खाद्य शृंखला और खाद्य जाल: विस्तृत जानकारी
खाद्य शृंखला और खाद्य जाल पारिस्थितिकी तंत्र में ऊर्जा प्रवाह और जीवों के बीच पोषण संबंधों को समझने के दो महत्वपूर्ण पहलू हैं। ये दोनों पारिस्थितिकी तंत्र में जीवों के आपसी संबंधों को दर्शाते हैं, लेकिन इनके कार्य और संरचना में अंतर होता है।
खाद्य शृंखला (Food Chain)
खाद्य शृंखला जीवों का एक क्रम होता है जिसमें ऊर्जा एक जीव से दूसरे जीव में स्थानांतरित होती है। यह एक रैखिक श्रृंखला होती है, जिसमें एक जीव दूसरे जीव का भोजन बनता है।
खाद्य शृंखला के घटक
- उत्पादक (Producers) – ये वे जीव होते हैं जो प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) की प्रक्रिया के माध्यम से सूर्य के प्रकाश से अपना भोजन स्वयं बनाते हैं। उदाहरण के लिए, हरे पौधे, शैवाल और कुछ बैक्टीरिया।
- उपभोक्ता (Consumers) – ये वे जीव होते हैं जो अन्य जीवों पर निर्भर रहते हैं।
- प्राथमिक उपभोक्ता (Primary Consumers): ये शाकाहारी जीव होते हैं जो सीधे उत्पादकों को खाते हैं, जैसे हिरण, गाय और खरगोश।
- मध्यवर्ती उपभोक्ता (Secondary Consumers): ये मांसाहारी या सर्वाहारी जीव होते हैं जो प्राथमिक उपभोक्ताओं को खाते हैं, जैसे मेंढक और साँप।
- उच्च स्तरीय उपभोक्ता (Tertiary Consumers): ये मुख्य रूप से मांसाहारी होते हैं और द्वितीयक उपभोक्ताओं को खाते हैं, जैसे बाज और लोमड़ी।
- शीर्ष उपभोक्ता (Top Consumers): ये पारिस्थितिकी तंत्र की खाद्य शृंखला में सबसे ऊपर होते हैं और इनका कोई प्राकृतिक शिकारी नहीं होता, जैसे शेर और बाघ।
- अपघटक (Decomposers) – ये जीव मृत पौधों और जानवरों के अवशेषों को विघटित करके उन्हें मिट्टी में मिला देते हैं, जिससे पोषक तत्व पुनः चक्रित हो जाते हैं। मुख्य अपघटक बैक्टीरिया और फफूँद होते हैं।
खाद्य शृंखला के प्रकार
- चराई खाद्य शृंखला (Grazing Food Chain) – यह खाद्य शृंखला उत्पादकों से शुरू होकर शाकाहारी और फिर मांसाहारी जीवों तक जाती है। उदाहरण के लिए:
सूर्य → घास → टिड्डा → मेंढक → साँप → बाज - अपघटक खाद्य शृंखला (Detritus Food Chain) – यह खाद्य शृंखला मृत जीवों और अपघटकों पर आधारित होती है। उदाहरण के लिए:
मृत पौधे → बैक्टीरिया → केंचुआ → मेंढक → साँप
खाद्य शृंखला की विशेषताएँ
- इसमें ऊर्जा का प्रवाह केवल एक दिशा में होता है।
- यह सरल और सीधी होती है।
- इसमें ऊर्जा का नुकसान होता है क्योंकि प्रत्येक स्तर पर केवल 10% ऊर्जा अगले स्तर तक पहुँचती है, जबकि 90% ऊर्जा गर्मी के रूप में व्यय हो जाती है।
खाद्य जाल (Food Web)
खाद्य जाल कई खाद्य शृंखलाओं के आपसी संपर्क से बनता है। वास्तविक पारिस्थितिकी तंत्र में एक जीव केवल एक ही प्रकार के भोजन पर निर्भर नहीं होता, बल्कि वह विभिन्न जीवों को खा सकता है और विभिन्न शिकारी उसे खा सकते हैं। इस आपसी जटिल संबंध को खाद्य जाल कहा जाता है।
खाद्य जाल के घटक
- इसमें कई उत्पादक, प्राथमिक उपभोक्ता, द्वितीयक उपभोक्ता और अपघटक आपस में जुड़े होते हैं।
