औरंगजेब: मुगल साम्राज्य का अंतिम शक्तिशाली शासक
1. परिचय
- पूरा नाम: अबुल मुजफ्फर मुहिउद्दीन मोहम्मद औरंगजेब आलमगीर
- जन्म: 3 नवंबर 1618, दौलताबाद
- मृत्यु: 3 मार्च 1707, अहमदनगर
- राज्याभिषेक: 1658 ई. (शाहजहां को हटाकर)
- राजधानी: दिल्ली (बाद में औरंगाबाद)
- पिता: शाहजहां
- माता: मुमताज महल
- पत्नी: दिलरास बानो बेगम
- उत्तराधिकारी: बहादुर शाह प्रथम
औरंगजेब मुगल साम्राज्य का छठा और अंतिम शक्तिशाली शासक था। वह सख्त सुन्नी मुसलमान था और उसने गैर-इस्लामी परंपराओं का विरोध किया। उसके शासनकाल में मुगल साम्राज्य का सबसे बड़ा विस्तार हुआ, लेकिन अंततः पतन भी शुरू हुआ।
2. औरंगजेब के शासनकाल में साम्राज्य का विस्तार
औरंगजेब ने पूरे भारत पर शासन किया और मुगल साम्राज्य को अपनी चरम सीमा तक पहुँचाया।
- उत्तर भारत – दिल्ली, आगरा, लाहौर, कश्मीर और बिहार।
- पश्चिमी भारत – गुजरात, मालवा, राजपूताना और महाराष्ट्र।
- दक्षिण भारत – बीजापुर, गोलकुंडा, तमिलनाडु और कर्नाटक तक विस्तार किया।
- पूर्वी भारत – बंगाल, असम, उड़ीसा तक प्रभाव बढ़ाया।
- उत्तर-पश्चिम – अफगानिस्तान और बलूचिस्तान पर नियंत्रण।
हालाँकि, कई विद्रोहों और संघर्षों के कारण साम्राज्य की स्थिरता प्रभावित हुई।
3. औरंगजेब द्वारा लड़े गए प्रमुख युद्ध
(क) उत्तराधिकार युद्ध (1657-1658)
- दारा शिकोह (बड़ा भाई) को हराया और उसकी हत्या करवा दी।
- मुराद बख्श और शुजा को भी हराया।
- 1658 में आगरा किले में शाहजहां को कैद कर दिया और स्वयं बादशाह बना।
(ख) दक्कन अभियान (1681-1707)
- गोलकुंडा और बीजापुर (1687) – इन दोनों राज्यों को समाप्त कर दिया।
- मराठों के खिलाफ युद्ध (1681-1707) –
- शिवाजी से संघर्ष हुआ।
- शिवाजी की मृत्यु के बाद मराठों ने लगातार मुगलों को परेशान किया।
- 27 साल तक मराठों से संघर्ष करता रहा।
(ग) राजपूतों से संघर्ष (1679-1707)
- मेवाड़ (1680) – महाराणा राज सिंह के खिलाफ युद्ध।
- मारवाड़ (1679-1681) – जोधपुर के राजा जसवंत सिंह की मृत्यु के बाद सत्ता संघर्ष।
(घ) सिखों के खिलाफ युद्ध (1675-1707)
- गुरु तेग बहादुर को इस्लाम न स्वीकारने के कारण 1675 में मृत्यु दंड दिया।
- गुरु गोबिंद सिंह और खालसा आंदोलन से संघर्ष जारी रहा।
(ङ) जाट, सतनामी और सिख विद्रोह (1669-1707)
- 1669 में जाट विद्रोह – राजा गोकुल ने नेतृत्व किया।
- सतनामी विद्रोह (1672) – हरियाणा में सतनामियों का विद्रोह।
- सिक्खों का विद्रोह – गुरु गोबिंद सिंह और बंदा बहादुर के नेतृत्व में संघर्ष बढ़ा।
4. औरंगजेब के समय लिखे गए साहित्य और किताबें
(क) फारसी और अरबी साहित्य
- “फतवा-ए-आलमगीरी” – इस्लामिक कानूनों का संकलन।
- “नुसखा-ए-दिलकुशा” – भावानी दास द्वारा लिखा गया इतिहास।
