मध्यकालीन भारत (Medieval India) – 8वीं से 18वीं शताब्दी
मध्यकालीन भारत का इतिहास मोटे तौर पर प्रारंभिक मध्यकाल (8वीं-13वीं शताब्दी) और उत्तर मध्यकाल (13वीं-18वीं शताब्दी) में विभाजित किया जाता है।
1. प्रारंभिक मध्यकाल (8वीं – 13वीं शताब्दी)
(A) राजपूत और दक्षिण भारतीय साम्राज्य (8वीं-12वीं शताब्दी)
- गुर्जर-प्रतिहार वंश (8वीं-11वीं शताब्दी) – कन्नौज पर शासन, अरब आक्रमणों को रोका।
- पाल वंश (8वीं-12वीं शताब्दी) – पूर्वी भारत (बंगाल, बिहार) में प्रभावशाली, बौद्ध धर्म का संरक्षण।
- राष्ट्रकूट वंश (8वीं-10वीं शताब्दी) – दक्षिण भारत में प्रभावशाली, अजन्ता-एलोरा गुफाओं से संबंधित।
- चोल वंश (9वीं-13वीं शताब्दी) – तमिलनाडु में मजबूत शासन, समुद्री शक्ति, तंजावुर का बृहदेश्वर मंदिर।
- चालुक्य, पांड्य और चेर वंश – दक्षिण भारत में प्रभावी।
(B) तुर्की आक्रमण और दिल्ली सल्तनत की स्थापना
- महमूद गजनी (1000-1027 ई.) – भारत पर 17 बार आक्रमण, सोमनाथ मंदिर को लूटा।
- मुहम्मद गौरी (1175-1206 ई.) – तराइन की लड़ाई (1191-92), पृथ्वीराज चौहान को हराकर दिल्ली की सत्ता हासिल की।
- दिल्ली सल्तनत की स्थापना (1206 ई.) – गुलाम वंश के कुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा।
2. उत्तर मध्यकाल (13वीं – 18वीं शताब्दी)
(A) दिल्ली सल्तनत (1206-1526 ई.)
- गुलाम वंश (1206-1290) – गुलाम वंश (1206-1290) के सभी शासक और उनके शासनकाल
- कुतुबुद्दीन ऐबक (1206-1210)
- आराम शाह (1210-1211)
- इल्तुतमिश (1211-1236)
- रुकुनुद्दीन फिरोज (1236)
- रजिया सुल्तान (1236-1240)
- बहराम शाह (1240-1242)
- अलाउद्दीन मसूद शाह (1242-1246)
- नसीरुद्दीन महमूद (1246-1266)
- गयासुद्दीन बलबन (1266-1287)
- मुइजुद्दीन कैकूबाद (1287-1290)
- शम्सुद्दीन कयूमर्स (1290) (अल्पकालीन शासक)
- खिलजी वंश (1290-1320) –
- जलालुद्दीन फिरोज खिलजी (1290-1296)
- अलाउद्दीन खिलजी (1296-1316)
- शिहाबुद्दीन उमर (1316) (अल्पकालीन शासक)
- कुतुबुद्दीन मुबारक शाह (1316-1320)
- नासिरुद्दीन खुसरो शाह (1320)
- तुगलक वंश (1320-1414) –
- गयासुद्दीन तुगलक (1320-1325)
- मुहम्मद बिन तुगलक (1325-1351)
- फिरोजशाह तुगलक (1351-1388)
- ग्यासुद्दीन तुगलक द्वितीय (1388-1389)
- अबू बक्र शाह (1389-1390)
- मुहम्मद शाह तुगलक (1390-1394)
- सिकंदर शाह तुगलक (1394-1395)
- नसीरुद्दीन महमूद तुगलक (1395-1412)
- नसीरुद्दीन नुसरत शाह तुगलक (1397-1399) (प्रतिद्वंद्वी शासक)
- सैय्यद वंश (1414-1451) –
- खिज्र खान (1414-1421)
- मुबारक शाह (1421-1434)
- मोहम्मद शाह (1434-1445)
- आलम शाह (1445-1451)
- लोदी वंश (1451-1526) –
(B) मुगल साम्राज्य (1526-1857)
- बाबर (1526-1530) – पानीपत की प्रथम लड़ाई (1526) में इब्राहिम लोदी को हराकर मुगल वंश की स्थापना।
- हुमायूँ (1530-1556) – शेरशाह सूरी से पराजित, बाद में पुनः सत्ता प्राप्त की।
- अकबर (1556-1605) – साम्राज्य विस्तार, दीन-ए-इलाही, प्रशासनिक सुधार।
- जहाँगीर (1605-1627) – नूरजहाँ का प्रभाव, मुगल चित्रकला का उत्कर्ष।
- शाहजहाँ (1628-1658) – ताजमहल, लाल किला, जामा मस्जिद का निर्माण।
- औरंगजेब (1658-1707) – कट्टर इस्लामी नीति, दक्षिण भारत पर आक्रमण, मुगल साम्राज्य का पतन शुरू।
(C) मुगलों के बाद भारतीय शक्ति केंद्र
- मराठा साम्राज्य (1674-1818) – शिवाजी द्वारा स्थापित, पेशवा शासन।
- सिख साम्राज्य (1799-1849) – महाराजा रणजीत सिंह।
- अवध, बंगाल, मैसूर और हैदराबाद की स्वतंत्र सत्ता।
(D) अंग्रेजों का आगमन और सत्ता संघर्ष