- यह पारिस्थितिकी तंत्र की वास्तविकता को दर्शाता है, क्योंकि अधिकांश जीव केवल एक ही प्रकार के भोजन पर निर्भर नहीं रहते।
- यह पारिस्थितिकी तंत्र को अधिक स्थिर बनाता है।
खाद्य जाल का उदाहरण
अगर किसी एक घास के मैदान के पारिस्थितिकी तंत्र को देखें, तो घास को विभिन्न जीव खा सकते हैं, जैसे हिरण, खरगोश और चूहे। इनको खाने वाले शिकारी भी कई प्रकार के होते हैं, जैसे लोमड़ी, साँप और बाज। अगर किसी कारणवश खरगोशों की संख्या कम हो जाती है, तो शिकारी चूहों और हिरणों को भी खा सकते हैं, जिससे खाद्य जाल में संतुलन बना रहता है।
खाद्य जाल की विशेषताएँ
- यह जटिल और वास्तविक पारिस्थितिकी तंत्र का अधिक सटीक चित्रण करता है।
- यदि किसी एक जीव की संख्या में वृद्धि या कमी होती है, तो पूरे जाल पर प्रभाव पड़ता है।
- यह पारिस्थितिकी तंत्र को अधिक लचीला और संतुलित बनाए रखता है।
खाद्य शृंखला और खाद्य जाल में अंतर
खाद्य शृंखला एक सीधा, रैखिक क्रम है, जबकि खाद्य जाल अधिक जटिल और आपस में जुड़े हुए संबंधों को दर्शाता है। खाद्य शृंखला में ऊर्जा केवल एक दिशा में प्रवाहित होती है, जबकि खाद्य जाल में यह कई दिशाओं में प्रवाहित हो सकती है। खाद्य जाल पारिस्थितिकी तंत्र को अधिक स्थिर और संतुलित बनाए रखता है, जबकि खाद्य शृंखला अधिक सरल होती है और आसानी से प्रभावित हो सकती है।
निष्कर्ष
खाद्य शृंखला और खाद्य जाल दोनों ही पारिस्थितिकी तंत्र में ऊर्जा प्रवाह और जीवों के आपसी संबंधों को समझने में सहायक होते हैं। खाद्य शृंखला हमें जीवों के पोषण स्तरों को समझने में मदद करती है, जबकि खाद्य जाल वास्तविक जीवन में उनके जटिल संबंधों को दर्शाता है। पारिस्थितिकी तंत्र में स्थिरता बनाए रखने के लिए खाद्य जाल अधिक महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह एक जीव के विलुप्त होने से पूरे पारिस्थितिकी तंत्र पर पड़ने वाले प्रभाव को कम कर सकता है।
खाद्य शृंखला और खाद्य जाल से जुड़े 100 महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्न उत्तर सहित
- खाद्य शृंखला में ऊर्जा प्रवाह किस दिशा में होता है?
(A) उपभोक्ताओं से उत्पादकों की ओर
(B) उत्पादकों से अपघटकों की ओर
(C) उत्पादकों से उपभोक्ताओं की ओर
(D) अपघटकों से उत्पादकों की ओर
उत्तर: (C) उत्पादकों से उपभोक्ताओं की ओर
विवरण: खाद्य शृंखला में ऊर्जा सूर्य से उत्पादकों (हरे पौधे) द्वारा ग्रहण की जाती है और फिर उपभोक्ताओं के माध्यम से आगे बढ़ती है। - खाद्य जाल में कितनी खाद्य शृंखलाएँ आपस में जुड़ी होती हैं?
(A) केवल एक
(B) दो
(C) कई
(D) कोई नहीं
उत्तर: (C) कई
विवरण: खाद्य जाल में विभिन्न खाद्य शृंखलाएँ आपस में जुड़ी होती हैं, जिससे पारिस्थितिकी तंत्र में संतुलन बना रहता है। - निम्नलिखित में से कौन खाद्य शृंखला का प्रमुख उत्पादक है?
(A) घास
(B) बाघ
(C) लोमड़ी
(D) उल्लू
उत्तर: (A) घास
विवरण: उत्पादक वे जीव होते हैं जो प्रकाश संश्लेषण द्वारा भोजन का उत्पादन करते हैं, जैसे हरे पौधे और शैवाल। - किस जीव को प्राथमिक उपभोक्ता कहा जाता है?
