सल्तनत काल और मुगलकाल में लिखी गई ऐतिहासिक और साहित्यिक पुस्तकों का महत्वपूर्ण स्थान है। इन ग्रंथों को मुख्य रूप से संस्कृत, अरबी, फारसी और कुछ हद तक हिंदी व अन्य भाषाओं में लिखा गया था। इन ग्रंथों में इतिहास, शासन, समाज, संस्कृति, धर्म, प्रशासन और साहित्य से जुड़े विभिन्न पहलुओं को दर्शाया गया है। मैं यहाँ इन पुस्तकों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत कर रहा हूँ:
सल्तनत काल (1206-1526) में लिखे गए प्रमुख ग्रंथ:
1. किताब उल हिंद (अलबरूनी)
- लेखक: अलबरूनी
- भाषा: अरबी
- विषय: भारत का भौगोलिक, धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अध्ययन
- विशेषता: यह ग्रंथ महमूद ग़ज़नी के समय लिखा गया और इसमें भारतीय समाज, हिंदू धर्म, जाति व्यवस्था, विज्ञान, गणित और खगोलशास्त्र पर विस्तृत विवरण है।
2. चचनामा (अली बिन मुहम्मद कुफ़ी)
- लेखक: अली बिन मुहम्मद कुफ़ी
- भाषा: अरबी (बाद में फारसी अनुवाद हुआ)
- विषय: सिंध पर अरबों के आक्रमण का वर्णन
- विशेषता: यह पुस्तक मुहम्मद बिन कासिम के भारत विजय और सिंध के तत्कालीन समाज और शासन व्यवस्था पर प्रकाश डालती है।
3. ताज-उल-मआसिर (हसन निजामी)
- लेखक: हसन निजामी
- भाषा: फारसी
- विषय: ग़ोरी वंश और कुतुबुद्दीन ऐबक का शासन
- विशेषता: यह ग़ुलाम वंश के प्रारंभिक इतिहास का विवरण देती है और कुतुबुद्दीन ऐबक के कार्यों का उल्लेख करती है।
4. खजायन उल-फुतूह (अमीर खुसरो)
- लेखक: अमीर खुसरो
- भाषा: फारसी
- विषय: सुल्तान गयासुद्दीन तुगलक और अलाउद्दीन खिलजी के विजय अभियानों का वर्णन
- विशेषता: इस पुस्तक में दिल्ली सल्तनत की राजनीतिक उपलब्धियों का उल्लेख किया गया है।
5. तुगलकनामा (अमीर खुसरो)
- लेखक: अमीर खुसरो
- भाषा: फारसी
- विषय: गयासुद्दीन तुगलक के शासनकाल का वर्णन
- विशेषता: यह पुस्तक तुगलक वंश की शुरुआत और उसकी राजनीति का महत्वपूर्ण स्रोत है।
6. तारीख-ए-फिरोजशाही (शम्स-ए-सिराज अफीफ)
- लेखक: शम्स-ए-सिराज अफीफ
- भाषा: फारसी
- विषय: फिरोजशाह तुगलक का शासन
- विशेषता: यह ग्रंथ फिरोजशाह तुगलक की नीतियों, प्रशासन, आर्थिक सुधारों और सैन्य अभियानों का उल्लेख करता है।
7. तारीख-ए-शेरशाही (अब्बास सरवानी)
- लेखक: अब्बास सरवानी
- भाषा: फारसी
- विषय: शेरशाह सूरी का जीवन और शासन
- विशेषता: इसमें शेरशाह सूरी के प्रशासनिक सुधारों, सैन्य रणनीति और आर्थिक सुधारों का उल्लेख मिलता है।
8. जहाँदारी (मिन्हाज-उस-सिराज)
- लेखक: मिन्हाज-उस-सिराज
- भाषा: फारसी
- विषय: गुलाम वंश, खिलजी वंश और दिल्ली सल्तनत का इतिहास