- 1600 – ब्रिटिश सरकार ने ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना की।
- 1615 – मुगल सम्राट जहाँगीर ने सर थॉमस रो को भारत में व्यापार करने की अनुमति दी।
- 1639 – अंग्रेजों ने मद्रास में “फोर्ट सेंट जॉर्ज” की स्थापना की।
- 1668 – अंग्रेजों ने पुर्तगालियों से मुंबई प्राप्त किया।
- 1690 – जॉब चार्नोक ने कलकत्ता (कोलकाता) की स्थापना की।
- 1757 – प्लासी का युद्ध, अंग्रेजों ने बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला को पराजित किया।
- 1764 – बक्सर का युद्ध, अंग्रेजों ने बंगाल, अवध और मुगल सम्राट को हराया।
- 1765 – बंगाल, बिहार और उड़ीसा की दीवानी अंग्रेजों को प्राप्त हुई।
- 1773 – रेगुलेटिंग एक्ट पारित, वॉरेन हेस्टिंग्स भारत का पहला गवर्नर जनरल बना।
- 1784 – पिट्स इंडिया एक्ट लागू, ब्रिटिश सरकार ने ईस्ट इंडिया कंपनी पर नियंत्रण बढ़ाया।
- 1793 – स्थायी बंदोबस्त (जमींदारी प्रथा) लागू।
- 1799 – चौथा मैसूर युद्ध, टीपू सुल्तान की पराजय और मृत्यु।
- 1818 – तीसरा मराठा युद्ध, अंग्रेजों ने संपूर्ण भारत पर प्रभुत्व स्थापित किया।
- 1829 – लॉर्ड विलियम बेंटिंक ने सती प्रथा पर प्रतिबंध लगाया।
- 1835 – लॉर्ड मैकाले ने अंग्रेजी शिक्षा प्रणाली लागू की।
- 1848 – लॉर्ड डालहौजी ने “लैप्स का सिद्धांत” लागू किया।
- 1853 – भारत में पहली रेल सेवा मुंबई से ठाणे तक शुरू हुई।
- 1857 – सिपाही विद्रोह (प्रथम स्वतंत्रता संग्राम) हुआ।
- 1858 – ब्रिटिश सरकार ने ईस्ट इंडिया कंपनी का शासन समाप्त किया।
- 1877 – क्वीन विक्टोरिया को भारत की सम्राज्ञी घोषित किया गया।
- 1885 – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) की स्थापना हुई।
- 1905 – लॉर्ड कर्ज़न ने बंगाल का विभाजन किया।
- 1911 – बंगाल विभाजन रद्द, दिल्ली को भारत की राजधानी बनाया गया।
- 1919 – जलियांवाला बाग हत्याकांड।
- 1920 – महात्मा गांधी के नेतृत्व में असहयोग आंदोलन शुरू हुआ।
- 1930 – दांडी मार्च (नमक सत्याग्रह) हुआ।
- 1942 – भारत छोड़ो आंदोलन शुरू, गांधीजी ने “अंग्रेजों भारत छोड़ो” का नारा दिया।
- 1946 – कैबिनेट मिशन योजना लागू हुई।
- 1947 – भारत को स्वतंत्रता मिली, ब्रिटिश शासन समाप्त हुआ।
- ईस्ट इंडिया कंपनी (1600 ई.) – व्यापार के लिए आई, बाद में राजनीतिक रूप से प्रभावी हुई।
- प्लासी की लड़ाई (1757) – बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला की हार, ब्रिटिश सत्ता की शुरुआत।
- बक्सर की लड़ाई (1764) – अंग्रेजों ने अवध, बंगाल और मुगल बादशाह को हराया।
महत्वपूर्ण प्रभाव और विशेषताएँ
- धार्मिक और सांस्कृतिक समन्वय – हिंदू-मुस्लिम परंपराओं का मेल।
- स्थापत्य कला का विकास – ताजमहल, कुतुब मीनार, गोल गुम्बज, खजुराहो मंदिर आदि।
- नई प्रशासनिक व्यवस्थाएँ – दिल्ली सल्तनत और मुगलों ने मजबूत केंद्रीकरण किया।
- व्यापार और कृषि में परिवर्तन – फारसी, अरबी और तुर्की प्रभाव; जमींदारी और मनसबदारी प्रथा।
- ब्रिटिश प्रभाव की शुरुआत – अंग्रेजों के आगमन के साथ भारत में आधुनिक काल की नींव रखी गई।
निष्कर्ष:
मध्यकालीन भारत का इतिहास सत्ता संघर्ष, सांस्कृतिक समन्वय, व्यापारिक विस्तार, और प्रशासनिक सुधारों का मिला-जुला रूप है। इस काल में विदेशी आक्रमणों के साथ भारतीय समाज और राजनीति में महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए। अंततः, मुगल साम्राज्य के पतन के बाद अंग्रेजों का वर्चस्व बढ़ा, जिसने भारत को आधुनिक काल की ओर अग्रसर किया।
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