(A) हिरण
(B) शेर
(C) साँप
(D) बाज
उत्तर: (A) हिरण
विवरण: प्राथमिक उपभोक्ता वे जीव होते हैं जो सीधे उत्पादकों (पौधों) को खाते हैं, जैसे हिरण, गाय और खरगोश। - निम्नलिखित में से कौन एक शीर्ष उपभोक्ता (Top Consumer) है?
(A) मेंढक
(B) बाघ
(C) टिड्डा
(D) घास
उत्तर: (B) बाघ
विवरण: शीर्ष उपभोक्ता वे होते हैं जिनका पारिस्थितिकी तंत्र में कोई प्राकृतिक शिकारी नहीं होता, जैसे बाघ और शेर। - खाद्य शृंखला में ऊर्जा का स्थानांतरण किस नियम के अनुसार होता है?
(A) 90% नियम
(B) 10% नियम
(C) 50% नियम
(D) 75% नियम
उत्तर: (B) 10% नियम
विवरण: लिंडमैन के अनुसार, प्रत्येक т्रॉफिक स्तर पर केवल 10% ऊर्जा अगले स्तर तक पहुँचती है, बाकी ऊर्जा गर्मी के रूप में नष्ट हो जाती है। - अपघटक (Decomposers) कौन होते हैं?
(A) पौधे
(B) मांसाहारी
(C) बैक्टीरिया और फफूँद
(D) घास
उत्तर: (C) बैक्टीरिया और फफूँद
विवरण: अपघटक वे जीव होते हैं जो मृत जीवों को विघटित करके पोषक तत्वों को मिट्टी में वापस मिलाते हैं। - चराई खाद्य शृंखला (Grazing Food Chain) की शुरुआत किससे होती है?
(A) शाकाहारी जीवों से
(B) मृत कार्बनिक पदार्थों से
(C) हरे पौधों से
(D) बैक्टीरिया से
उत्तर: (C) हरे पौधों से
विवरण: चराई खाद्य शृंखला की शुरुआत उत्पादकों (हरे पौधों) से होती है, जो सूर्य के प्रकाश का उपयोग करके भोजन बनाते हैं। - खाद्य जाल का मुख्य लाभ क्या है?
(A) यह अधिक ऊर्जा उत्पन्न करता है
(B) यह पारिस्थितिकी तंत्र को अधिक स्थिर बनाता है
(C) यह केवल एक जीव को प्रभावित करता है
(D) यह ऊर्जा को कम करता है
उत्तर: (B) यह पारिस्थितिकी तंत्र को अधिक स्थिर बनाता है
विवरण: खाद्य जाल कई खाद्य शृंखलाओं से मिलकर बना होता है, जिससे एक जीव के विलुप्त होने पर भी पारिस्थितिकी तंत्र संतुलित रहता है। - खाद्य शृंखला में सबसे अधिक ऊर्जा किस स्तर पर पाई जाती है?
(A) शीर्ष उपभोक्ता
(B) द्वितीयक उपभोक्ता
(C) प्राथमिक उपभोक्ता
(D) उत्पादक
उत्तर: (D) उत्पादक
विवरण: खाद्य शृंखला में ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत सूर्य होता है, जिसे उत्पादक (हरे पौधे) ग्रहण करते हैं, इसलिए सबसे अधिक ऊर्जा उत्पादकों में होती है।
और अधिक प्रश्न
- खाद्य शृंखला में ऊर्जा प्रवाह का स्रोत कौन है? – सूर्य
- अपघटक किस रूप में पोषण ग्रहण करते हैं? – मृत कार्बनिक पदार्थों से
- सर्वाहारी जीव क्या खाते हैं? – पौधे और माँस दोनों
- खाद्य शृंखला में बाघ की भूमिका क्या होती है? – शीर्ष उपभोक्ता
- पारिस्थितिकी तंत्र में संतुलन बनाए रखने में कौन-सा कारक मदद करता है? – खाद्य जाल
- यदि किसी पारिस्थितिकी तंत्र में खरगोशों की संख्या कम हो जाए, तो किस पर प्रभाव पड़ेगा? – मांसाहारी शिकारी
- कौन-सा जीव प्राथमिक और द्वितीयक उपभोक्ता दोनों हो सकता है? – भालू (क्योंकि यह सर्वाहारी है)
- खाद्य जाल का मुख्य घटक कौन होता है? – कई खाद्य शृंखलाएँ
- अपघटन की प्रक्रिया का पारिस्थितिकी तंत्र में क्या महत्व है? – पोषक तत्वों को पुनः चक्रित करना
- कौन-सा पारिस्थितिकी तंत्र सबसे अधिक जटिल खाद्य जाल बनाता है? – उष्णकटिबंधीय वर्षावन
खाद्य शृंखला और खाद्य जाल से जुड़े 100+ बहुविकल्पीय प्रश्न (उत्तर और विवरण सहित) – भाग 2
21-30: खाद्य शृंखला और ऊर्जा प्रवाह
- खाद्य शृंखला में ऊर्जा प्रवाह का सही क्रम क्या है?
