी महल-संग्रहालय है, जो सिंधिया परिवार के स्वामित्व में है।
- इसमें ग्वालियर राजघराने से जुड़े ऐतिहासिक दस्तावेज, फर्नीचर, शाही पोशाकें और पुरानी कलाकृतियाँ संग्रहित हैं।
निष्कर्ष:
मध्य प्रदेश में कई निजी संग्रहालय हैं, जिनमें से कुछ कला और संस्कृति से जुड़े हैं, जबकि कुछ ऐतिहासिक धरोहरों को संजोते हैं। भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और रीवा में ऐसे संग्रहालय अधिक हैं। इनमें से सेंटर फॉर फोक आर्ट म्यूज़ियम, रूपांकन कला संग्रहालय, और सिंधिया संग्रहालय प्रमुख हैं।
मध्य प्रदेश में कई प्रमुख संस्थान (Institutes) स्थित हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों में शिक्षा, अनुसंधान और प्रशिक्षण प्रदान करते हैं। नीचे विषयवार और शहरवार सूची दी गई है:
1. तकनीकी और विज्ञान संस्थान
भोपाल:
- IISER भोपाल (Indian Institute of Science Education and Research)
- मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MANIT / NIT Bhopal)
- राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (RGPV)
- मध्य प्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (MAPCOST)
- भारतीय वन प्रबंधन संस्थान (IIFM)
- भारतीय पर्यावरण प्रबंधन संस्थान (IEM)
इंदौर:
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT Indore)
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (IIM Indore)
ग्वालियर:
- अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी एवं प्रबंधन संस्थान (ABV-IIITM Gwalior)
जबलपुर:
- भारतीय वन अनुसंधान संस्थान (TFRI – Tropical Forest Research Institute)
- रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय (RDVV) का विज्ञान एवं तकनीकी विभाग
2. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य संस्थान
भोपाल:
- अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS Bhopal)
- गांधी मेडिकल कॉलेज
- नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर रिसर्च इन एनवायर्नमेंटल हेल्थ (NIREH)
इंदौर:
- महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज (MGM Indore)
जबलपुर:
- नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज
ग्वालियर:
- गजराजा मेडिकल कॉलेज (GRMC Gwalior)
3. प्रशासनिक, न्यायिक एवं प्रबंधन संस्थान
भोपाल:
- मध्य प्रदेश लोक प्रशासन एवं प्रबंधन संस्थान (MP Academy of Administration, Bhopal)
- राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी (National Judicial Academy, Bhopal)
- माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय (MCU)
- अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय
इंदौर:
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (IIM Indore)
ग्वालियर:
- ग्वालियर पुलिस अकादमी
उज्जैन:
- विक्रमादित्य शोध संस्थान
4. कृषि एवं पर्यावरण संस्थान
जबलपुर:
- केंद्रीय कृषि अनुसंधान संस्थान (ICAR Jabalpur)
- जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय (JNKVV)
भोपाल:
- इंडियन ग्रासलैंड एंड फॉडर रिसर्च इंस्टीट्यूट
- मध्य प्रदेश जैव विविधता बोर्ड
टीकमगढ़:
- कृषि विज्ञान केंद्र
5. रक्षा और पुलिस प्रशिक्षण संस्थान
भोपाल:
- सेंट्रल पुलिस ट्रेनिंग एकेडमी (CPTA)
- राज्य स्तरीय पुलिस प्रशिक्षण अकादमी
उज्जैन:
- डॉ. भीमराव अंबेडकर पुलिस अकादमी
ग्वालियर:
- डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट (DRDE, Gwalior)
6. शिक्षा और शोध संस्थान
भोपाल:
- राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (NITTTR)
- अटल बिहारी वाजपेयी उत्कृष्टता संस्थान
ग्वालियर:
- माधव इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (MITS Gwalior)
सागर:
- डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय (केंद्रीय विश्वविद्यालय)