- विशेषता: यह दिल्ली सल्तनत के शुरुआती शासकों का महत्वपूर्ण ऐतिहासिक विवरण देती है।
9. तबकात-ए-नासिरी (मिन्हाज-उस-सिराज)
- लेखक: मिन्हाज-उस-सिराज
- भाषा: फारसी
- विषय: दिल्ली सल्तनत का विस्तृत इतिहास
- विशेषता: यह ग्रंथ गुलाम वंश से लेकर दिल्ली सल्तनत के विभिन्न शासकों का विस्तृत विवरण देता है।
मुगल काल (1526-1857) में लिखे गए प्रमुख ग्रंथ:
1. अकबरनामा (अबुल फजल)
- लेखक: अबुल फजल
- भाषा: फारसी
- विषय: अकबर के शासनकाल का आधिकारिक इतिहास
- विशेषता: यह तीन खंडों में विभाजित है और अकबर के प्रशासनिक, सामाजिक और राजनीतिक कार्यों का विवरण देता है।
2. पादशाहनामा (अब्दुल हमीद लाहौरी)
- लेखक: अब्दुल हमीद लाहौरी
- भाषा: फारसी
- विषय: शाहजहाँ के शासनकाल का वर्णन
- विशेषता: यह ग्रंथ शाहजहाँ के अभियानों, प्रशासन और स्थापत्य कला की उपलब्धियों का उल्लेख करता है।
3. हुमायूंनामा (गुलबदन बेगम)
- लेखक: गुलबदन बेगम
- भाषा: फारसी
- विषय: हुमायूं के जीवन और शासन का वर्णन
- विशेषता: यह पुस्तक मुगल दरबार की संस्कृति और हुमायूं के संघर्षों का उल्लेख करती है।
4. शाहनामा (फिरदौसी)
- लेखक: फिरदौसी
- भाषा: फारसी
- विषय: ईरानी इतिहास और वीरगाथाएँ
- विशेषता: यह फारसी साहित्य की प्रसिद्ध कृति है और इसमें प्राचीन ईरान के राजाओं का वर्णन है।
5. आईने-अकबरी (अबुल फजल)
- लेखक: अबुल फजल
- भाषा: फारसी
- विषय: अकबर के शासनकाल की प्रशासनिक संरचना
- विशेषता: इसमें अकबर के दरबार, प्रजा, सैन्य व्यवस्था और नीतियों का विस्तृत विवरण है।
6. रसखान ग्रंथावली (रसखान)
- लेखक: रसखान
- भाषा: ब्रजभाषा
- विषय: भक्ति काव्य
- विशेषता: इसमें कृष्ण भक्ति से जुड़ी कविताएँ संकलित हैं।
7. मलिक मोहम्मद जायसी की पद्मावत
- लेखक: मलिक मोहम्मद जायसी
- भाषा: अवधी
- विषय: प्रेमाख्यान
- विशेषता: इसमें रानी पद्मावती और रतनसेन की कथा वर्णित है।
8. बाबरनामा (ज़हीरुद्दीन बाबर)
- लेखक: बाबर
- भाषा: तुर्की (बाद में फारसी अनुवाद)
- विषय: बाबर के जीवन और विजय अभियानों का वर्णन
- विशेषता: यह आत्मकथात्मक ग्रंथ है जिसमें बाबर ने अपने संघर्षों और विजय अभियानों का वर्णन किया है।
अन्य महत्वपूर्ण ग्रंथ:
- निकली दी काउंटी (भीमसेन कायस्थ) – मुगल प्रशासन का विवरण।
- नगर सूजन राय भंडारी – मुगलकालीन आर्थिक और सामाजिक इतिहास।
- तारीख-ए-यामिनी (उतबी) – महमूद ग़ज़नी के आक्रमणों का वर्णन।
- फुतूह-उस-सलातीन (इब्न-बतूता) – तुगलककालीन भारत का विवरण।
यह सभी ग्रंथ अपने समय की राजनीति, प्रशासन, समाज और संस्कृति का दर्पण हैं। इनमें से कई ग्रंथ आज भी इतिहासकारों के लिए महत्वपूर्ण स्रोत बने हुए हैं।