(A) उत्पादक → अपघटक → उपभोक्ता
(B) उत्पादक → प्राथमिक उपभोक्ता → द्वितीयक उपभोक्ता → तृतीयक उपभोक्ता
(C) द्वितीयक उपभोक्ता → उत्पादक → प्राथमिक उपभोक्ता
(D) अपघटक → उत्पादक → उपभोक्ता
उत्तर: (B) उत्पादक → प्राथमिक उपभोक्ता → द्वितीयक उपभोक्ता → तृतीयक उपभोक्ता - प्रकाश संश्लेषण के दौरान पौधे किस गैस का उत्सर्जन करते हैं?
(A) नाइट्रोजन
(B) ऑक्सीजन
(C) कार्बन डाइऑक्साइड
(D) हाइड्रोजन
उत्तर: (B) ऑक्सीजन - खाद्य शृंखला के प्रत्येक स्तर को क्या कहा जाता है?
(A) पारिस्थितिकी स्तर
(B) खाद्य स्तर
(C) ट्रॉफिक स्तर
(D) जैविक स्तर
उत्तर: (C) ट्रॉफिक स्तर - 10% ऊर्जा नियम किस वैज्ञानिक ने प्रतिपादित किया?
(A) चार्ल्स डार्विन
(B) लिंडमैन
(C) मेंडल
(D) जॉन रे
उत्तर: (B) लिंडमैन - खाद्य शृंखला में ऊर्जा स्थानांतरण का माध्यम क्या है?
(A) प्रकाश
(B) जल
(C) भोजन
(D) कार्बन डाइऑक्साइड
उत्तर: (C) भोजन - खाद्य शृंखला में ऊर्जा किसके द्वारा प्रारंभ होती है?
(A) उपभोक्ताओं द्वारा
(B) सूर्य द्वारा
(C) कार्बन डाइऑक्साइड द्वारा
(D) ऑक्सीजन द्वारा
उत्तर: (B) सूर्य द्वारा - खाद्य शृंखला में ऊर्जा प्रवाह की दिशा कैसी होती है?
(A) चक्रीय
(B) एकल दिशा में
(C) यादृच्छिक
(D) दो दिशाओं में
उत्तर: (B) एकल दिशा में - एक पारिस्थितिकी तंत्र में सबसे अधिक ऊर्जा किस ट्रॉफिक स्तर पर होती है?
(A) शीर्ष उपभोक्ता
(B) द्वितीयक उपभोक्ता
(C) उत्पादक
(D) प्राथमिक उपभोक्ता
उत्तर: (C) उत्पादक - यदि किसी पारिस्थितिकी तंत्र से अपघटक गायब हो जाएँ, तो क्या होगा?
(A) मृत जीवों का संचय बढ़ जाएगा
(B) खाद्य शृंखला प्रभावित नहीं होगी
(C) प्राथमिक उपभोक्ता बढ़ जाएँगे
(D) पारिस्थितिकी तंत्र अधिक संतुलित होगा
उत्तर: (A) मृत जीवों का संचय बढ़ जाएगा - निम्नलिखित में से कौन पारिस्थितिकी तंत्र में ऊर्जा का अंतिम उपयोगकर्ता होता है?
(A) उत्पादक
(B) प्राथमिक उपभोक्ता
(C) शीर्ष उपभोक्ता
(D) अपघटक
उत्तर: (D) अपघटक
31-40: खाद्य जाल और पारिस्थितिकी संतुलन
- खाद्य जाल में कौन-कौन से जीव भाग ले सकते हैं?
(A) केवल उत्पादक और उपभोक्ता
(B) केवल उपभोक्ता और अपघटक
(C) उत्पादक, उपभोक्ता और अपघटक
(D) केवल मांसाहारी
उत्तर: (C) उत्पादक, उपभोक्ता और अपघटक - यदि एक खाद्य जाल में एक प्रमुख प्रजाति विलुप्त हो जाती है, तो क्या प्रभाव होगा?
