गयासुद्दीन तुगलक

गयासुद्दीन तुगलक (1320-1325 ई.) – तुगलक वंश का संस्थापक

गयासुद्दीन तुगलक दिल्ली सल्तनत के तुगलक वंश का संस्थापक था। उसने खिलजी वंश को हटाकर 1320 ई. में सत्ता संभाली और 1325 ई. तक शासन किया। वह एक योग्य सेनापति और कुशल प्रशासक था, जिसने दिल्ली सल्तनत को मजबूत बनाने का प्रयास किया


गयासुद्दीन तुगलक का प्रारंभिक जीवन और सत्ता पर कब्जा

  • उसका असली नाम गाजी मलिक था और वह मुल्तान और पंजाब का गवर्नर था।
  • उसने खिलजी वंश के अंतिम शासक कुतुबुद्दीन मुबारक शाह और खुसरो खान को हराकर 1320 ई. में गद्दी पर कब्जा किया
  • वह तुगलक वंश का पहला शासक बना।

गयासुद्दीन तुगलक द्वारा लड़े गए प्रमुख युद्ध

  1. खुसरो खान का वध (1320 ई.)
    • गयासुद्दीन ने खिलजी वंश के अंतिम शासक खुसरो खान को हराया और मार डाला।
  2. बंगाल अभियान (1324 ई.)
    • बंगाल के शासक गणेश देव और उसके उत्तराधिकारी नासिरुद्दीन ने दिल्ली सल्तनत के अधीनता स्वीकार करने से इनकार कर दिया।
    • गयासुद्दीन ने बंगाल पर आक्रमण किया और उसे सल्तनत के अधीन कर लिया
    • उसने बंगाल में फिरोजाबाद शहर की स्थापना की
  3. वारंगल अभियान (1323 ई.)
    • उसने काकतीय वंश (वारंगल, तेलंगाना) पर आक्रमण किया
    • इस युद्ध में वारंगल को दिल्ली सल्तनत के अधीन कर लिया गया
  4. दक्षिण भारत अभियान
    • उसने मदुरै और अन्य दक्षिणी क्षेत्रों में सेना भेजी और दिल्ली सल्तनत का प्रभाव बढ़ाया।

गयासुद्दीन तुगलक द्वारा स्थापत्य कला का विकास

गयासुद्दीन तुगलक ने कई महत्वपूर्ण इमारतों और किलों का निर्माण करवाया।

  1. तुगलकाबाद किला (1321-1325 ई.)
    • यह दिल्ली में स्थित एक विशाल किला है, जिसे उसने अपने नए राजधानी शहर तुगलकाबाद में बनवाया था।
    • यह मजबूत रक्षा प्रणाली, ऊँची दीवारों और विशाल दरवाजों के लिए प्रसिद्ध है।
  2. दिल्ली में मकबरा
    • गयासुद्दीन तुगलक का मकबरा तुगलकाबाद में स्थित है, जो मजबूत और वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण है।
  3. फिरोजाबाद (बंगाल में) की स्थापना
    • उसने बंगाल विजय के बाद वहाँ फिरोजाबाद नामक शहर की स्थापना की

गयासुद्दीन तुगलक और साहित्य

उसके शासनकाल में इस्लामी साहित्य और प्रशासनिक लेखन को बढ़ावा मिला

  • प्रमुख लेखक और इतिहासकार
    • जियाउद्दीन बरनी – दिल्ली सल्तनत का प्रसिद्ध इतिहासकार था।
    • अमीर खुसरो – एक प्रसिद्ध कवि और संगीतकार, जो खिलजी और तुगलक वंश के दरबार में रहे।
    • शम्स-ए-सिराज अफीफ – बाद में तुगलक वंश के इतिहास को लिखा।
  • प्रमुख ग्रंथ
    • “तारीख-ए-फिरोजशाही” (बरनी द्वारा लिखी गई) – इसमें तुगलक वंश का विस्तृत इतिहास है।
    • “खजाइन-उल-फुतूह” (अमीर खुसरो द्वारा) – इसमें तत्कालीन विजय अभियानों का वर्णन है।

गयासुद्दीन तुगलक का प्रशासन और सुधार

  • उसने कठोर कानून और मजबूत प्रशासनिक व्यवस्था स्थापित की।
  • उसने कृषि सुधारों पर ध्यान दिया और किसानों को संरक्षण दिया
  • सड़क और किलेबंदी का कार्य किया, जिससे व्यापार और संचार बेहतर हुआ।

गयासुद्दीन तुगलक की मृत्यु (1325 ई.)

  • बंगाल से लौटते समय, वह दिल्ली के पास अफगानपुर में एक अस्थायी लकड़ी के महल में ठहरा
  • उसके पुत्र उलूग खाँ (बाद में मोहम्मद बिन तुगलक) ने उसके स्वागत के लिए एक महल बनवाया था।
  • अचानक महल गिर गया और गयासुद्दीन तुगलक की मृत्यु हो गई
  • ऐसा माना जाता है कि यह एक षड्यंत्र था, जिसे उसके पुत्र मोहम्मद बिन तुगलक ने रचा था

निष्कर्ष

  • गयासुद्दीन तुगलक तुगलक वंश का संस्थापक था
  • उसने दिल्ली सल्तनत की रक्षा को मजबूत किया और दक्षिण भारत तक अपने साम्राज्य का विस्तार किया
  • उसने तुगलकाबाद किले का निर्माण करवाया और कई प्रशासनिक सुधार किए।
  • उसकी मृत्यु के बाद, उसका पुत्र मोहम्मद बिन तुगलक सत्ता में आया
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