रीवा:
- अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय
7. सांस्कृतिक और सामाजिक अनुसंधान संस्थान
भोपाल:
- भारतीय लोक कला संग्रहालय (Bharat Bhavan)
- **इंदिरा गांधी
मध्य प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों के कई प्रमुख संस्थान स्थित हैं। यहाँ आपको प्रमुख संस्थानों के नाम, उनके स्थान (शहर) और उनका क्षेत्र दिया गया है।
1. विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान
- IISER (Indian Institute of Science Education and Research), भोपाल – गांधीनगर क्षेत्र में स्थित यह संस्थान विज्ञान और अनुसंधान के लिए प्रसिद्ध है।
- IIT इंदौर, इंदौर – सिमरोल क्षेत्र में स्थित यह संस्थान भारत के शीर्ष तकनीकी संस्थानों में से एक है।
- IIM इंदौर, इंदौर – प्रबन्ध नगर में स्थित यह संस्थान प्रबंधन शिक्षा के लिए प्रसिद्ध है।
- MANIT (Maulana Azad National Institute of Technology), भोपाल – गोविंदपुरा क्षेत्र में स्थित यह राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान इंजीनियरिंग और अनुसंधान के लिए जाना जाता है।
- ABV-IIITM (Atal Bihari Vajpayee Indian Institute of Information Technology and Management), ग्वालियर – मोरेना लिंक रोड पर स्थित यह संस्थान सूचना प्रौद्योगिकी और प्रबंधन शिक्षा में अग्रणी है।
- RGPV (Rajiv Gandhi Proudyogiki Vishwavidyalaya), भोपाल – एयरपोर्ट रोड पर स्थित यह मध्य प्रदेश का प्रमुख तकनीकी विश्वविद्यालय है।
2. चिकित्सा और स्वास्थ्य संस्थान
- AIIMS भोपाल – साकेत नगर में स्थित, यह भारत के प्रमुख मेडिकल संस्थानों में से एक है।
- गांधी मेडिकल कॉलेज, भोपाल – सुल्तानिया रोड पर स्थित, यह मध्य प्रदेश का प्रमुख मेडिकल कॉलेज है।
- MGM मेडिकल कॉलेज, इंदौर – AB रोड पर स्थित, यह प्रदेश के सबसे पुराने मेडिकल कॉलेजों में से एक है।
- नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज, जबलपुर – नेताजी सुभाष चौक पर स्थित यह जबलपुर का प्रमुख मेडिकल कॉलेज है।
- गजराजा मेडिकल कॉलेज (GRMC), ग्वालियर – लश्कर क्षेत्र में स्थित यह मेडिकल शिक्षा का प्रमुख केंद्र है।
- NIREH (National Institute for Research in Environmental Health), भोपाल – भवानीपुरा क्षेत्र में स्थित यह पर्यावरणीय स्वास्थ्य अनुसंधान केंद्र है।
3. प्रशासनिक, न्यायिक और प्रबंधन संस्थान
- MP लोक प्रशासन एवं प्रबंधन संस्थान, भोपाल – श्यामला हिल्स में स्थित यह संस्थान प्रशासनिक प्रशिक्षण के लिए प्रसिद्ध है।
- राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी, भोपाल – अरेरा हिल्स में स्थित, यह भारत के न्यायाधीशों के प्रशिक्षण का प्रमुख केंद्र है।
- मध्य प्रदेश पुलिस अकादमी, भोपाल – नीमच खेड़ा में स्थित, यह पुलिस प्रशिक्षण का प्रमुख संस्थान है।
- माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय (MCU), भोपाल – प्रेस कॉम्प्लेक्स में स्थित, यह पत्रकारिता और जनसंचार का प्रमुख संस्थान है।
4. कृषि और पर्यावरण संस्थान
- Jawaharlal Nehru Krishi Vishwavidyalaya (JNKVV), जबलपुर – अधारताल क्षेत्र में स्थित, यह कृषि अनुसंधान और शिक्षा का प्रमुख केंद्र है।
- Madhya Pradesh State Biodiversity Board, भोपाल – तुलसी नगर में स्थित, यह जैव विविधता के संरक्षण के लिए कार्य करता है।
- Indian Grassland and Fodder Research Institute, झांसी (MP-UP सीमा) – यह पशु आहार अनुसंधान के लिए प्रसिद्ध है।
- Central Institute of Agricultural Engineering (CIAE), भोपाल – बैरागढ़ क्षेत्र में स्थित, यह कृषि यंत्रीकरण पर शोध करता है।
5. रक्षा और पुलिस प्रशिक्षण संस्थान
- Central Police Training Academy (CPTA), भोपाल – लालघाटी क्षेत्र में स्थित, यह पुलिस अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण प्रदान करता है।