(A) कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा
(B) पारिस्थितिकी तंत्र असंतुलित हो सकता है
(C) ऊर्जा प्रवाह बढ़ जाएगा
(D) उत्पादकों की संख्या बढ़ जाएगी
उत्तर: (B) पारिस्थितिकी तंत्र असंतुलित हो सकता है - पारिस्थितिकी तंत्र में जैव विविधता किसे बनाए रखने में मदद करती है?
(A) ऊर्जा प्रवाह को
(B) पारिस्थितिक संतुलन को
(C) केवल उत्पादकों को
(D) केवल अपघटकों को
उत्तर: (B) पारिस्थितिक संतुलन को - खाद्य जाल के मुख्य घटक कौन होते हैं?
(A) केवल मांसाहारी
(B) केवल अपघटक
(C) कई खाद्य शृंखलाएँ
(D) केवल उत्पादक
उत्तर: (C) कई खाद्य शृंखलाएँ - खाद्य जाल का पारिस्थितिकी तंत्र में क्या लाभ है?
(A) अधिक ऊर्जा उत्पन्न करना
(B) संतुलन बनाए रखना
(C) केवल प्राथमिक उपभोक्ताओं को मदद करना
(D) अपघटकों को कमजोर करना
उत्तर: (B) संतुलन बनाए रखना - खाद्य शृंखला और खाद्य जाल में मुख्य अंतर क्या है?
(A) खाद्य शृंखला सरल होती है, खाद्य जाल जटिल
(B) खाद्य जाल सरल होता है, खाद्य शृंखला जटिल
(C) दोनों समान होते हैं
(D) खाद्य शृंखला में केवल अपघटक होते हैं
उत्तर: (A) खाद्य शृंखला सरल होती है, खाद्य जाल जटिल - एक खाद्य जाल में यदि द्वितीयक उपभोक्ता नष्ट हो जाए, तो क्या होगा?
(A) प्राथमिक उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ेगी
(B) ऊर्जा प्रवाह समाप्त हो जाएगा
(C) उत्पादकों की संख्या घट जाएगी
(D) पारिस्थितिकी तंत्र पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा
उत्तर: (A) प्राथमिक उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ेगी - खाद्य जाल किस प्रकार का संतुलन बनाए रखने में मदद करता है?
(A) केवल जैविक संतुलन
(B) केवल ऊर्जा संतुलन
(C) पारिस्थितिक संतुलन
(D) केवल जल संतुलन
उत्तर: (C) पारिस्थितिक संतुलन - निम्नलिखित में से कौन पारिस्थितिकी तंत्र को सबसे अधिक प्रभावित कर सकता है?
(A) उत्पादकों की संख्या बढ़ाना
(B) मांसाहारी जीवों की संख्या बढ़ाना
(C) अपघटकों को समाप्त करना
(D) प्रकाश संश्लेषण की दर घटाना
उत्तर: (C) अपघटकों को समाप्त करना - खाद्य शृंखला में ऊर्जा की हानि किस रूप में होती है?
(A) जल
(B) गर्मी
(C) गैस
(D) ठंडक
उत्तर: (B) गर्मी
खाद्य शृंखला और खाद्य जाल से जुड़े 100+ बहुविकल्पीय प्रश्न (उत्तर और विवरण सहित) – भाग 3
41-50: खाद्य शृंखला में विभिन्न जीवों की भूमिका
- कौन-सा जीव द्वितीयक उपभोक्ता हो सकता है?
(A) हिरण
(B) मेंढक
(C) घास
(D) कवक
उत्तर: (B) मेंढक
विवरण: द्वितीयक उपभोक्ता वे जीव होते हैं जो प्राथमिक उपभोक्ताओं (जैसे कीड़े) को खाते हैं। मेंढक कीड़े खाता है, इसलिए यह द्वितीयक उपभोक्ता है। - प्राथमिक उपभोक्ता किसे खाते हैं?
(A) केवल मांसाहारी
(B) केवल अपघटक
(C) केवल पौधे
(D) केवल सर्वाहारी
उत्तर: (C) केवल पौधे - मांसाहारी जीव किस स्तर पर होते हैं?
(A) केवल प्राथमिक उपभोक्ता
(B) केवल द्वितीयक उपभोक्ता
(C) द्वितीयक और तृतीयक उपभोक्ता
(D) केवल अपघटक
उत्तर: (C) द्वितीयक और तृतीयक उपभोक्ता - कौन-सा जीव सर्वाहारी की श्रेणी में आता है?