- “मासीरे-आलमगीरी” – मुहम्मद साकी द्वारा लिखी गई जीवनी।
(ख) संस्कृत ग्रंथों का फारसी अनुवाद
- उपनिषदों का फारसी में अनुवाद करवाया गया।
5. औरंगजेब के समय स्थापत्य कला और भवन निर्माण
(क) प्रमुख निर्माण कार्य:
- बादशाही मस्जिद (1673, लाहौर)
- विशाल मुगल मस्जिद, लाल बलुआ पत्थर से बनी।
- मोती मस्जिद (दिल्ली, 1662)
- सफेद संगमरमर से बनी।
- बीबी का मकबरा (1678, औरंगाबाद)
- ताजमहल की प्रतिकृति, उसकी पत्नी राबिया-दौरानी की याद में बनाया।
- औरंगाबाद शहर (1653)
- दक्षिण भारत में स्थापित शहर।
(ख) अन्य निर्माण कार्य:
- दिल्ली में लाल किले में “मोटी मस्जिद” का निर्माण।
- कई किलों का पुनर्निर्माण किया।
- अयोध्या, काशी और मथुरा के प्रमुख मंदिरों को ध्वस्त करवाया।
6. औरंगजेब से जुड़े प्रमुख व्यक्ति
- शिवाजी (1630-1680) – मराठा साम्राज्य के संस्थापक, जिनसे औरंगजेब को कड़ी टक्कर मिली।
- दारा शिकोह (1615-1659) – औरंगजेब का बड़ा भाई, जिसे उसने हराया और मरवा दिया।
- गुरु तेग बहादुर (1621-1675) – सिख गुरु, जिन्हें औरंगजेब ने फाँसी दी।
- गुरु गोबिंद सिंह (1666-1708) – सिखों के दसवें गुरु, जिन्होंने मुगलों के खिलाफ संघर्ष किया।
- बंदा बहादुर (1670-1716) – गुरु गोबिंद सिंह के शिष्य, जिन्होंने मुगलों के खिलाफ विद्रोह किया।
7. औरंगजेब द्वारा स्थापित विशेष शहर और स्थान
- औरंगाबाद (महाराष्ट्र, 1653) – दक्षिण भारत में स्थापित शहर।
- बादशाही मस्जिद (लाहौर) – प्रमुख मुगल मस्जिद।
- बीबी का मकबरा (औरंगाबाद) – उसकी पत्नी की याद में बना मकबरा।
- दिल्ली का मोती मस्जिद – सफेद संगमरमर की मस्जिद।
8. औरंगजेब के विशेष कार्य
- इस्लामिक कानून लागू किया – “फतवा-ए-आलमगीरी” के अनुसार शासन किया।
- गैर-इस्लामी कर पुनः लगाया – जज़िया कर (1679) दोबारा लागू किया।
- हिंदू मंदिरों का विध्वंस – काशी, मथुरा, अयोध्या के कई मंदिर तोड़े।
- सैन्य विस्तार – पूरे भारत को एकजुट करने का प्रयास किया।
- शराब और संगीत पर प्रतिबंध लगाया।
9. औरंगजेब का परिवार
- पिता: शाहजहां
- माता: मुमताज महल
- भाई: दारा शिकोह, मुराद बख्श, शुजा
- पत्नी: दिलरास बानो बेगम
- बेटे: बहादुर शाह प्रथम, मुअज्जम, आजम शाह
10. औरंगजेब की मृत्यु और मुगल साम्राज्य का पतन
- 1707 में अहमदनगर में उसकी मृत्यु हुई।
- उसके बाद मुगल साम्राज्य तेजी से कमजोर हुआ।
- बहादुर शाह प्रथम उसका उत्तराधिकारी बना।
निष्कर्ष
औरंगजेब मुगल साम्राज्य का अंतिम महान शासक था, लेकिन उसकी नीतियों के कारण साम्राज्य कमजोर और विभाजित हो गया। उसके शासनकाल में साम्राज्य सबसे अधिक विस्तृत हुआ, लेकिन अत्यधिक युद्धों और धार्मिक कट्टरता के कारण मुगल सत्ता धीरे-धीरे कमजोर हो गई।