- डॉ. भीमराव अंबेडकर पुलिस अकादमी, उज्जैन – नागझिरी क्षेत्र में स्थित, यह राज्य का प्रमुख पुलिस प्रशिक्षण केंद्र है।
- Defence Research & Development Establishment (DRDE), ग्वालियर – झांसी रोड पर स्थित, यह रक्षा अनुसंधान केंद्र है।
6. शिक्षा और शोध संस्थान
- डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर – विश्वविद्यालय रोड पर स्थित, यह मध्य प्रदेश का एकमात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय है।
- अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय, रीवा – APS कॉलेज रोड पर स्थित, यह रीवा का प्रमुख विश्वविद्यालय है।
- National Institute of Technical Teachers Training and Research (NITTTR), भोपाल – श्यामला हिल्स में स्थित, यह तकनीकी शिक्षकों के प्रशिक्षण का प्रमुख संस्थान है।
- अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय, भोपाल – मूसा बाग क्षेत्र में स्थित, यह हिंदी भाषा के उच्च अध्ययन के लिए प्रसिद्ध है।
7. कला, संस्कृति और सामाजिक अनुसंधान संस्थान
- Bharat Bhavan (भारतीय लोक कला संग्रहालय), भोपाल – श्यामला हिल्स में स्थित, यह कला और संस्कृति का प्रमुख केंद्र है।
- Indira Gandhi Rashtriya Manav Sangrahalaya (IGRMS), भोपाल – श्यामला हिल्स में स्थित, यह मानव संस्कृति और आदिवासी परंपराओं पर केंद्रित संग्रहालय है।
- Madhya Pradesh Tribal Museum, भोपाल – श्यामला हिल्स में स्थित, यह जनजातीय कला और संस्कृति का प्रमुख केंद्र है।
- Ramayan Kala Sangrahalaya (Saket Museum), ओरछा – रामराजा मंदिर परिसर में स्थित, यह रामायण से जुड़ी कला और चित्रकला का संग्रहालय है।
निष्कर्ष
मध्य प्रदेश में तकनीकी, चिकित्सा, प्रशासनिक, कृषि, रक्षा, शिक्षा और कला-संस्कृति से जुड़े कई महत्वपूर्ण संस्थान हैं। इनमें से अधिकांश संस्थान भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर और उज्जैन जैसे प्रमुख शहरों में स्थित हैं।
यदि आपको किसी विशेष संस्थान या क्षेत्र की और जानकारी चाहिए, तो बता सकते हैं!
मध्य प्रदेश में मृदा विज्ञान (Soil Science) से संबंधित प्रमुख संस्थान निम्नलिखित हैं:
- केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान (CSSRI) उपकेंद्र, भोपाल – यह संस्थान मृदा लवणता, उर्वरता और मृदा प्रबंधन पर अनुसंधान करता है।
- राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय (RVSKVV), ग्वालियर – यहाँ मृदा विज्ञान और कृषि रसायन विभाग संचालित होता है, जो मृदा परीक्षण और उर्वरक प्रबंधन पर कार्य करता है।
- जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय (JNKVV), जबलपुर – इस विश्वविद्यालय में मृदा विज्ञान विभाग है, जो मृदा उर्वरता, पोषक तत्व प्रबंधन और जैविक मृदा सुधार पर अनुसंधान करता है।
- कृषि विज्ञान केंद्र (KVK), जबलपुर, भोपाल, इंदौर, रीवा – इन केंद्रों में मृदा परीक्षण प्रयोगशालाएँ हैं, जहाँ किसानों को मृदा की गुणवत्ता सुधारने के लिए सलाह दी जाती है।
- राष्ट्रीय जैविक खेती अनुसंधान संस्थान, जबलपुर – यह संस्थान जैविक खेती के लिए उपयुक्त मृदा प्रबंधन तकनीकों पर शोध करता है।
इन संस्थानों में मृदा परीक्षण, उर्वरक प्रबंधन, और भूमि सुधार से जुड़े अनुसंधान और प्रशिक्षण कार्य किए जाते हैं।
मध्य प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों के विकास और प्रबंधन के लिए कई विकास निगम (Development Corporations) कार्यरत हैं। ये निगम राज्य सरकार द्वारा संचालित होते हैं और विभिन्न क्षेत्रों के विकास, नियोजन, वित्तपोषण और प्रबंधन से जुड़े होते हैं।
1. संस्कृति और पर्यटन से जुड़े विकास निगम
- मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम (MPTDC), भोपाल – यह पर्यटन स्थलों के विकास, होटलों और रिसॉर्ट्स के प्रबंधन, तथा पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कार्य करता है।