(A) गाय
(B) बाघ
(C) मानव
(D) हिरण
उत्तर: (C) मानव
विवरण: सर्वाहारी जीव वे होते हैं जो पौधे और मांस दोनों खाते हैं। - यदि किसी पारिस्थितिकी तंत्र से तृतीयक उपभोक्ता गायब हो जाए, तो सबसे अधिक प्रभाव किस पर पड़ेगा?
(A) उत्पादकों पर
(B) प्राथमिक उपभोक्ताओं पर
(C) द्वितीयक उपभोक्ताओं पर
(D) अपघटकों पर
उत्तर: (C) द्वितीयक उपभोक्ताओं पर - कौन-सा जीव अपघटक नहीं है?
(A) बैक्टीरिया
(B) फफूँद
(C) गिद्ध
(D) कवक
उत्तर: (C) गिद्ध
विवरण: गिद्ध मृत जीवों को खाते हैं, लेकिन वे अपघटन नहीं करते, वे डिट्रिटिवोर कहलाते हैं। - खाद्य जाल में निम्नलिखित में से कौन एक शीर्ष शिकारी है?
(A) शेर
(B) खरगोश
(C) चूहा
(D) मेंढक
उत्तर: (A) शेर - निम्नलिखित में से कौन एक अपघटक नहीं है?
(A) कवक
(B) बैक्टीरिया
(C) शेर
(D) फफूँद
उत्तर: (C) शेर - चराई खाद्य शृंखला का पहला ट्रॉफिक स्तर कौन होता है?
(A) प्राथमिक उपभोक्ता
(B) द्वितीयक उपभोक्ता
(C) उत्पादक
(D) अपघटक
उत्तर: (C) उत्पादक - खाद्य शृंखला में शेर की भूमिका क्या है?
(A) उत्पादक
(B) प्राथमिक उपभोक्ता
(C) द्वितीयक उपभोक्ता
(D) शीर्ष उपभोक्ता
उत्तर: (D) शीर्ष उपभोक्ता
51-60: खाद्य जाल और पारिस्थितिकी संतुलन
- खाद्य जाल को प्रभावित करने वाला मुख्य कारक कौन-सा है?
(A) जलवायु परिवर्तन
(B) अपघटन की प्रक्रिया
(C) केवल उत्पादकों की संख्या
(D) केवल जीवों का आकार
उत्तर: (A) जलवायु परिवर्तन - यदि किसी खाद्य जाल से प्राथमिक उपभोक्ता हटा दिए जाएँ, तो किसकी संख्या बढ़ेगी?
(A) उत्पादक
(B) द्वितीयक उपभोक्ता
(C) अपघटक
(D) कोई नहीं
उत्तर: (A) उत्पादक - खाद्य शृंखला में कौन-सा जीव उर्जा का पुनर्चक्रण करता है?
(A) अपघटक
(B) शीर्ष उपभोक्ता
(C) द्वितीयक उपभोक्ता
(D) सर्वाहारी
उत्तर: (A) अपघटक - यदि खाद्य जाल में शीर्ष शिकारी की संख्या बहुत अधिक हो जाए, तो क्या प्रभाव होगा?
(A) द्वितीयक उपभोक्ता की संख्या बढ़ जाएगी
(B) द्वितीयक उपभोक्ता की संख्या घट जाएगी
(C) उत्पादकों की संख्या बढ़ जाएगी
(D) कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा
उत्तर: (B) द्वितीयक उपभोक्ता की संख्या घट जाएगी - कौन-सा कारक खाद्य शृंखला की लंबाई को निर्धारित करता है?
(A) ऊर्जा उपलब्धता
(B) तापमान
(C) स्थलाकृतिक स्थिति
(D) जल की गुणवत्ता
उत्तर: (A) ऊर्जा उपलब्धता - यदि किसी पारिस्थितिकी तंत्र में उत्पादकों की संख्या कम हो जाए, तो सबसे अधिक प्रभाव किस पर पड़ेगा?
(A) शीर्ष उपभोक्ता
(B) द्वितीयक उपभोक्ता
(C) प्राथमिक उपभोक्ता
(D) अपघटक
उत्तर: (C) प्राथमिक उपभोक्ता - खाद्य जाल का सबसे महत्वपूर्ण लाभ क्या है?
