मध्य प्रदेश की प्रमुख सिंचाई परियोजनाएँ
मध्य प्रदेश में कई महत्वपूर्ण सिंचाई परियोजनाएँ हैं, जो राज्य की कृषि और जल आपूर्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। ये परियोजनाएँ मुख्यतः नर्मदा, चंबल, बेतवा, सोन और तवा नदियों पर आधारित हैं।
1. प्रमुख सिंचाई परियोजनाएँ (Major Irrigation Projects of MP)
(1) इंदिरा सागर परियोजना (Indira Sagar Project)
- स्थान: खंडवा जिला
- नदी: नर्मदा नदी
- शुरुआत वर्ष: 1984 (पूरा हुआ 2005 में)
- सिंचित क्षेत्र: 1.23 लाख हेक्टेयर
- लाभान्वित जिले: खंडवा, हरदा, देवास, बड़वानी
(2) तवा सिंचाई परियोजना (Tawa Irrigation Project)
- स्थान: होशंगाबाद जिला
- नदी: तवा नदी (नर्मदा की सहायक नदी)
- शुरुआत वर्ष: 1958 (पूरा हुआ 1978 में)
- सिंचित क्षेत्र: 3 लाख हेक्टेयर
- लाभान्वित जिले: होशंगाबाद, हरदा, बैतूल
(3) बाणसागर परियोजना (Bansagar Project)
- स्थान: रीवा, शहडोल, सतना
- नदी: सोन नदी
- शुरुआत वर्ष: 1978 (पूरा हुआ 2006 में)
- सिंचित क्षेत्र: 2 लाख हेक्टेयर
- लाभान्वित जिले: रीवा, सतना, उमरिया, शहडोल
(4) राजघाट बाँध परियोजना (Rajghat Dam Project)
- स्थान: ललितपुर (MP-UP सीमा)
- नदी: बेतवा नदी
- शुरुआत वर्ष: 1986
- सिंचित क्षेत्र: 1.5 लाख हेक्टेयर
- लाभान्वित जिले: ललितपुर, टीकमगढ़, झांसी
(5) गांधी सागर बाँध परियोजना (Gandhi Sagar Dam Project)
- स्थान: मंदसौर जिला
- नदी: चंबल नदी
- शुरुआत वर्ष: 1954 (पूरा हुआ 1960 में)
- सिंचित क्षेत्र: 2 लाख हेक्टेयर
- लाभान्वित जिले: मंदसौर, नीमच, श्योपुर
(6) ओंकारेश्वर बाँध परियोजना (Omkareshwar Dam Project)
- स्थान: खंडवा जिला
- नदी: नर्मदा नदी
- शुरुआत वर्ष: 2004 (पूरा हुआ 2007 में)
- सिंचित क्षेत्र: 1 लाख हेक्टेयर
- लाभान्वित जिले: खंडवा, खरगोन, धार
(7) बरगी बाँध परियोजना (Bargi Dam Project)
- स्थान: जबलपुर जिला
- नदी: नर्मदा नदी
- शुरुआत वर्ष: 1974 (पूरा हुआ 1990 में)
- सिंचित क्षेत्र: 4 लाख हेक्टेयर
- लाभान्वित जिले: जबलपुर, मंडला, नरसिंहपुर
(8) कन्हार सिंचाई परियोजना (Kanhar Irrigation Project)
- स्थान: सिंगरौली जिला
- नदी: कन्हार नदी
- शुरुआत वर्ष: 2010
- सिंचित क्षेत्र: 50,000 हेक्टेयर
- लाभान्वित जिले: सिंगरौली, सीधी
(9) संजय सागर परियोजना (Sanjay Sagar Project)
- स्थान: शिवपुरी जिला
- नदी: सिंध नदी
- शुरुआत वर्ष: 2000
- सिंचित क्षेत्र: 60,000 हेक्टेयर
- लाभान्वित जिले: शिवपुरी, गुना
(10) हलाली सिंचाई परियोजना (Halali Irrigation Project)
- स्थान: विदिशा जिला
- नदी: हलाली नदी
- शुरुआत वर्ष: 1973
- सिंचित क्षेत्र: 75,000 हेक्टेयर
- लाभान्वित जिले: विदिशा, रायसेन
2. मध्य प्रदेश सिंचाई से संबंधित 30 महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान प्रश्न (MPPSC के लिए उपयोगी)
- मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी सिंचाई परियोजना कौन-सी है?
- उत्तर: इंदिरा सागर परियोजना
- इंदिरा सागर परियोजना किस नदी पर स्थित है?
- उत्तर: नर्मदा नदी
- बाणसागर परियोजना किस नदी पर स्थित है?
- उत्तर: सोन नदी
- गांधी सागर बाँध किस जिले में स्थित है?
- उत्तर: मंदसौर
- राजघाट बाँध परियोजना किस नदी पर बनी है?
- उत्तर: बेतवा नदी
- बरगी बाँध किस नदी पर स्थित है?
- उत्तर: नर्मदा नदी
- तवा सिंचाई परियोजना मध्य प्रदेश के किस जिले में स्थित है?
- उत्तर: होशंगाबाद
- संजय सागर परियोजना किस जिले में स्थित है?
- उत्तर: शिवपुरी
- ओंकारेश्वर बाँध परियोजना कब पूरी हुई?
- उत्तर: 2007
- मध्य प्रदेश में सबसे अधिक सिंचाई किस जिले में होती है?
- उत्तर: होशंगाबाद
- मध्य प्रदेश में सबसे कम सिंचित जिला कौन-सा है?
- उत्तर: मंडला
- तवा बाँध परियोजना कब पूर्ण हुई थी?
- उत्तर: 1978
- गांधी सागर बाँध परियोजना कब पूरी हुई?
- उत्तर: 1960
- मध्य प्रदेश में कौन-सी नदी “जीवनरेखा” के रूप में जानी जाती है?
- उत्तर: नर्मदा नदी
- बुंदेलखंड क्षेत्र की मुख्य सिंचाई परियोजना कौन-सी है?
- उत्तर: बाणसागर परियोजना
- राज्य की सबसे पुरानी सिंचाई परियोजना कौन-सी है?
- उत्तर: गांधी सागर बाँध
- मध्य प्रदेश की दूसरी सबसे बड़ी सिंचाई परियोजना कौन-सी है?
- उत्तर: बरगी बाँध परियोजना
- मध्य प्रदेश में कितने प्रतिशत कृषि भूमि सिंचित है?
- उत्तर: लगभग 40%
- कन्हार सिंचाई परियोजना से कौन-से जिले लाभान्वित होते हैं?
- उत्तर: सिंगरौली, सीधी
- हलाली सिंचाई परियोजना किस नदी पर बनी है?
- उत्तर: हलाली नदी
- बाणसागर परियोजना से कौन-से जिले लाभान्वित होते हैं?
- उत्तर: रीवा, सतना, उमरिया
- बरगी बाँध किस जिले में स्थित है?
- उत्तर: जबलपुर
- राजघाट परियोजना किस राज्य की साझा परियोजना है?
- उत्तर: मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश
- इंदिरा सागर बाँध का मुख्य उद्देश्य क्या है?
- उत्तर: जल विद्युत उत्पादन और सिंचाई
- गांधी सागर बाँध किस नदी पर बना है?
- उत्तर: चंबल नदी
निष्कर्ष
मध्य प्रदेश में सिंचाई के लिए विभिन्न नदियों पर कई परियोजनाएँ चलाई जा रही हैं। ये परियोजनाएँ राज्य की कृषि को सहारा देने और जल संसाधनों का उचित प्रबंधन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।