- मध्यप्रदेश फिल्म विकास निगम, भोपाल – यह फिल्म निर्माण को प्रोत्साहित करने और राज्य में फिल्म शूटिंग की सुविधाएँ उपलब्ध कराने का कार्य करता है।
2. औद्योगिक और निवेश विकास निगम
- मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास निगम (MPIDC), भोपाल – यह राज्य में औद्योगिक विकास और निवेश को बढ़ावा देने के लिए कार्य करता है।
- मध्यप्रदेश राज्य खनिज विकास निगम (MPSMDC), भोपाल – यह खनिज संसाधनों के खनन, उत्खनन और प्रबंधन से जुड़ा है।
- मध्यप्रदेश राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम (MPSEDC), भोपाल – यह इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में निवेश और उद्योगों को बढ़ावा देने का कार्य करता है।
- मध्यप्रदेश व्यापार और निवेश सुविधा निगम, भोपाल – यह राज्य में व्यापार और निवेश को सुगम बनाने के लिए कार्य करता है।
3. कृषि, वन एवं पर्यावरण से जुड़े निगम
- मध्यप्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड (MP MARKFED), भोपाल – यह कृषि उपज मंडी समितियों के संचालन और किसानों को उचित मूल्य दिलाने में सहायता करता है।
- मध्यप्रदेश राज्य जैविक कृषि विकास बोर्ड, भोपाल – यह जैविक खेती को बढ़ावा देने और किसानों को जैविक खेती अपनाने में सहायता करता है।
- मध्यप्रदेश लघु वनोपज (ट्रेडिंग एंड डेवलपमेंट) निगम, भोपाल – यह वनोपज (जैसे तेंदूपत्ता, महुआ, गोंद) के संग्रहण और विपणन को संगठित करता है।
4. आवास और शहरी विकास निगम
- मध्यप्रदेश गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मंडल (MP Housing Board), भोपाल – यह राज्य में आवासीय और वाणिज्यिक भवनों के निर्माण और प्रबंधन का कार्य करता है।
- मध्यप्रदेश शहरी विकास निगम (MP Urban Development Corporation), भोपाल – यह शहरी बुनियादी ढांचे के विकास और योजनाओं को लागू करने का कार्य करता है।
- मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम (MPRDC), भोपाल – यह राज्य में सड़कों, पुलों और राजमार्गों के निर्माण एवं रखरखाव का कार्य करता है।
5. सामाजिक कल्याण और जनजातीय विकास निगम
- मध्यप्रदेश राज्य अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम, भोपाल – यह अनुसूचित जाति के व्यक्तियों के लिए ऋण योजनाएँ और स्वरोजगार के अवसर प्रदान करता है।
- मध्यप्रदेश राज्य अनुसूचित जनजाति वित्त एवं विकास निगम, भोपाल – यह अनुसूचित जनजातियों के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए कार्य करता है।
- मध्यप्रदेश महिला वित्त एवं विकास निगम, भोपाल – यह महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण और उनके लिए स्वरोजगार के अवसर प्रदान करता है।
6. ऊर्जा और जल संसाधन विकास निगम
- मध्यप्रदेश पावर जनरेशन कंपनी लिमिटेड (MPPGCL), जबलपुर – यह राज्य में बिजली उत्पादन और ऊर्जा प्रबंधन का कार्य करता है।
- मध्यप्रदेश जल निगम, भोपाल – यह जल आपूर्ति और जल संरक्षण से संबंधित परियोजनाओं का संचालन करता है।
- नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण (NVDA), इंदौर – यह नर्मदा नदी परियोजनाओं और जल संसाधन प्रबंधन का कार्य करता है।
7. परिवहन और वित्त निगम
- मध्यप्रदेश सड़क परिवहन निगम (MPRTC), भोपाल – यह राज्य में बस परिवहन सेवाओं का संचालन करता था (हालांकि अब निजीकरण के बाद इसकी भूमिका सीमित हो गई है)।
- मध्यप्रदेश राज्य वित्त निगम (MPSFC), भोपाल – यह लघु एवं मध्यम उद्योगों को वित्तीय सहायता प्रदान करता है।
निष्कर्ष
मध्य प्रदेश सरकार विभिन्न क्षेत्रों के विकास के लिए कई विकास निगमों का संचालन करती है। इनमें से प्रमुख निगम भोपाल, इंदौर और जबलपुर में स्थित हैं और ये पर्यटन, उद्योग, खनिज, कृषि, शहरी विकास, ऊर्जा, परिवहन और सामाजिक कल्याण से जुड़े कार्यों में योगदान देते हैं।
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