(A) पारिस्थितिकी तंत्र की स्थिरता
(B) उर्जा का अधिक उत्पादन
(C) एक ही प्रकार की जीव प्रजातियों को बढ़ावा देना
(D) केवल मांसाहारी जीवों को बढ़ाना
उत्तर: (A) पारिस्थितिकी तंत्र की स्थिरता - कौन-सा जीव जल पारिस्थितिकी तंत्र में प्राथमिक उत्पादक के रूप में कार्य करता है?
(A) मछली
(B) शैवाल
(C) केकड़ा
(D) मेंढक
उत्तर: (B) शैवाल - कौन-सा जीव समुद्री खाद्य शृंखला का आधार है?
(A) व्हेल
(B) प्लवक (Plankton)
(C) मछली
(D) शार्क
उत्तर: (B) प्लवक (Plankton) - शेर और बाघ खाद्य जाल में किस स्तर पर आते हैं?
(A) प्राथमिक उपभोक्ता
(B) द्वितीयक उपभोक्ता
(C) शीर्ष उपभोक्ता
(D) उत्पादक
उत्तर: (C) शीर्ष उपभोक्ता
खाद्य शृंखला और खाद्य जाल से जुड़े 100+ बहुविकल्पीय प्रश्न (उत्तर और विवरण सहित) – भाग 4
61-70: पारिस्थितिकी तंत्र और खाद्य शृंखला
- खाद्य शृंखला में ऊर्जा का स्रोत क्या है?
(A) पानी
(B) सूर्य
(C) कार्बन डाइऑक्साइड
(D) अपघटक
उत्तर: (B) सूर्य
विवरण: सूर्य से प्राप्त ऊर्जा पौधों द्वारा प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में ग्रहण की जाती है, जो खाद्य शृंखला की ऊर्जा का मूल स्रोत होता है। - यदि किसी पारिस्थितिकी तंत्र में अपघटक हटा दिए जाएँ, तो क्या होगा?
(A) मृत कार्बनिक पदार्थ इकट्ठा हो जाएगा
(B) खाद्य शृंखला पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा
(C) उर्जा का पुनर्चक्रण तेज़ होगा
(D) सभी जीव तुरंत मर जाएँगे
उत्तर: (A) मृत कार्बनिक पदार्थ इकट्ठा हो जाएगा - वन पारिस्थितिकी तंत्र में कौन-सा प्राथमिक उत्पादक हो सकता है?
(A) घास
(B) हिरण
(C) बाघ
(D) गिद्ध
उत्तर: (A) घास - निम्नलिखित में से कौन-सा जल पारिस्थितिकी तंत्र का प्राथमिक उत्पादक है?
(A) केकड़ा
(B) मछली
(C) फाइटोप्लवक
(D) झींगा
उत्तर: (C) फाइटोप्लवक - खाद्य जाल में ऊर्जा का प्रवाह किस दिशा में होता है?
(A) शीर्ष उपभोक्ता से उत्पादकों की ओर
(B) उत्पादकों से शीर्ष उपभोक्ता की ओर
(C) द्वितीयक उपभोक्ता से उत्पादकों की ओर
(D) केवल अपघटकों की ओर
उत्तर: (B) उत्पादकों से शीर्ष उपभोक्ता की ओर - शाकाहारी जीव मुख्य रूप से किस पर निर्भर होते हैं?
(A) मांसाहारी पर
(B) सर्वाहारी पर
(C) उत्पादकों पर
(D) अपघटकों पर
उत्तर: (C) उत्पादकों पर - मृदा पारिस्थितिकी तंत्र में प्रमुख अपघटक कौन हैं?
(A) केंचुआ और कवक
(B) हिरण और बाघ
(C) शेर और लोमड़ी
(D) मेंढक और मछली
उत्तर: (A) केंचुआ और कवक - कौन-सा पारिस्थितिकी तंत्र में शीर्ष उपभोक्ता के रूप में कार्य कर सकता है?
(A) घास
(B) खरगोश
(C) चूहा
(D) बाज
उत्तर: (D) बाज - खाद्य जाल में मांसाहारी प्रजातियाँ किस प्रकार की ऊर्जा प्राप्त करती हैं?
(A) अप्रत्यक्ष सौर ऊर्जा
(B) प्रत्यक्ष सौर ऊर्जा
(C) केवल रासायनिक ऊर्जा
(D) कोई ऊर्जा नहीं
उत्तर: (A) अप्रत्यक्ष सौर ऊर्जा - यदि किसी खाद्य शृंखला में किसी भी स्तर पर ऊर्जा प्रवाह में कमी आती है, तो सबसे अधिक प्रभाव कहाँ पड़ेगा?
(A) उत्पादकों पर
(B) अपघटकों पर
(C) शीर्ष उपभोक्ताओं पर
(D) प्राथमिक उपभोक्ताओं पर
उत्तर: (C) शीर्ष उपभोक्ताओं पर
71-80: खाद्य जाल और ऊर्जा प्रवाह
- खाद्य जाल की स्थिरता किस पर निर्भर करती है?
(A) उत्पादकों की संख्या
(B) ऊर्जा प्रवाह की मात्रा
(C) खाद्य जाल की जटिलता
(D) उपरोक्त सभी
उत्तर: (D) उपरोक्त सभी - खाद्य शृंखला के किस स्तर पर ऊर्जा की सर्वाधिक हानि होती है?
(A) उत्पादकों से प्राथमिक उपभोक्ता
(B) द्वितीयक उपभोक्ता से तृतीयक उपभोक्ता
(C) तृतीयक उपभोक्ता से शीर्ष उपभोक्ता
(D) ऊर्जा प्रवाह में कोई हानि नहीं होती
उत्तर: (A) उत्पादकों से प्राथमिक उपभोक्ता - यदि किसी पारिस्थितिकी तंत्र में उत्पादकों की संख्या बढ़ जाए, तो क्या होगा?
(A) प्राथमिक उपभोक्ता की संख्या बढ़ेगी
(B) द्वितीयक उपभोक्ता की संख्या घटेगी
(C) अपघटक नष्ट हो जाएँगे
(D) ऊर्जा प्रवाह बंद हो जाएगा
उत्तर: (A) प्राथमिक उपभोक्ता की संख्या बढ़ेगी - खाद्य शृंखला में ऊर्जा प्रवाह का सबसे महत्वपूर्ण सिद्धांत कौन-सा है?
(A) 10% ऊर्जा नियम
(B) 90% ऊर्जा नियम
(C) पारिस्थितिक अपव्यय नियम
(D) ऊर्जा अपघटन नियम
उत्तर: (A) 10% ऊर्जा नियम - खाद्य शृंखला में ऊर्जा का प्रवाह हमेशा होता है:
(A) द्विदिशात्मक
(B) एकदिशात्मक
(C) चक्रीय
(D) सभी दिशाओं में
उत्तर: (B) एकदिशात्मक - यदि किसी पारिस्थितिकी तंत्र में अपघटकों की संख्या बढ़ जाए, तो क्या प्रभाव पड़ेगा?
(A) पोषक तत्वों का पुनर्चक्रण तेज़ होगा
(B) उत्पादकों की संख्या कम हो जाएगी
(C) खाद्य शृंखला समाप्त हो जाएगी
(D) ऊर्जा प्रवाह बंद हो जाएगा
उत्तर: (A) पोषक तत्वों का पुनर्चक्रण तेज़ होगा - कौन-सा पारिस्थितिकी तंत्र सबसे अधिक विविधतापूर्ण खाद्य जाल प्रदान करता है?
(A) मरुस्थलीय पारिस्थितिकी तंत्र
(B) वन पारिस्थितिकी तंत्र
(C) ध्रुवीय पारिस्थितिकी तंत्र
(D) समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र
उत्तर: (D) समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र - खाद्य जाल में अधिक विविधता होने से क्या लाभ होता है?
(A) पारिस्थितिकी तंत्र अधिक स्थिर रहता है
(B) ऊर्जा प्रवाह बाधित होता है
(C) खाद्य शृंखला छोटी हो जाती है
(D) केवल मांसाहारी जीव बचते हैं
उत्तर: (A) पारिस्थितिकी तंत्र अधिक स्थिर रहता है - खाद्य शृंखला का सबसे छोटा और सरल रूप कौन-सा है?
(A) चराई खाद्य शृंखला
(B) अपघटन खाद्य शृंखला
(C) दोनों समान
(D) कोई नहीं
उत्तर: (B) अपघटन खाद्य शृंखला - यदि किसी खाद्य जाल से एक प्रजाति विलुप्त हो जाए, तो क्या होगा?
(A) खाद्य जाल प्रभावित होगा
(B) ऊर्जा प्रवाह बंद हो जाएगा
(C) कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा
(D) केवल शीर्ष उपभोक्ता प्रभावित होंगे
उत्तर: (A) खाद्य जाल प्रभावित होगा